Friday, August 29, 2008
मम्मी के ज्यादा करीब रहा मै: तुषार कपूर
Aug 29, 10:43 pm
लोग सोचते हैं कि लोकप्रिय अभिनेता जीतेंद्र के लाड़ले बेटे तुषार कपूर का बचपन ग्लैमर जगत की चकाचौंध के बीच गुजरा होगा, जबकि सचाई कुछ और है। अपने बचपन के बारे में यहां स्वयं बता रहे हैं तुषार-
[सादगी से बीता बचपन]
मुझे अपनी नन्ही उम्र की कोई बात याद नहीं है। हां, मैंने जब से होश संभाला मुझे याद है कि मेरी परवरिश एक आम लड़के की तरह की गई। मुझे बचपन में इस बात का एहसास था कि मेरे पापा बहुत बड़े स्टार हैं। सारी दुनिया उनकी दीवानी है, लेकिन मम्मी ने मुझ पर कभी इस बात का नशा नहीं चढ़ने दिया। उन्होंने हमेशा मुझे ग्लैमर की चकाचौंध भरी दुनिया से दूर रखा। हम लोग पाली हिल इलाके में रहते थे। मैं सुबह समय से स्कूल जाता और फिर घर लौटने के बाद बिल्डिंग के बच्चों के साथ खो-खो और लुका-छिपी खेला करता था।
[पढ़ाई में था होनहार]
लोग सोचते हैं कि सारे एक्टर पढ़ने-लिखने में औसत होते हैं, लेकिन मैं ऐसा नहीं था। मैं पढ़ने में बहुत होनहार था। मैं अपनी हर कक्षा में हमेशा टॉप सिक्स में रहता था और गणित में तो हमेशा अपनी कक्षा में टॉप आता था। आईसीएसई की दसवीं की परीक्षा में मेरे 89 प्रतिशत अंक आए थे। मेरी पढ़ाई के लिए मम्मी-पापा से लेकर क्लास टीचर तक सब लोग तारीफ करते थे। मेरा उत्साहवर्द्धन करते थे।
[जब मम्मी की पड़ी मार]
मैं छुटपन में जब बहुत ज्यादा बदमाशी करता था तब मुझे मम्मी की मार खानी पड़ती थी। मुझे याद है, पापा की फिल्म दीदारे-यार का ट्रायल रखा गया था। सारे डिस्ट्रीब्यूटर फिल्म देखने आए हुए थे। वह फिल्म का अनएडीटेड वर्जन था। मुझे फिल्म बहुत बोरिंग लग रही थी। मैं अपनी सीट छोड़कर उठ गया और एक सीट से दूसरी सीट पर कूदने लगा। कभी-कभी जाकर स्क्रीन को छू आता था। जैसे ही इंटरवल हुआ, मम्मी मुझे पकड़कर बाहर ले गईं और मेरे गाल पर कई थप्पड़ जड़ दिए। उन्होंने कहा कि अपनी फिल्म में ऐसा कर रहे हो, दूसरे लोग क्या सोचेंगे। वैसे, मैं बचपन में मम्मी के ज्यादा करीब था। उस समय पापा आउटडोर पर फिल्मों की शूटिंग में व्यस्त रहते थे। मम्मी अक्सर मुझे पापा के सेट पर लेकर जाया करती थीं।
[बचपन छूटने का पहला एहसास]
मुझे बचपन छूटने का एहसास पहली मर्तबा कॉलेज की पढ़ाई खत्म होने के बाद हुआ। दरअसल, उसी समय मुझे पहली बार कॅरियर बनाने की चिंता हुई। पैसे कैसे कमाए जाएं, यह सोच कौंधी। मैंने पहली बार निर्णय लिया कि मुझे बिजनेस करना है पर जब बिजनेस स्कूल में दाखिला लिया, तब महसूस हुआ कि मैं गलत दिशा में जा रहा हूं। फिर मैंने एक्टिंग में आने का फैसला किया। आज मैं अपने बचपन को बिल्कुल मिस नहीं करता। अब मेरी लाइफ ज्यादा अच्छी है। अपने मुताबिक जिंदगी जी रहा हूं। अपने सपनों को पूरा कर रहा हूं।
Thursday, August 28, 2008
प्रीति की ख्वाहिश
अब चुलबुली अभिनेत्री प्रीति जिंटा की ख्वाहिश ऐक्शन ओरिएंटेड रोल करने की है। अपने दिल की ख्वाहिश बयां करते हुए वे कहती हैं, मैं सीधी-सादी, ग्लैमरस और चुलबुली लड़की का किरदार निभाकर ऊब चुकी हूं। अब मैं कुछ चैलेंजिंग भूमिकाएं निभाना चाहती हूं। वैसे, जानू बरुआ की फिल्म हर पल और रितुपर्णो घोष की द लास्ट लीयर में मुझे चैलेंजिंग रोल करने का मौका मिल चुका है। इसके अतिरिक्त दीपा मेहता की हेवन ऑन अर्थ में मैं एक बेबस स्त्री का किरदार निभा रही हूं, जो मेरे प्रशंसकों के लिए सरप्राइज होगा, लेकिन मैं इससे भी नया करना चाहती हूं। दरअसल, मेरी चाहत है कि ऐक्शन ओरिएंटेड रोल जरूर करूं। हंटरवाली या चार्लीज ऐंजिल्स टाइप की नहीं, उनसे हटकर कुछ नया, जो एक्साइटिंग और चैलेंजिंग हो।
उल्लेखनीय है कि प्रीति ने अपने करियर के आरंभ से ही फिल्मों में विविधता भरे किरदार निभाए हैं। दिल से, सोल्जर, संघर्ष, क्या कहना, दिल चाहता है, लक्ष्य, वीर जारा, कृष आदि फिल्मों में प्रीति नए अंदाज में नजर आई और यही वजह है कि वे कभी किसी खास इमेज में कैद नहीं हुई। वे गर्व के साथ कहती हैं, एक अभिनेत्री के लिए इससे बढ़कर खुशी की बात और क्या हो सकती है? मैं लकी हूं कि मुझे शुरू से ही अलग-अलग तरह के रोल मिले। सच कहूं, तो मैं कभी अपने किरदारों से संतुष्ट नहीं होती हूं। सबसे बड़ी बात यह है कि चूंकि मैंने हमेशा रिस्क लिया, इसीलिए आज इस मुकाम पर हूं। मुझे पूरा विश्वास है कि आने वाले दिनों में मेरी फिल्मोग्राफी बहुत मजेदार होगी। प्रीति अपनी बात रखते हुए आगे कहती हैं, मैं ऑडियंस की इस बात के लिए शुक्रगुजार हूं कि उन्होंने हमेशा मेरे काम की सराहना की और मेरा उत्साह भी बढ़ाया। मैंने जिन किरदारों को जीया, उन्होंने उसे पसंद किया। मुझे उम्मीद है कि मेरी आने वाली फिल्मों हीरोज, हर पल, द लास्ट लीयर और हेवन ऑन अर्थ को न केवल दर्शक पसंद करेंगे, बल्कि ये फिल्में बॉक्स-ऑफिस पर अच्छा व्यवसाय भी करेंगी। फिलहाल, अब मुझे ऐक्शन फिल्मों का इंतजार है। देखते हैं, मेरी यह ख्वाहिश कब तक पूरी होती है!
