tag:blogger.com,1999:blog-2786030405729550112.post3745585223182630888..comments2023-05-27T05:58:38.783-07:00Comments on Aks: मैं शातिर बिजनेसमैन नहीं हूं: इरफान Raghuvendra Singhhttp://www.blogger.com/profile/05963081532376174398noreply@blogger.comBlogger1125tag:blogger.com,1999:blog-2786030405729550112.post-91573748143124900692013-09-04T07:39:26.748-07:002013-09-04T07:39:26.748-07:00
इरफ़ान जी,ईश्वर अद्वैतवादी उसका साक्ष्य...<br /><br /><br /> इरफ़ान जी,ईश्वर अद्वैतवादी उसका साक्ष्य स्वरूप आत्मा है ऐसी मान्यता है आपने बचपन में आत्मा के स्वरूप में जो कुछ ईश्वर से माँगा उसे ईश्वर ने स्वीकार किया परिणामत: अफ़सोस …? सोचो जरा यहाँ ऐसे कितने तमाम लोग होगें जिन्होंने ईश्वर से आपकी ही तरह…? जनाब इन्सानी फितरत ही ऐसी होती है, जो होता है उसे तो कहता ही है कि मेरा है पर जो नहीं है उसे ईश्वर ने क्यों नहीं दिया इसके लिए जार-जार रोता, थोड़ा विस्तार में जाकर देखें तब पता चलता है कि यही न होने का शब्द -विचार शायद इंसान को आगे बढने को प्रेरित भी करता है !Seema Singhhttps://www.blogger.com/profile/12764331133052488815noreply@blogger.com