Saturday, March 26, 2011

जो दिल कहे ऑलवेज वही करें: रोशन अब्बास


टीवी, रेडियो, थिएटर की दुनिया में शोहरत और सम्मान हासिल करने के बाद रोशन अब्बास अब फिल्म मेकिंग में आ गए हैं। ऑलवेज कभी कभी उनकी पहली फिल्म है। रोशन ने 1999 में एक नाटक लिखा था ग्रैफिटी। यह फिल्म उसी लोकप्रिय नाटक पर आधारित है। रोशन कहते हैं, मुझे युवाओं से जुड़े विषय आकर्षित करते हैं। 1999 में मैंने एक अंग्रेजी नाटक ग्रैफिटी लिखा था। नेहा धूपिया, सायरस ब्रोचा, समीर कोचर, गौरव कपूर ने उसमें अभिनय किया था। मैं अपने उस नाटक पर फिल्म बनाना चाहता था।

ऑलवेज कभी कभी को रोशन टीन कमिंग एज फिल्म मानते हैं। वे कहते हैं, यह जॉनर वेस्ट में पॉपुलर है। यह फिल्म किशोरों के बारे में बात करती है। उनकी मानसिक अवस्था की बात है इसमें। विडंबना है कि किशोर अपने विचारों में स्पष्ट नहीं हैं। हमारी फिल्म में एक लाइन है, कभी कभी जो दिल कहे, ऑलवेज वही करें।
फिल्म में गिजेल मोंटेरियो, जोया मोरानी और सत्यजीत दुबे ने मुख्य भूमिका निभाई है। फिल्म का निर्माण शाहरुख खान ने किया है, लेकिन रोशन ने उनके संबंधों का लाभ नहीं उठाया। उन्होंने पॉपुलर कलाकारों को साइन नहीं किया। रोशन कहते हैं, मुझे इसके लिए फ्रेश चेहरे चाहिए थे। मेरे किरदार की मांग वही थे, इसलिए मैंने गिजेल, जोया, सत्यजीत का चयन किया। जोया एक बातूनी लड़की का किरदार निभा रही हैं और गिजेल फिल्म में बहुत कम बोलती दिखेंगी। गिजेल का नाम मुझे शाहरुख ने ही सुझाया। उन्होंने कहा कि लव आज कल में वे थीं, देख लीजिए। मुझे इन फ्रेश टैलेंट्स के साथ काम करके मजा आया। वे मुझे अब्बा कहते थे। मेरे नाम से स हटा दिया था। वे मेरे पास आकर सुझाव मांगते थे।
रोशन खुश हैं कि उनकी फिल्म को शाहरुख खान जैसा निर्माता मिला। वे बताते हैं, 2008 में मैं शाहरुख के साथ लाइव शो करता था। हम दुबई में थे। शाहरुख ने स्टेज के पीछे ऐसे ही सामान्य सा एक सवाल पूछा कि आजकल क्या कर रहे हैं? मैंने कहा कि एक स्क्रिप्ट लिखी है। उसमें फ्रेश चेहरे होंगे, लेकिन उसे एक बड़े प्रोडक्शन हाउस का सपोर्ट चाहिए। शाहरुख ने कहा कि हम ऐसा प्रोजेक्ट करना चाहते हैं। आप मुंबई हमारे ऑफिस में आकर मिलिए। फिर बात बन गई। मैंने फिल्म की शूटिंग दिल्ली, लखनऊ, मुंबई और गोवा में की है। मैं चाहता तो विदेश में फिल्म की शूटिंग कर सकता था, लेकिन मैं बताना चाहता था कि हिंदुस्तान में खूबसूरत लोकेशन हैं।
ऑलवेज कभी कभी शाहरुख खान के प्रोडक्शन हाउस की फिल्म जरूर है, लेकिन उसमें उनकी झलक देखने को जरा भी नहीं मिलेगी। रोशन ने ग्रैफिटी नाटक में प्रिंसिपल की भूमिका निभाई थी, पर उन्होंने भी इस फिल्म में अभिनय करना उचित नहीं समझा। इस बारे में वे कहते हैं, मेरे असिस्टेंट रोज सेट पर एक कलाकार कम बुलाते थे और मुझसे कहते थे कि सर, आप फलां रोल कर दीजिए। लेकिन मैंने नहीं किया। प्रिंसिपल का रोल इसमें आकाश खुराना ने किया है। जहां तक शाहरुख खान की बात है, तो मेरी फिल्म बहुत छोटी है। शाहरुख के आने से दर्शकों की उम्मीदें बढ़ जातीं और मैं नहीं चाहता था कि ऐसा हो। वैसे भी यह मेरी आखिरी फिल्म नहीं है। लखनऊ में पले-बढ़े रोशन अब्बास का लक्ष्य अपना फिल्म प्रोडक्शन हाउस खोलना है। आगामी योजनाओं के बारे में वे कहते हैं, दो प्रोडक्शन हाउस से अगली फिल्म के लिए मेरी बात चल रही है। जल्दी ही सब तय हो जाएगा।

-रघुवेंद्र सिंह   

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