Wednesday, August 27, 2008
रणबीर के निर्देशन में वापसी करेगे ऋषि-नीतू
युवा दिलों की धड़कन रणबीर कपूर की दूसरी फिल्म बचना ऐ हसीनो बॉक्स ऑफिस में सफलता अर्जित करने में कामयाब हुई। इससे रणबीर का आत्मविश्वास बढ़ा है। अब रणबीर अपने पूर्व वादे के मुताबिक आर के बैनर को सक्रिय करने की तैयारी में जुट गए हैं। वे साल 2009 के अंत तक निर्देशन की बागडोर संभालने की योजना बना रहे हैं। रणबीर के एक करीबी के मुताबिक रणबीर एक रोमांटिक फिल्म निर्देशित करने की तैयारी कर रहे है। दिलचस्प बात यह है कि इस फिल्म से अर्से बाद रणबीर के पापा ऋषि और मम्मी नीतू एक जोड़ी के रूप में बड़े पर्दे पर वापसी करेंगे। रणबीर स्वयं भी इस फिल्म में एक्टिंग करने के मूड में है यानी यह पहली बार होगा जब ऋषि, नीतू और रणबीर किसी फिल्म में एक साथ अभिनय करते नजर आएंगे।
उल्लेखनीय है, रणबीर कपूर एक्टिंग में आने से पूर्व न्यूयॉर्क फिल्म एकेडमी से निर्देशन का प्रशिक्षण ले चुके हैं। वे संजय लीला भंसाली को फिल्म ब्लैक में असिस्ट भी कर चुके हैं। रणबीर ने अपनी पहली फिल्म सांवरिया की रिलीज के पहले कहा था कि वे भविष्य में आर के बैनर तले फिल्म निर्देशित करेंगे।
हाल में हुई एक मुलाकात में रणबीर ने इस खबर की पुष्टि करते हुए कहा हां, यह सच है कि मैं आर के बैनर तले फिल्म निर्देशित करने जा रहा हूं। मेरी पहले से ही अपने होम प्रोडक्शन की फिल्म निर्देशित करने की योजना थी। मैंने मम्मी-पापा से बात की है। उन्होंने पूरा सहयोग करने का वादा किया है। उम्मीद करता हूं कि इस फिल्म में दर्शकों को मम्मी-पापा फिर एक साथ दिखाई देंगे।
सलमान से अप्रसन्न है लारा
ग्लैमरस अदाओं के लिए प्रसिद्ध अभिनेत्री लारा दत्ता के रिश्ते आजकल पार्टनर सलमान खान से अच्छे नहीं हैं। हालांकि दुनिया को दिखाने के लिए लारा बेमन से सलमान के साथ दोस्ती निभाने में लगी हुई हैं। इसी का नजारा पिछले दिनों सलमान के गेम शो दस का दम के सेट पर देखने को मिला, जहां सलमान के न्यौते पर लारा उनके शो के आखिरी एपीसोड में मेहमान खिलाड़ी बनकर पहुंची थीं। उनके साथ अभिनेत्री रानी मुखर्जी भी थीं।
एक प्रत्यक्षदर्शी के मुताबिक, दस का दम के सेट पर लारा और सलमान के बीच गैप साफ दिख रहा था। शो की शूटिंग के दौरान लारा सलमान के साथ सजह नहीं महसूस कर रही थीं। वह सलमान से ज्यादा बात भी नहीं कर रही थीं। इसके विपरीत रानी सलमान के साथ घनिष्ठ मित्र की तरह पेश आ रही थीं। उन्होंने सलमान के साथ कई दिलचस्प मुद्दों पर डिस्कशन किया एवं जमकर सबका मनोरंजन किया, जबकि लारा ज्यादातर खामोश रहीं। वह सलमान और रानी की हर बात पर मुस्कुराकर प्रतिक्रिया दे देती थीं। वैसे, इस एपीसोड के प्रचार के फोटोशूट के दौरान भी लारा सलमान से दूरी बनाती दिखीं। फोटोशूट के दौरान ऐसा प्रतीत हो रहा था, जैसे सलमान जबरदस्ती लारा के साथ फोटो खिंचवा रहे हैं। फोटोग्राफ में दोनों के बीच का फासला साफ दिख रहा था।
उल्लेखनीय है कि सलमान की होम प्रोडक्शन फिल्म पार्टनर में लारा उनके अपोजिट प्रमुख भूमिका निभा चुकी है। लारा के करीबी लोगों के मुताबिक, सलमान और लारा के बीच दूरी बढ़ने का सिलसिला उस वक्त आरंभ हुआ जब सलमान के होम-प्रोडक्शन की नई फिल्म मैं और मिसेज खन्ना में लारा को निकालकर उनकी जगह करीना कपूर को साइन कर लिया गया।
लारा अपने साथ हुए उस बर्ताव को भूली नहीं हैं। इस बाबत जब लारा से संपर्क किया गया, तो उन्होंने प्रतिक्रिया देते हुए कहा, सलमान मेरे अच्छे दोस्त हैं, इसीलिए मैं उनके बुलावे पर दस का दम शो में गई थी। मैं खुश हूं कि उन्होंने अपने शो के अंतिम एपीसोड में मुझे आमंत्रित किया। उल्लेखनीय है, सलमान खान के गेम शो दस का दम के अंतिम एपीसोड का प्रसारण आगामी तेरह सिंतबर को किया जाएगा।
अब फूंक का सीक्वल बनाएंगे रामू | खबर
तीन करोड़ की लागत से बनी फूंक पहले सप्ताहांत में छह करोड़ रूपये से ज्यादा की कमाई कर सफल फिल्मों की फेहरिस्त में शुमार हो चुकी है। रामू ने कहा कि मैं यह देखकर खुश हूं कि आज के दर्शक अच्छी फिल्मों को देखना पसंद कर रहे हैं। उन्हें इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता कि उस फिल्म में कोई बड़ा नाम है या नहीं। मेरी फिल्म फूंक की सफलता यही कहती है।
फिल्म के निर्माता आजम खान के मुताबिक फूंक-2 की स्क्रिप्ट का काम लगभग समाप्त हो चुका है। इसमें भी एहसास चन्ना और सुदीप प्रमुख भूमिका में होंगे। फूंक की सक्सेस पार्टी में फिल्म के कलाकारों सहित हिंदी फिल्म जगत के कई बड़े लोगों प्रकाश झा, सुनील दर्शन, गोविंद निहलानी, मधुर भंडारकर आदि ने शिरकत की।
पार्टी में मधुर की मौजूदगी ने सबको हैरान किया। दरअसल, पिछले दस सालों से मधुर और रामगोपाल वर्मा एक-दूसरे से नाराज चल रहे थे। मधुर ने यहां पहुंचकर रामू को बधाई देते हुए सारे गिले-शिकवे दूर कर लिए।
Tuesday, August 26, 2008
आलोचना के डर से भागे राहुल बोस | खबर
मुंबई। फिल्म मान गए मुगले-आजम की रिलीज के बाद से अभिनेता राहुल बोस मीडिया की नजरों से बचते फिर रहे हैं। दरअसल, सधे हुए अभिनय के लिए चर्चित राहुल बोस ने इस फिल्म में अपनी गंभीर छवि के विपरीत इतना बुरा अभिनय किया है कि आज कल हर तरफ उनकी जमकर आलोचना हो रही है। इस बात का ताजा उदाहरण बीते शनिवार की शाम उस वक्त देखने को मिला, जब राहुल अपनी नई फिल्म तहान के प्रमोशन के सिलसिले में मीडिया से मुखातिब होने पहुंचे।
राहुल से सभी पत्रकार फिल्म मान गए मुगले-आजम में उनके अनपेक्षित काम के बारे में चर्चा करने लगे। उनके समक्ष ही उनकी फिल्म की बुराई करने लगे। राहुल कोई संतोषजनक उत्तर नहीं दे पा रहे थे। तभी राहुल बोस ने अरजेंट कॉल का बहाना बनाया और मीडिया के बीच से उठकर चले गए। फिर क्या था, सभी पत्रकारों को निराश होकर लौटना पड़ा। बहरहाल, देखते हैं कि राहुल बोस इस खुली आलोचना से क्या सीख लेते हैं?
