संजय गढ़वी की पहली फिल्म तेरे लिए से भावना पाणि ने अभिनय के क्षेत्र में कदम रखा। उसके बाद वे इंटरनेशनल म्यूजिकल स्टेज शो भारती के मंचन में व्यस्त हो गई। आठ साल बाद भावना अब अंजुम रिजवी निर्मित फिल्म फास्ट फारवर्ड से वापसी कर रही हैं। यह डांस पर आधारित फिल्म है। इसमें वे अक्षय कपूर के अपोजिट नजर आएंगी। प्रस्तुत हैं भावना पाणि से बातचीत के प्रमुख अंश..तेरे लिए के बाद इतना लंबा गैप करियर के लिए नुकसानदेह नहीं लगता?
मुझे काफी नुकसान नहीं हुआ है, लेकिन भारती शो से मुझे विदेश में जो लोकप्रियता मिली है, उसके सामने यह नुकसान कुछ भी नहीं है। मैं जानती हूं कि लोग तेरे लिए की भावना को भूल चुके हैं। मेरे लिए यह अच्छा है। फास्ट फारवर्ड मेरी डेब्यू फिल्म है। तेरे लिए फिल्म मैंने सोलह साल की उम्र में की थी। मैं लोगों से कहती हूं कि उस वक्त मैं चाइल्ड आर्टिस्ट जैसी थी।
फास्ट फारवर्ड में किस अंदाज में दिखेंगी?
इसमें मैंने झील की भूमिका निभाई है। वह मिडिल क्लास की सीधी-सादी लड़की है। फास्ट फारवर्ड दो डांस ग्रुप की कहानी है। इसमें दर्शक बी बोइंग और हिप हॉप डांस देखेंगे। अंजुम रिजवी ने फिल्म की शूटिंग के दौरान मॉरीशस से डांस ट्रेनर बुलाए थे। मैं डांस की शौकीन हूं, लेकिन दुख की बात है यह कि मुझे फिल्म में डांस करने का अवसर ही नहीं मिला। अक्षय कपूर फिल्म में मेरे हीरो हैं।
फिल्मों में कैसे आना हुआ?
मम्मी-पापा ने छह साल की उम्र में मुझे ओडिसी नृत्य सीखने के लिए भेजा। मैं आठ साल तक नृत्य सीखती रही। उसी दौरान मेरे मन में परफार्मिग आर्ट्स में करियर बनाने की इच्छा हुई। तब मैं कॉलेज में पढ़ाई कर रही थी। शाहिद कपूर मेरे सीनियर थे। उन्होंने एक दिन मुझे बताया कि फिल्म तेरे लिए के लिए हीरोइन की तलाश की जा रही है। मैं लोगों से मिली। इस तरह मैं तेरे लिए की हीरोइन बन गई। मैंने अभिनय का प्रशिक्षण नहीं लिया है।
फास्ट फारवर्ड में अक्षय कपूर के साथ अभिनय करने का अनुभव कैसा रहा?
अक्षय डांस और अभिनय दोनों में माहिर हैं। मैंने उनकी फिल्म अलग देखी है। वे कमाल के डांसर हैं। मैं उनसे काफी प्रभावित हुई। उन्होंने फिल्म की शूटिंग के दौरान मेरी मदद की। उनके अलावा फिल्म में विनोद खन्ना और रेहान खान भी हैं। हम सभी ने शूटिंग को एंज्वॉय किया।
आपका लक्ष्य क्या है?
मेरा लक्ष्य है डांस और अभिनय को साथ लेकर चलना। इस क्षेत्र में ऊंचा मुकाम हासिल करना। मुझे पता है कि यह आसान नहीं होगा। इस वक्त फिल्म इंडस्ट्री में मारामारी बहुत है, लेकिन मुझे खुद पर भरोसा है।
-raghuvendra singh














मुंबई। थ्री इडियट्स के बाद मोना सिंह ने विराग मिश्रा की फिल्म एक भी गोली नहीं चली साइन की है। इस फिल्म में वे रेडियो जॉकी की भूमिका में नजर आएंगी। राजकुमार हिरानी की थ्री इडियट्स के बाद मोना की यह दूसरी फिल्म होगी। उनके ओपोजिट फिल्म में विनय पाठक हैं।
नएपन की तलाश में सोहा अली खान अब छोटे पर्दे पर आ गई हैं। दरअसल वह फिल्मों में गंभीर और परिपक्व भूमिकाएं निभाकर थक चुकी हैं, इसलिए उन्होंने छोटे पर्दे पर आने का फैसला किया। सोहा कहती है, मैं काफी समय से नए काम के इंतजार में थी। तभी सिद्धार्थ बसु मेरे पास गेम शो गोदरेज खेलो जीतो जियो का प्रस्ताव लेकर आए। उन्होंने कहा कि यह फैमिली गेम शो है। इसके साथ सिर्फ आप न्याय कर सकती हैं। पहले तो मैंने उन्हें मना कर दिया, क्योंकि मैं खुद को अच्छी होस्ट नहीं मानती हूं। मैंने आजतक अपने घर में कभी कोई पार्टी होस्ट नहीं की। टेलीविजन पर गेम शो होस्ट करना मेरे लिए कठिन था। इस शो को मुझे शुद्ध हिंदी में होस्ट करना था। मैंने सुन रखा था कि शो के तीन एपीसोड की शूटिंग निर्माता एक दिन में करते हैं। दिलचस्प बात है कि बाद में इन्हीं चुनौतियों ने मुझे इस गेम शो का हिस्सा बनने के लिए विवश किया।