रॉक ऑन से मिलेगी नई दिशा: पूरब कोहली
फिल्म माई ब्रदर निखिल फेम युवा अभिनेता पूरब कोहली अपनी नई फिल्म रॉक ऑन को लेकर बेहद उत्साहित हैं। दरअसल, पूरब को विश्वास है कि यह फिल्म उनके करियर के लिए टर्निग प्वॉइंट साबित होगी। वे कहते हैं, मैंने अब तक ज्यादा गंभीर फिल्में ही की हैं और उनमें मेरी छोटी भूमिकाएं थीं। रॉक ऑन में मेरी भूमिका बड़ी और काफी महत्वपूर्ण है। यही वजह है कि मैं इस फिल्म से उम्मीद लगाए बैठा हूं। मुझे आशा है कि इसकी रिलीज के बाद मेरे करियर को नई दिशा मिलेगी। यह मेरी फुली कॉमर्शिअॅल फिल्म है।
अभिषेक कपूर निर्देशित रॉक ऑन में अपनी भूमिका के बारे में पूरब कहते हैं, मैं इसमें केडी का किरदार निभा रहा हूं। केडी का पूरा नाम केदार झवेरी है, लेकिन वह खुद को किलर ड्रमर बताता है। वह खुद को दुनिया का सबसे अच्छा ड्रमर समझता है। दरअसल, यह फिल्म आदित्य, जॉय, रॉब और केडी की कहानी है, जो एक बैंड के सदस्य हैं और केडी उस बैंड का ड्रमर है। मुझे फिल्म में फरहान अख्तर, अर्जुन रामपाल, ल्यूक केनी, प्राची देसाई और कोयल पुरी के साथ काम करने का अवसर मिला है। हम सभी ने शूटिंग के दौरान खूब एंज्वॉय किया।
उल्लेखनीय है कि पूरब ने करियर की शुरुआत लोकप्रिय सीरियल हिप हिप हुर्रे से की थी। उसके बाद वे चैनल वी के वीजे बने और साथ ही मॉडलिंग में सक्रिय हो गए। पूरब ने 2003 में फिल्म बस यूं ही से सिल्वर स्क्रीन पर दस्तक दी। उसमें उनके अपोजिट नंदिता दास थीं। वे अब तक सुपारी, वास्तुशास्त्र, माई ब्रदर निखिल, वो लम्हे, आवारापन फिल्मों में अहम भूमिकाएं निभा चुके हैं। ऐक्टिंग में आने की अपनी दास्तान पूरब बताते हैं, मेरा सपना पायलट बनने का था और इसीलिए 1996 में मैंने उसकी बाकायदा ट्रेनिंग भी ली, लेकिन उस वक्त उस इंडस्ट्री में ज्यादा स्कोप नहीं था। इसलिए मैंने अपनी उस चाहत को भुला दिया। बाद में मौसी के कहने पर मैं हिप-हिप हुर्रे के ऑडिशन के लिए गया और तुरंत सिलेक्ट हो गया। तब मेरी उम्र उन्नीस साल थी। मैं चैनल वी के वीजे बनने तक तय नहीं कर पाया था कि मुझे इसी इंडस्ट्री में करियर बनाना है। माई ब्रदर निखिल की रिलीज के बाद मैं ऐक्टिंग को लेकर गंभीर हो गया और इसी क्षेत्र में करियर बनाना है, यह सोच लिया।
अपने अब तक के अभिनय सफर से पूरब संतुष्ट नहीं हैं। वे तर्क देते हैं, यदि मेरी पहली फिल्म बस यूं ही बॉक्स ऑफिस पर चल गई होती, तो आज मैं किसी और मुकाम पर होता। खैर, मैंने अपने अब तक के सफर में बहुत कुछ सीख लिया है। छोटे पर्दे की चर्चा होने पर वे कहते हैं, मुझे अपनी टीवी ऐक्टर की इमेज को मिटाने में काफी वक्त लगा है। अब मुझे जब फिल्मों में सफलता मिल जाएगी, तभी टीवी के लिए काम करूंगा। हालांकि अभी मुझे टीवी शो के ऑफर लगातार आ रहे हैं।
रॉक ऑन के बाद पूरब रजत कपूर निर्देशित फिल्म रैक्टेंगल लव स्टोरी में दिखाई देंगे। उसके बारे में वे कहते हैं, यह तीन लड़कों और एक लड़की की कहानी है।
Monday, August 25, 2008
सबकी खुफिया खबर रखता हूं: साजिद खान
सफल फिल्म हे बेबी के बाद निर्देशक साजिद खान अपनी दूसरी फिल्म हाउसफुल की तैयारियों में व्यस्त हो गए हैं। उन्होंने इस फिल्म केलेखन और मुख्य कलाकारों के चयन का काम अब लगभग समाप्त कर लिया है। इसकी शूटिंग साल के अंत तक शुरू होगी। दरअसल, साजिद इस खाली समय का उपयोग छोटे पर्दे के लिए कर रहे हैं। होस्ट ऐंड दोस्त साजिद इन दिनों नए चैनल कलर्स पर चल रहे अपना टॉक शो साजिद सुपर स्टार को लेकर बेहद उत्साहित हैं। वे कहते हैं, हमने अपने शो में ऑडियंस के मनोरंजन का खयाल रखते हुए स्टैंडअप कॉमेडी, मस्ती और कंट्रोवर्सी जैसे तत्वों की खूब मिक्सिंग की है।
दिलचस्प बात तो यह है कि इस शो में फिल्मी सितारों का एक अलग रूप दर्शकों को देखने को मिल रहा है, जो कि आमतौर पर किसी टॉक शो में देखने को नहीं मिलता। चूंकि मैं इंडस्ट्री का लड़का हूं, इसलिए यह कह सकते हैं किमैं सबकी खुफिया और खुली हर तरह की खबर रखता हूं। सबसे खास व अच्छी बात यह है कि मेरा शो पूरी तरह से हिंदी में है। साजिद अत्यंत रचनात्मक शख्सियत हैं। वे बड़े हाजिरजवाब और दिलचस्प बात करने में भी माहिर हैं। वे स्वीकारते हैं, दरअसल, मैं निर्देशक इसीलिए बना, क्योंकि मैं क्रिएटिव व्यक्ति हूं। मैं अपने हर शो में क्रिएटिव रूप से इन्वॉल्व रहता हूं। लोग यह जानकर हैरान होंगे कि मैं अपने किसी भी शो की स्क्रिप्ट तैयार नहीं करता। चाहे वह स्टेज शो हो, या फिर टॉक शो! यही वजह है कि मैं कार्यक्रम पेश करते वक्त हमेशा इधर-उधर देखता रहता हूं। मैं तो कहता हूं कि लानत है उन लोगों पर, जो ऐसे कार्यक्रमों की स्क्रिप्ट तैयार करते हैं!
पहली फिल्म हे बेबी की तरह ही साजिद की दूसरी फिल्म हाउसफुल भी कॉमेडी से भरपूर है। वे अपनी इस फिल्म की सफलता को लेकर अभी से आश्वस्त हैं। साजिद कहते हैं, मेरी यह फिल्म पहली फिल्म की अपेक्षा बड़ी स्टारकास्ट और बड़े बजट की होगी। यह पहली फिल्म से ज्यादा मनोरंजक और उससे भी बड़ी हिट साबित होगी। यह मेरी गारंटी है। इसमें अक्षय कुमार, रितेश देशमुख, दीपिका पादुकोण और जिया खान मुख्य भूमिकाओं में हैं। अभी एक अभिनेत्री और एक बहुत सीनियर कलाकार का चयन बाकी है। यह फिल्म साल के अंत तक फ्लोर पर जाएगी और अगले साल के मध्य तक रिलीज हो जाएगी। चूंकि पहली फिल्म की सफलता के बाद मुझसे लोगों की अपेक्षाएं बढ़ गई हैं, इसीलिए मैं पूरी तैयारी के साथ ही आऊंगा।
कॉमेडी में माहिर साजिद की योजना एक ऐक्शन फिल्म बनाने की भी है। उसके बारे में वे कहते हैं, मैं एक समय में एक फिल्म पर ही काम करने में यकीन करता हूं। मैं एक ऐक्शन फिल्म जरूर बनाऊंगा, लेकिन अभी नहीं। उसके लिए दर्शकों को पांच साल इंतजार करना पड़ेगा। तब तक लोग मेरी कॉमेडी फिल्मों का लुत्फ उठाएं।
Sunday, August 24, 2008
फिर बंधी सफलता की आस: एशा
ड्रीम गर्ल हेमा मालिनी की बड़ी बेटी एशा देओल को अपनी नई फिल्म हाइजैक से एक बार फिर सफलता की आस बंधी है। उल्लेखनीय है कुणाल शिवदासानी निर्देशित इस फिल्म में एशा देओल पहली बार एयर होस्टेस की भूमिका में दिखाई देंगी। यह फिल्म आतंकवाद पर बनी है। इसकी कहानी के केंद्र में एक पिता और पुत्री हैं। पिता के किरदार में शाइनी आहूजा हैं। मैं जिस फ्लाइट में ड्यूटी कर रही होती हूं, उस फ्लाइट को कुछ आतंकवादी हाइजैक कर लेते हैं। उसी फ्लाइट में शाइनी यानी विक्रम मदन की बेटी भी होती है। अब विक्रम अपनी बेटी को बचाने के लिए आतंकवादियों का कैसे सामना करता है और सरिता उसकी किस प्रकार से मदद करती है? यह देखना दिलचस्प होगा। मेरा किरदार फिल्म का अहम पात्र है।
दिलचस्प बात यह है कि इस फिल्म में शुरू से लेकर अंत तक एशा सिर्फ एक कॉस्ट्यूम में दिखाई देंगी। इस बाबत एशा हंसते हुए कहती हैं, दरअसल, मैं एयर होस्टेस के ड्रेस में ड्यूटी पर होती हूं और जहाज को आतंकवादी हाइजैक कर लेते हैं। उसके बाद मेरे किरदार को कपड़े बदलने का मौका ही नहीं मिलता। यह वजह है कि पूरी फिल्म में मैं एक ही ड्रेस में हूं। मैंने इसमें लाल और सफेद रंग का कॉस्ट्यूम पहन रखा है। उसे फैशन डिजाइनर शाहिद आमिर ने तैयार किया है। हाइजैक पहली ऐसी फिल्म है जिसमें मैं शुरू से अंत तक एक ही ड्रेस में हूं। आज के दौर में यह भी अपने आप में अलग बात है। मैंने अपने एयर होस्टेस के किरदार को खूब एंज्वॉय किया।
उल्लेखनीय है एशा देओल की पिछले साल आयी सभी फिल्में जस्ट मैरिड, कैश, डार्लिग और साल 2008 में आयी वन टू थ्री बॉक्स-ऑफिस पर सफल साबित नहीं हुईं। हाल में वे गणेश आचार्य की फिल्म मनी है तो हनी है में गोविंदा के साथ एक गाने में थिरकते दिखी थीं। कहा जा रहा है कि हेमा की लाडली बेटी एशा का कॅरियर अब डगमगा रहा है। अभिनेत्री एशा बचाव की मुद्रा में तर्क देती हैं, कुछ फिल्में नहीं चलीं इसका तात्पर्य यह नहीं है कि किसी कलाकार का कॅरियर खत्म हो रहा है। उतार-चढ़ाव सभी की जिंदगी में आता है। अभी मेरी एक फिल्म हिट हो जाएगी, फिर आप ऐसा सवाल नहीं करेंगे। मुझे उम्मीद है कि हाइजैक से मेरे कॅरियर को उछाल मिलेगा। जहां तक गणेश आचार्य की फिल्म में गेस्ट अपियरेंस का सवाल है तो हम कभी-कभी अपने रिश्तों को निभाने के लिए ऐसा करते हैं। हम भी इंसान हैं। हम पर भी व्यक्तिगत जिम्मेदारियां होती हैं।
एड फिल्म मेकर कुणाल शिवादासानी की यह पहली फिल्म है। उनके साथ साथ काम करने के अनुभव के बारे में एशा कहती हैं, उनके साथ काम करने का अनुभव बहुत अच्छा रहा। यह उनकी पहली फिल्म है, लेकिन उनके साथ काम करके एक बारगी मुझे नहीं लगा कि मैं नए निर्देशक के साथ काम कर रही हूं। वे कई विज्ञापन फिल्में बना चुके हैं। उनका वह अनुभव उनके काम में साफ झलकता है। मुझे आशा है कि वे भविष्य में ऐसी ही बेहतरीन फिल्में बनाएंगे।
हाल में सुनने में आया था कि हेमा मालिनी बेटी एशा के कॅरियर को बढ़ावा देने के उद्देश्य से एक फिल्म निर्देशित करने वाली हैं। दरअसल, हेमा मालिनी का मानना है कि एशा की अभी तक कोई ऐसी फिल्म नहीं आयी जिसमें उनकी अभिनय एवं नृत्य प्रतिभा को सही तरह से प्रदर्शित किया गया हो। एशा इस सिलसिले में कुछ भी कहने से बचती हैं। वे कहती हैं, मैं अभी मम्मी की फिल्म के बारे में कुछ नहीं कह सकती। सही वक्त आने पर वे खुद उस प्रोजेक्ट के बारे में बताएंगी। बहरहाल, एशा के पास इस वक्त कल्पना लाजमी की अनाम फिल्म और आदित्य दत्त की फिल्म चाय गरम है। एशा इन फिल्मों की शूटिंग आरंभ होने का इंतजार कर रही हैं।
Saturday, August 23, 2008
मैं थी बहुत ही गोल-मटोल: विद्या बालन
Aug 22, 11:15 pm
हिंदी फिल्म इंडस्ट्री की लोकप्रिय अभिनेत्रियों में विद्या बालन का नाम अवश्य आता है। उन्होंने जबसे ग्लैमर की दुनिया में कदम रखा है, उसके बाद की उनकी जिंदगी से हर कोई वाकिफ है, लेकिन विद्या बालन के बचपन के बारे में नहीं। कैसा था उनका बचपन, जानिए उन्हीं की जुबानी-
[शैतान बच्ची नहीं थी]
सामान्यतया हर शख्स बचपन में बहुत शरारती होता है, लेकिन मैं ऐसी नहीं थी। मैं बचपन में बहुत सुस्त किस्म की लड़की थी। दरअसल मैं उस वक्त बहुत मोटी थी। एक स्थान से दूसरे स्थान तक जाना मेरे लिए मोटापे की वजह से मुश्किल होता था। इसके लिए मुझे सब लोग बहुत चिढ़ाते थे। मगर मैं किसी की बात का बुरा नहीं मानती थी क्योंकि सच तो वही था।
[अक्सर पेट दर्द होता था]
मम्मी जैसे ही मुझे बाहर भेजने की तैयारी करतीं, मेरा पेट दर्द शुरू हो जाता था। खासकर लुका-छिपी खेलने के समय, क्योंकि मुझे दौड़ने में उस वक्त बहुत दिक्कत होती थी। मैं बचपन में खाने की शौकीन थी। किसी तरह का पकवान हो, मुझे बस खाने से मतलब होता था। शायद इसी वजह से मैं बिल्कुल गोल-मटोल हो गई थी। उस वक्त घर में बैठकर फिल्में देखना मुझे अच्छा लगता था। ज्यादातर मैं पुरानी फिल्में देखती थी।
[बहुत पसंद थी मैथ्स]
मैं पढ़ाई में एवरेज स्टूडेंट थी। मुझे हिंदी, अंग्रेजी और गणित विषय बहुत पसंद थे। हां, इतिहास पढ़ना मुझे बिल्कुल नहीं अच्छा लगता था क्योंकि मुझे नाम और तारीखें याद ही नहीं होती थीं। मैं स्कूल में शरारतें नहीं करती थी। चुपचाप एक अच्छी स्टूडेंट बनकर रहती थी। इस वजह से स्कूल में मेरे ज्यादा दोस्त नहीं थे।
[हमेशा साथ रहती है पापा की सीख]
मैं बचपन में ज्यादा शरारती नहीं थी, इसलिए मुझे मार नहीं पड़ती थी। हाँ, कभी शरारत करती भी थी तो तुरंत सॉरी बोल देती थी। मेरी बहन जल्दी सॉरी नहीं बोलती थीं, इसलिए उन्हें बहुत मार पड़ती थी। पापा ने कभी मुझ पर हाथ नहीं उठाया। पापा ने एक सीख दी थी कि अपनी गलती को स्वीकार करना चाहिए। मैं उसका अनुसरण आज भी करती हूं।
[हर सपना हुआ पूरा]
मैंने बचपन में जो सपने देखे, वे सारे पूरे हो गए। मैं अपने उन सपनों का जिक्र यहां नहीं करना चाहती। आज कभी-कभार अपने बचपन को मिस करती हूं क्योंकि वह जीवन का अनमोल दौर था। बचपन में मम्मी-पापा की डांट खाने का अलग मजा होता है। मैं कहूंगी कि आप सब अपने बचपन के हर एक पल को अच्छी तरह जीएं।
राखी ने मांगी सलमान से माफी | खबर
मुंबई। राखी सावंत ने रियलिटी डांस शो नच बलिए-3 के मंच पर सलमान खान की अनसुनी करने के लिए बीती रात उनसे सार्वजनिक रूप से माफी मांगी। राखी गुरुवार को सलमान के गेम शो दस का दम के फाइनल एपीसोड में मेहमान थीं।
सलमान ने उन्हें खुद फोन कर अपने शो के लिए आमंत्रित किया था। सोनी चैनल पर दिखाए जा रहे सलमान के इस शो के फाइनल एपीसोड का प्रसारण आगामी 13 सितंबर को होगा। राखी के मुताबिक वह उस वक्त बहुत खुश हुई जब उन्हें सलमान का फोन आया।
राखी ने कहा, मुझे आज तक नच बलिए-3 के फाइनल के मंच पर उनकी अनसुनी करने का मलाल था। यही वजह है कि जब मुझे उनका फोन आया मैंने तभी मन बना लिया कि सारी दुनिया के सामने उनसे माफी मांग लूंगी। मैंने सेट पर पहुंचते ही सबसे पहले उनसे माफी मांगी। राखी ने बताया कि सलमान ने इस पर हंसते हुए कहा कि उन्होंने तो मुझे उसी वक्त माफ कर दिया था। उल्लेखनीय है कि पिछले चार महीने से जारी सलमान के इस शो के ग्रैंड फाइनल एपीसोड में राखी के साथ रानी मुखर्जी, लारा दत्ता और कामेडियन शकील भी दिखाई देंगे। बीती रात मुंबई के आर के स्टूडियो में इस शो के फाइनल एपीसोड की शूटिंग हुई। इस शो का अंतिम एपीसोड ढाई घंटे का होगा।
Friday, August 22, 2008
अकेले नहीं देख सकता फूंक: रामगोपाल वर्मा
Aug 21, 10:44 pm
आज रिलीज हो रही फूंक चर्चित फिल्मकार रामगोपाल वर्मा की चौथी हॉरर फिल्म है। रामू अपनी नई फिल्म फूंक को लेकर दावा कर रहे हैं कि इसे कोई व्यक्ति अकेले नहीं देख सकता।
[ब्लैक मैजिक पर आधारित है]
रामू बताते है कि फूंक की कहानी का आधार ब्लैक मैजिक यानी काला जादू है। हालांकि मैं खुद काला जादू की बात में विश्वास नहीं करता हूं। एक न्यूज चैनल पर मैंने इसके बारे में एक स्टोरी देखी। बाद में मैंने अपने दोस्तों से पूछा कि क्या वे काला जादू में यकीन करते हैं? उनमें से ज्यादातर ने हां कहा। बस मैंने तभी फैसला किया कि इस विषय पर अवश्य फिल्म बनाऊंगा।
[अंधविश्वास को बढ़ावा नहीं दे रहा]
इसकी कहानी के केंद्र में एक सुखी परिवार है, जिसमें पिता अपनी बेटी से बहुत प्यार करता है। एक दिन अचानक उसकी बेटी को कुछ हो जाता है। वह पिता अपनी बेटी को बचाने के लिए क्या करता है, यही फिल्म में दिखाया है। मैंने इसमें काला जादू एवं अंधविश्वास को मानने और ऐसी बातों में यकीन नहीं करने वाले दोनों मतों के पात्रों को रखा है, ताकि विषय को निष्पक्ष तरीके से पेश कर सकूं। इस बात का फैसला दर्शक खुद करेंगे कि क्या सच है और क्या झूठ।
[सबसे डरावनी साबित होगी]
फूंक मेरी अब तक की सबसे डरावनी फिल्म है। जब थिएटर में अंधेरे में लोग इसे देख रहे होंगे, तो उनके रोंगटे खड़े हो जाएंगे, यह मेरा वादा है। यह फिल्म इतना अधिक डरावनी है कि मैं इसे अकेले बैठकर नहीं देख सकता। मुझे उम्मीद है कि यह डरावनी फिल्मों का लैंडमार्क साबित होगी। इसका श्रेय मेरे फिल्म के कलाकार सुदीप एवं आठ साल की छोटी बच्ची एहसास को जाएगा। उन्होंने कमाल की एक्टिंग की है।
[अभी नहीं बनेगी सरकार राज-3]
मैं कई फिल्मों की स्क्रिप्ट पर काम कर रहा हूं, लेकिन अभी तक कुछ भी फाइनल नहीं हुआ है। एक फिल्म गैंगस्टर की कहानी पर बनाने की योजना है। जहां तक सरकार राज-3 की बात है तो अभी मैंने उस बारे में कुछ सोचा नहीं है और न ही मैं सिकंदर खेर के साथ कोई फिल्म बना रहा हूं। जल्द ही अपनी नई फिल्म के बारे में घोषणा करूंगा।
विजेंद्र के साथ डेट पर जाएंगी बिपाशा! | खबर
मुंबई। ओलंपिक मुक्केबाजी इतिहास में पहला पदक तय करने वाले भारतीय बाक्सर विजेंद्र कुमार के प्रशंसकों की संख्या तेजी से बढ़ी है। इस कड़ी में बालीवुड की बिंदास अभिनेत्री बिपाशा बसु का नाम भी जुड़ गया है। बिपाशा ने कहा है कि अगर विजेंद्र स्वर्ण पदक जीते तो वह उनके साथ डिनर डेट पर जाएंगी।
उल्लेखनीय है कि हरियाणा के विजेंद्र खुद भी बिपाशा के जबरदस्त प्रशंसक हैं। इस बात की जानकारी जब बिपाशा को दी गई तो उन्होंने खुशी व्यक्त की। विजेंद्र के प्रदर्शन की तारीफ करते हुए बिपाशा ने कहा कि मैं ओलंपिक पर शुरू से नजर गड़ाए बैठी हूं। इस बार हमारे खिलाड़ी बहुत अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं। मैंने बुधवार को सुशील कुमार और विजेंद्र का प्रदर्शन देखा। मैं दोनों को बधाई देना चाहती हूं।
बिपाशा ने इसके बाद कहा कि मैं विजेंद्र से कहना चाहूंगी कि वे हमारे लिए गोल्ड मेडल जीत कर लाएं। अगर वे ऐसा करते हैं तो मैं उनके साथ डिनर पर जाऊंगी। ये मेरा वादा है। यह उनके लिए मेरी तरफ से तोहफा होगा।
विजेंद्र ने बुधवार को 75 किग्रा भार वर्ग की मुक्केबाजी स्पर्धा में अपने प्रतिद्वंद्वी को मात देकर सेमीफाइनल में जगह बना ली। उम्मीद है कि भारत के नाम कांस्य पदक पक्का कर चुके विजेंद्र अपनी चहेती अभिनेत्री की चाहत भी पूरी करने में कामयाब होंगे।
अभिनय करेंगे शम्मी कपूर के बेटे आदित्य राज कपूर | खबर
मुंबई। ऋषि कपूर के बेटे रणबीर कपूर के बाद अब शम्मी कपूर के बेटे आदित्य राज कपूर भीअभिनय में अपना जौहर दिखाने आ रहे हैं। उन्होंने हाल में एक फिल्म दीवानगी में हद कर दी साइन की है। इस फिल्म में वे खलनायक की भूमिका में नजर आएंगे।
पापा शम्मी की एक्टिंग विरासत को आगे बढ़ाने जा रहे आदित्य कहते हैं कि मुझे इस बात का एहसास अब हो रहा है कि मुझे बहुत पहले ही एक्टिंग में आ जाना चाहिए था। खैर, मैंने बेवकूफी की लेकिन अब मैं पूरी तरह एक्टिंग में ही सक्रिय रहना चाहता हूं। इस वक्त मैं जितेन पुरोहित की फिल्म दीवानगी ने हद कर दी की शूटिंग कर रहा हूं। इसके अतिरिक्त मैंने सुनील शेट्टी और एकता कपूर के संयुक्त प्रोडक्शन की एक फिल्म एवं जगमोहन मुंद्रा की एक अनाम फिल्म साइन की है। मेरी एक फिल्म मुंबई 118 नवरात्रि पर प्रदर्शित होगी, जिसका निर्देशन जे पी दत्ता के सहायक निर्देशक रह चुके सुरेंद्र वर्मा ने किया है।
उल्लेखनीय है, आदित्य अब तक निर्देशन में सक्रिय थे। उन्होंने तीन ब्रिटिश फिल्मों शमाल, सांभर साल्सा और डोंट स्टॉप ड्रीमिंग का निर्देशन किया है। इनमें से ऋषि कपूर और सुनील शेट्टी अभिनीत फिल्म डोंट स्टॉप ड्रीमिंग जल्द ही हिंदी में डब होकर भारत में रिलीज होगी, ऐसा आदित्य का कहना है।
निर्देशन के बाबत वे आगे कहते हैं कि फिलहाल मैं अपना सारा ध्यान एक्टिंग पर केंद्रित कर रहा हूं। संभव है मैं आने वाले साल में हिंदी फिल्म बनाऊं, लेकिन वह आरके बैनर तले नहीं बल्कि मेरे खुद के बैनर तले बनेगी।
Thursday, August 21, 2008
अब केवल लीड रोल ही करूंगी: राइमा सेन
मासूम दिखने वाली ऐक्ट्रेस राइमा सेन अपनी नई फिल्म सी कंपनी को लेकर बेहद उत्साहित इसलिए भी हैं, क्योंकि वे इसमें पहली बार सोलो ऐक्ट्रेस के रूप में नजर आएंगी। वे कहती हैं, मैं अब तक हिंदी फिल्मों में सेकॅन्ड लीड रोल में ही दिखती थी। इसलिए मेरे बारे में लोग यह सोचने लगे थे कि मैंने अपना करियर प्लान नहीं किया है। मैं आंख मूंद कर काम किए जा रही हूं, लेकिन अब मैंने अपना करियर प्लान कर लिया है, इसलिए मैं केवल लीड रोल वाली फिल्में ही करूंगी और उसकी शुरुआत सी कंपनी से हो चुकी है। यह मेरी पहली सोलो फिल्म है, इसलिए मैं इसकी रिलीज का उत्सुकता से इंतजार कर रही हूं। राइमा सी कंपनी में तुषार कपूर की प्रेमिका बनी हैं और यह उनकी पहली कॉमेडी फिल्म है। निर्देशक हैं सचिन यार्डी। वे कहती हैं, मैं सीरियस किस्म की फिल्में बहुत कर चुकी हूं, इसलिए अब मैं कॉमर्शिअॅल फिल्में करके अपनी गंभीर ऐक्ट्रेस की इमेज को तोड़ना चाहती हूं। जब मुझे इस फिल्म का प्रस्ताव आया, तो मैंने तुरंत हां कह दिया। मैं इसमें प्रिया का ग्लैमरस किरदार निभा रही हूं। प्रिया एक गैंगस्टर की बहन है। गैंगस्टर की भूमिका में हैं मिथुन चक्रवर्ती। प्रिया रिपोर्टर अक्षय कुमार से प्यार करती है। अक्षय का रोल तुषार कपूर कर रहे हैं। सच कहूं, तो जब मुझे इस फिल्म का प्रस्ताव आया, तो मैं चौंक गई कि मुझे इतने ग्लैमरस किरदार के लिए कैसे चुना जा रहा है! मुझे यकीन है कि इस फिल्म से मेरे करियर को एक नई दिशा मिलेगी। उल्लेखनीय है कि राइमा अब तक चोखेर बाली, परिणीता, एकलव्य और हनीमून टै्रवॅल्स प्रालि जैसी कई हिंदी और कुछ बांग्ला फिल्मों में छोटी, लेकिन कुछ अहम भूमिकाएं निभा चुकी हैं। मणिशंकर की आने वाली फिल्म मुखबिर में वे एक बार फिर छोटे रोल में दिखेंगी। वे कहती हैं, मैंने पहले सोचा था कि मुखबिर में काम नहीं करूंगी, लेकिन दोस्ती की वजह से मुझे उसमें काम करना पड़ा। भविष्य में दर्शक मुझे किसी भी फिल्म में छोटी भूमिकाओं में नहीं देखेंगे। मेरी आने वाली फिल्में हैं मधुरिता आनंद की मेरे ख्वाबों में जो आए, अपर्णा सेन की जैपनीज वाइफ, रुचि नारायण की मुंबई कटिंग और रितुपर्णो घोष की बांग्ला फिल्म झींदेर बोंधु में लोग मुझे लीड रोल में देखेंगे।
पहली बार तुषार के साथ काम करने वाली राइमा उनकी तारीफ करते नहीं थकतीं, तुषार न केवल एक अच्छे ऐक्टर हैं, बल्कि वे परफेक्शनिस्ट भी हैं। सीन करने से पहले वे अक्सर मेरी वैन में आकर मेरे साथ रिहर्सल करते थे। यह उनके होम प्रोडक्शन की फिल्म है, इसलिए वे सेट पर हम सबका बहुत खयाल रखते थे। किसी चीज की कमी नहीं होने देते थे। हम दोनों की फिल्म में अच्छी जोड़ी बनी है। उम्मीद है, दर्शक हमें पसंद करेंगे।
चर्चा है कि राइमा जल्द ही छोटी बहन रिया सेन केसाथ एक हिंदी फिल्म में अभिनय करती नजर आएंगी? उसमें वे दोनों सगी बहन की भूमिका में होंगी। इस बारे में जवाब देती हैं, मैं रिया के साथ रितुपर्णो घोष की पीरियड बांग्ला फिल्म, जो रबीन्द्रनाथ टैगोर की एक कहानी पर आधारित है, में हूं, लेकिन मैं उसमें रिया की बहन नहीं बनी हूं। हम उस फिल्म की शूटिंग सितंबर में शुरू करेंगे। संभव है, इस फिल्म को हिंदी में भी डब किया जाए! राइमा को अभिनय जगत में आए नौ साल हो चुके हैं, लेकिन अब तक उनकी कोई स्थाई व अलग पहचान दर्शकों में नहीं बन पाई है। अपने अब तक के सफर के बारे में वे इशारे से कहती हैं, मैंने अभी तक रिटायरमेंट नहीं लिया है, जो करियर की समीक्षा करने बैठूं। अभी तो मेरा सफर शुरू हुआ है।
Wednesday, August 20, 2008
शाहरुख को टक्कर देंगे मुजम्मिल इब्राहिम
मुंबई। शाहरुख खान के लोकप्रिय गीत दर्द-ए-डिस्को की तर्ज पर अब मॉडल टर्न एक्टर मुजम्मिल इब्राहिम अपनी नई फिल्म हॉर्न ओके प्लीज के एक हिप-हॉप गाने में शर्ट उतारते नजर आएंगे। मुजम्मिल ने इस गाने के लिए खूब तैयारी की है। मुंबई के एक स्टूडियो में आज इस गाने का म्यूजिक वीडियो शूट कर रहे मुजम्मिल ने बताया, मैं पहली बार अपनी शर्ट उतारने जा रहा हूं। इस बात को लेकर मैं काफी उत्साहित हूं। दिलचस्प बात यह है कि इस फिल्म में पहली बार दर्शक मुझे डांस करते हुए भी देख सकेंगे। वैसे दर्शकों से ज्यादा मैं शाहरुख खान को अपनी बॉडी दिखाने की तैयारी कर रहा हूं। उन्होंने सिक्स एब्स बनाकर ओम शांति ओम के लिए खूब चर्चा हासिल की थी।
कहा जा रहा है कि यह गाना फिल्म का खास आकर्षण होगा। इसका इस्तेमाल फिल्म के प्रमोशन के लिए किया जाएगा। उल्लेखनीय है मुजम्मिल इब्राहिम अपनी हॉट बॉडी की वजह से मॉडलिंग की दुनिया में काफी चर्चित रहे हैं।
सुष्मिता बन पाएंगी रानी लक्ष्मीबाई !
Aug 19, 10:55 pm
इन दिनों हिंदी फिल्म इंडस्ट्री में यह चर्चा जोरों पर है कि सुष्मिता सेन का महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट रानी लक्ष्मीबाई अधर में लटक चुका है। दरअसल, सुष्मिता द्वारा बतौर निर्देशक अपनी पहली फिल्म रानी लक्ष्मीबाई की घोषणा किए हुए साल से ऊपर बीत चुका है, लेकिन अभी तक उसके निर्माण कार्य में कोई प्रोगेस नहीं दिख रही है। हां, कुछ समय पहले वह नितिन देसाई के साथ फिल्म के सेट डिजाइनिंग को लेकर चर्चा में जरूर थीं।
दरअसल, सुष्मिता अपने होम प्रोडक्शन की इस फिल्म के निर्माण की घोषणा करने के बाद अभिनय से धीरे-धीरे दूरी बनानी आरंभ कर दी थी। उस वक्त उन्होंने कहा भी था कि वे सिर्फ अपने मित्र मुदस्सर अजीज की फिल्म दूल्हा मिल गया कर रही हैं। इसके बाद वह ज्यादा से ज्यादा समय अपनी फिल्म रानी लक्ष्मीबाई की तैयारी में लगाएंगी। इसकी वजह से वह कुछ वक्त के लिए अभिनय से दूर रहेंगी।
हालांकि सुष्मिता अब डेविड धवन की कॉमेडी फिल्म डू नॉट डिस्टर्ब और छोटे पर्दे के एक रियलिटी शो एक खिलाड़ी एक हसीना की शूटिंग में व्यस्त नजर आ रही है। गत दिनों डेविड की फिल्म साइन करने के बाबत सुष्मिता ने तर्क दिया था कि वह डेविड को न नहीं कह सकतीं, क्योंकि वो उनके मित्र है और मेरे कॅरियर में उनका बड़ा योगदान है।
उल्लेखनीय है सुष्मिता प्रोडक्शन के बैनर तले बनने वाली पीरियड फिल्म रानी लक्ष्मीबाई में भारतीय और ब्रिटिश कलाकार शामिल होने है। यदि फिल्म बनती है, तो सुष्मिता के मुताबिक यह हिंदी फिल्म इंडस्ट्री की एक यादगार फिल्म होगी। बहरहाल, देखते हैं कि सुष्मिता की तरफ से इस फिल्म के फ्लोर पर जाने या इस महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट को स्थगित करने की घोषणा की जाती है।
Tuesday, August 19, 2008
भोले शंकर का हिस्सा बनकर खुश हूं: मनोज तिवारी
भोजपुरी फिल्मों के लोकप्रिय गायक-अभिनेता मनोज तिवारी जल्द ही पंकज शुक्ल निर्देशित फिल्म भोले शंकर में मिथुन चक्रवर्ती के साथ नजर आएंगे। वे इस बात को लेकर बेहद उत्साहित हैं। मनोज कहते हैं, अमिताभ बच्चन और अजय देवगन के बाद मिथुन चक्रवर्ती जैसे सीनियर कलाकार के साथ काम करना मेरे लिए न केवल गर्व की बात है, बल्कि किसी सपने के हकीकत में बदलने जैसा है। मैं बचपन में मिथुन दा की फिल्में खूब देखा करता था। उन दिनों मेरे मन में उनसे रूबरू होने तक की बात नहीं आती थी। उनके साथ मेरा काम करने का अनुभव शानदार रहा। मुझे शूटिंग के दौरान पता चला कि भोजपुरी के लिए मिथुन दा के दिल में बहुत जगह है।
फिल्म भोले शंकर दो भाइयों की पारिवारिक कहानी है। इसमें बड़े भाई शंकर की भूमिका मिथुन चक्रवर्ती निभा रहे हैं। फिल्म और अपने रोल के बारे में मनोज विस्तार से बताते हैं, यह एक साफ-सुथरी फिल्म है। मैं इसका हिस्सा बनकर खुश हूं। मैं इसमें भोले की भूमिका निभा रहा हूं, जो अपने नाम के अनुरूप बहुत सीधा-सादा युवक है। वह बेरोजगार है और नौकरी की तलाश में है। भोले को गाने का शौक है। फिल्म के माध्यम से यह संदेश देने की कोशिश हुई है कि इनसान का हुनर भी रोजगार दिला सकता है। फिल्म में गांव और शहर दोनों दिखेगा।
बीते कुछ सालों में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भोजपुरी फिल्मों को अच्छी लोकप्रियता मिली है। इसका श्रेय काफी हद तक मनोज तिवारी को जाता है। इस बारे में वे कहते हैं, यह सच है कि बीते कुछ सालों में भोजपुरी फिल्मों की अंतरराष्ट्रीय स्तर पर लोकप्रियता बढ़ी है, क्योंकि मैं जब बाहर के देशों में जाता हूं और वहां लोग जब हमें सम्मान देते हैं और हमारी भोजपुरी फिल्मों और यहां के कल्चर की तारीफ करते हैं, तो खुशी होती है। मैं सम्मानित महसूस करता हूं, जब लोग कहते हैं कि इस लोकप्रियता में मेरा थोड़ा-बहुत योगदान है। मेरा लक्ष्य भोजपुरी को और सम्मानित मुकाम दिलाना है। उसके लिए अच्छे काम और अच्छे लोगों की जरूरत है।
पिछले दिनों नीदरलैंड सरकार ने मनोज तिवारी के नाम पर डाक टिकट जारी कर उन्हें सम्मानित किया। इस खबर को सुनकर हर भोजपुरी भाषी ने गर्व महसूस किया। हालांकि भारत में कुछ लोगों ने इस डाक टिकट पर प्रश्नचिह्न लगाया और कहा कि यह सब झूठ है! इस बारे में मनोज कहते हैं, दरअसल, भोजपुरी फिल्म इंडस्ट्री में कुछ लोगों को मेरा यह सम्मान हजम नहीं हो रहा है। सच तो यह है कि वे लोग न केवल सवाल उठा रहे हैं, बल्कि भोजपुरी समुदाय को शर्मिदा भी कर रहे हैं। सच यही है कि नीदरलैंड सरकार ने मेरे नाम पर डाक टिकट जारी किया है। मैं पहला भारतीय हूं, जिसे नीदरलैंड सरकार से इस तरह का सम्मान मिला है। मनोज का जलवा छोटे पर्दे पर भी देखने को मिला है। शो चक दे ब"ो 9 एक्स चैनल पर प्रसारित हुआ। मनोज ने इसे रोशनी चोपड़ा के साथ होस्ट किया था। उनकी रवीना टंडन और गणेश आचार्य के साथ मीठी नोकझोंक और उनका शो को होस्ट करने का अंदाज सबको भाया। मनोज कहते हैं, मैं खुश हूं कि छोटे पर्दे के दर्शकों ने मेरा काम पसंद किया है। जल्द ही इसका सेकॅन्ड पार्ट शुरू होगा। उम्मीद है, इस बार पहले की तुलना में शो को अधिक दर्शक मिलेंगे।
आने वाली अन्य भोजपुरी फिल्मों के बारे में पूछने पर मनोज कहते हैं, फिल्म भोले शंकर के बाद ए भौजी के सिस्टर, छोटका भैया जिंदाबाद, भोजपुरिया डॉन और हम हंई खलनायक आदि आएंगी। फिल्म हम हंई खलनायक में दर्शक मुझे शत्रुघ्न सिन्हा के साथ देखेंगे। इस फिल्म की शूटिंग चल रही है।
बचना ऐ हसीनों मेरी फिल्म माई ऑटोग्राफ से प्रेरित -सुदीप
मुंबई। कन्नड़ फिल्मों के सुपरस्टार सुदीप का कहना है कि यशराज कैंप की हाल में प्रदर्शित हुई फिल्म बचना ऐ हसीनों उनकी सुपरहिट फिल्म माई ऑटोग्राफ से प्रेरित है।
सुदीप फिल्मकार रामगोपाल वर्मा की नई फिल्म फूंक से हिंदी फिल्म इंडस्ट्री में कदम रखने जा रहे हैं। हाल में हुई मुलाकात में सुदीप ने बताया कि मैंने 2006 में निर्देशक के तौर पर पहली कन्नड़ फिल्म माई ऑटोग्राफ बनायी थी। मेरी फिल्म ने बॉक्स-ऑफिस पर सिल्वर जुबली मनायी थी। मेरी उसी फिल्म यशराज की बचना ऐ हसीनों प्रेरित है, लेकिन मुझे इस बात की कोई शिकायत नहीं है।
रामू के साथ काम करके उत्साहित सुदीप कहते हैं, रामू मेरे काम से बहुत खुश हैं। यही वजह है कि अब वे मेरे साथ अपनी अगली फिल्म की योजना बना रहे हैं। वह फिल्म गैंगस्टर की कहानी पर आधारित होगी एवं उसका निर्माण सत्या से बड़े स्तर पर किया जाएगा।
उल्लेखनीय है रामगोपाल वर्मा निर्देशित फूंक 22 अगस्त को रिलीज होने जा रही है। इस फिल्म में सुदीप, अमृता, बाल कलाकार अहसास चन्ना और जाकिर हुसैन प्रमुख भूमिका में हैं। यह फिल्म अंधविश्वास पर बनी है।
Monday, August 18, 2008
अनीस बज्मी की फिल्म से अमर उपाध्याय की वापसी | खबर
मुंबई। अभिनेता अमर उपाध्याय पांच वर्ष के लंबे गैप के बाद चर्चित निर्देशक अनीस बज्मी की नयी फिल्म इट्स माई लाइफ से हिंदी फिल्मों में वापसी करने जा रहे हैं। इस फिल्म में वे नाना पाटेकर के बड़े बेटे की भूमिका में दिखाई देंगे।
अपनी वापसी को लेकर उत्साहित अमर कहते हैं कि मैं काफी समय से अच्छी फिल्म का इंतजार कर रहा था और अब अनीस बज्मी की फिल्म से वापसी करना वाकई मेरे लिए बेहद खुशी की बात है। उनकी पिछली सभी फिल्में नो एंट्री, वेलकम और हाल में आई सिंह इज किंग बॉक्स-ऑफिस पर सुपरहिट रही हैं। पहले उनसे फिल्म वेलकम में फिरोज खान वाली भूमिका के लिए मेरी बात हुई थी, लेकिन तब कुछ कारणों से बात नहीं बन पाई थी।
मैं खुश हूं कि उन्होंने दोबारा मुझे अपनी फिल्म के लिए संपर्क किया और अपने साथ काम करने का मौका दिया।
पारिवारिक कहानी पर बन रही फिल्म इट्स माई लाइफ में नाना पाटेकर, हरमन बावेजा, जीनिलिया डिसूजा, आरजू गोवित्रिकर और अमर उपाध्याय मुख्य भूमिका में हैं। अपने किरदार के बारे में अमर कहते हैं, मैं इसमें नाना पाटेकर के बड़े बेटे शेखर का किरदार निभा रहा हूं। हरमन मेरे छोटे भाई की भूमिका में हैं। शेखर अपने पिता को अपना आदर्श मानता है और वह उनकी सभी बातों को सिर झुकाकर मानता है। जीनिलिया फिल्म में हरमन के अपोजिट हैं एवं मेरे अपोजिट आरजू गोवित्रिकर हैं।
उल्लेखनीय है एकता कपूर के धारावाहिक क्योंकि सास भी कभी बहू से लोकप्रिय हुए अमर उपाध्याय अब तक पांच हिंदी फिल्मों में अभिनय कर चुके हैं। वे बीच में भोजपुरी फिल्मों में व्यस्त थे। अब अमर एक बार फिर हिंदी फिल्मों पर अपना ध्यान केंद्रित कर रहे हैं। अमर कहते हैं, इट्स माई लाइफ के अतिरिक्त हाल में मैंने मेहुल कुमार की कॉमेडी फिल्म चार फूल एक माली साइन की है। उम्मीद कर रहा हूं कि अनीस बज्मी की फिल्म से मेरे करियर को नई दिशा मिलेगी।
Sunday, August 17, 2008
किसी से प्रभावित नहीं हूं: कुणाल शिवदासानी | मुलाकात
[रघुवेंद्र सिंह]
शाइनी आहूजा और एषा देओल अभिनीत फिल्म हाइजैक से कुणाल शिवदासानी फिल्म निर्देशन में कदम रख रहे हैं। वे अब तक तीन सौ से अधिक विज्ञापन फिल्में बना चुके हैं। उन्होंने अपनी पहली फिल्म के लिए आतंकवाद को विषय के रूप में चुना है, जो कि एक ऐक्शन-थ्रिलर फिल्म है। प्रस्तुत है निर्देशक कुणाल से बातचीत के अंश..।
आतंकवाद पर अब तक कई तरह की फिल्में बन चुकी हैं। हाइजैक उनसे किस रूप में अलग है?
फिल्म की खासियत यही है कि इसमें आतंकवाद जैसे गंभीर मुद्दे को एक भावनात्मक कहानी के माध्यम से उठाया गया है। दरअसल, इसकी कहानी के केंद्र में एक पिता और बेटी हैं। बेटी जिस जहाज में सफर कर रही होती है, उसे आतंकवादी हाइजैक कर लेते हैं। अब पिता कैसे बेटी को बचाता है, यही कहानी है इस फिल्म की। इसमें आतंकवाद को बड़े सलीके से पिरोया गया है। वैसे भी आतंकवाद ऐसा विषय है कि इस पर और भी फिल्में बनाई जा सकती हैं।
हाल में आतंकवाद पर बनी फिल्म मिशन इस्तांबुल को दर्शकों ने खारिज कर दिया, ऐसे में हाइजैक की सफलता को लेकर आप कितने आश्वस्त हैं?
मुझे पूरा विश्वास है कि मेरी फिल्म को दर्शक पसंद करेंगे। इस विश्वास की वजह है मेरी फिल्म की दमदार कहानी, जो फिल्म के अंत तक दर्शकों को सीट से बांधकर रखेगी। अब तक आतंकवाद पर जितनी फिल्में बनी हैं, वे सही तरह से विषय के साथ न्याय कर पाने में असफल रही हैं। यही वजह है कि उन्हें दर्शकों ने नकार दिया, लेकिन यह फिल्म इस मामले में मजबूत है। दरअसल, इसे हॉलीवुड के अंदाज में बनाया गया है।
शाइनी आहूजा आपके मित्र हैं। क्या यही वजह है कि आपने उन्हें नायक की भूमिका दी?
नहीं। शाइनी बेहतरीन कलाकार हैं इसलिए उन्हें मैंने फिल्म के लिए चुना। यह अलग बात है कि वे मेरे अच्छे मित्र भी हैं। उनकी प्रदर्शित सभी फिल्में देखिए, वे वाकई कमाल की ऐक्टिंग करते हैं। मुझे अपनी फिल्म के लिए एक ऐसे ही दमदार ऐक्टर की जरूरत थी और शाइनी में मुझे अपना वह हीरो दिखा। प्रोफेशनली जुड़ने के बाद अब हमारी दोस्ती और मजबूत हो गई है।
तीन सौ विज्ञापन फिल्में बनाने के बावजूद आपको पहली फिल्म खुद प्रोड्यूस करनी पड़ रही है। वजह..?
मैं अपनी ऐड फिल्में भी खुद ही प्रोड्यूस करता था। मेरा मानना यह है कि फिल्म मेकिंग का हर डिपार्टमेंट निर्देशक के हाथ में होना चाहिए। इससे उसे किसी बात के लिए समझौता नहीं करना पड़ता है। मैंने हाइजैक में जो इक्वीपमेंट्स इस्तेमाल किए हैं, कोई और निर्माता होता, तो वह मुझे यह सब नहीं देता और ऐसा होने से मेरी फिल्म प्रभावित हो सकती थी। मैं आगे भी अपनी फिल्में खुद प्रोड्यूस करूंगा..।
भविष्य में किस तरह की फिल्में बनाना चाहते हैं? किन निर्देशकों से प्रभावित हैं आप?
मैं किसी निर्देशक से प्रभावित नहीं हूं। मेरी फिल्म मेकिंग की अपनी स्टाइल है। मुझे ऐक्शन-थ्रिलर फिल्में पसंद हैं, इसलिए मैं इसी जॉनर की फिल्में बनाने का इच्छुक हूं।
आपकी आगे की क्या योजनाएं हैं?
फिलहाल सारा ध्यान उनतीस अगस्त पर लगा हुआ है, क्योंकि इसी दिन मेरी फिल्म हाइजैक रिलीज हो रही है। बस, यही चाहता हूं कि दर्शकों को यह फिल्म पसंद आए। साथ ही एक स्क्रिप्ट पर काम कर रहा हूं। उसके बारे में हाइजैक की रिलीज के बाद बात करूंगा।
अब खेती करेंगे अक्षय
Aug 16, 10:32 pm
ग्लैमर की दुनिया के चमकते सितारे अक्षय खन्ना अपनी अलग एक्टिंग स्टाइल और मूडी स्वभाव के लिए जाने जाते है। अक्षय इस बात को तहेदिल से स्वीकार भी करते हैं कि वे वाकई मूडी मिजाज के हैं। अब अक्षय का मूड जिस काम को करने के लिए कह रहा है, उसे सुनकर शायद उनका प्रशंसक वर्ग हैरान रह जाएगा। जी हां, अक्षय का मन अब जमीन से जुड़ने का हो रहा है। आप सोच रहे होंगे कि अक्षय का जमीन से जुड़ने के कथन का तात्पर्य क्या है? आइये, अक्षय की जुबानी सुनते है। हाल में हुई एक मुलाकात में अक्षय ने कहा, मुझे मिंट्टी से बहुत प्यार है और मुझे मिंट्टी की खुशबू बहुत अच्छी लगती है। मैं काफी समय से योजना बना रहा था कि कोई ऐसा रास्ता अपनाया जाए जिससे मैं मिंट्टी के करीब जा सकूं। इस बात का हल मैं एक फॉर्महाउस बनाकर करने जा रहा हूं। मैं अपने फॉर्महाउस में सब्जियां उगाऊंगा यानी खेती करूंगा। इस तरह मैं मिंट्टी के करीब भी पहुंच जाऊंगा और ताजा सब्जियों का सेवन भी कर सकूंगा।
अक्षय अपने दिल की बात रखते हुए आगे कहते है, मेरे बारे में बहुत कम लोग जानते है कि मुझे प्रकृति से बहुत प्यार है। मैं अपने फॉर्महाउस में पौधे भी लगाऊंगा। मेरी ये बातें सुनकर शायद लोग हैरान हों कि अक्षय ये सब क्या करने की बात कह रहे हैं, लेकिन मेरा दिल जो कहता है मैं उस काम को जरूर करता हूं। यही वजह है कि मुझे लोग मूडी कहते हैं।
बहरहाल, प्रकृति प्रेमी अक्षय खन्ना के व्यक्तित्व के इस सुखदायी पहलू से परिचित होंगे और आशा है कि उनके चाहने वालों का भी प्रकृति के प्रति झुकाव बढे़गा। हो सकता है कि लोग अक्षय की तरह पेड़-पौधे लगाकर अपने आसपास के माहौल को हरा-भरा बनाने का प्रयास करेंगे और दिन-प्रतिदिन तेजी से बढ़ते प्रदूषण को खत्म करने में योगदान देंगे। वैसे, हम आपको बता दें कि अभी कुछ माह पहले अक्षय खन्ना ने रेवा कार खरीदी थी। यह कार बैटरी से चलती है और पर्यावरण प्रदूषण को बढ़ावा नहीं देती।
गंभीर हुई शिल्पा
[रघुवेंद्र सिंह]
Aug 16, 10:32 pm
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर लोकप्रिय अभिनेत्री शिल्पा शेंट्टी अब भारत की अपेक्षा लंदन में अपना ज्यादातर समय व्यतीत कर रही हैं। दरअसल, शिल्पा चर्चित रिएलिटी शो बिग ब्रदर की विजेता बनने के बाद अपने कॅरियर को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर विस्तार देने में जुटी हुई हैं। अब वे फिल्मों का चुनाव अपनी लोकप्रियता के मद्देनजर ही करती हैं। शिल्पा कहती है, मैं वही काम करती हूं जो मुझे कंन्वेंस करता है। मेरे बारे में कुछ लोगों का कहना है कि मैंने इन दिनों हिंदी फिल्मों से दूरी बना ली है, जबकि मैं ऐसा नहीं मानती हूं। मेरे पास लगातार ऑफर आ रहे हैं, लेकिन मैं बेस्ट काम ही करूंगी।
शिल्पा के बारे में चर्चा है कि वे हिंदी फिल्मों के प्रस्तावों को नजर अंदाज कर हॉलीवुड की तरफ ज्यादा ध्यान दे रही हैं। इस बात को शिल्पा खारिज कर देती हैं। वे कहती हैं, मेरी पहचान आज सिर्फ हिंदी फिल्मों की वजह से है। फिर भला मैं ऐसा क्यूं करूंगी? हाल में मैंने हॉलीवुड के कई बड़े प्रस्तावों को ना कह दिया, इसलिए ताकि मैं हिंदी फिल्मों में अपनी उपस्थिति ज्यादा दर्ज करा सकूं। मैं दर्शकों से बेवफाई नहीं कर सकती। यह सच है कि मैं हॉलीवुड की तरफ ध्यान दे रही हूं, लेकिन उससे कहीं ज्यादा मेरा ध्यान हिंदी फिल्मों पर केंद्रित है। इस वक्त मैं दो हिंदी फिल्में दोस्ताना और द मैन कर रही हूं। इसके अतिरिक्त उरू पटेल की अंग्रेजी फिल्म हनुमान साइन की है। उसमें मैं सीता का किरदार निभा रही हूं।
उल्लेखनीय है करण जौहर प्रोडक्शन की फिल्म दोस्ताना में शिल्पा शेंट्टी आइटम सांग कर रही हैं और सन्नी देओल के निर्देशन में बनने वाली फिल्म द मैन में वे एक वायलिन वादक की भूमिका में नजर आएंगी। शिल्पा आजकल द मैन में अपने किरदार के लिए तैयारी कर रही हैं। वे कहती हैं, अभी मुझे फिल्म और अपने किरदार के बारे में ज्यादा जानकारी देने की इजाजत नहीं है। फिर भी मैं इतना कहूंगी कि द मैन में मेरा किरदार बहुत मजेदार है। मैं इसमें अभिनेत्री की भूमिका में हूं। इस तरह की भूमिका में दर्शक मुझे पहली बार देखेंगे। आजकल मैं इस फिल्म के लिए वायलिन सीख रही हूं।
शिल्पा शेंट्टी पहली बार अभिनेता सनी देओल के निर्देशन में काम कर रही है। उनके बारे में वे कहती हैं, मैंने सनी के साथ एक्टर के तौर पर काम किया है, लेकिन निर्देशक के तौर पर पहली बार काम कर रही हूं। साथ ही मैं पहली बार ऐसी फिल्म में काम कर रही हूं, जिसके लीडिंग एक्टर फिल्म के निर्देशक भी हैं। मेरा सनी के निर्देशन में काम करने का अनुभव शानदार है।
शिल्पा को एक्टिंग में आए पन्द्रह वर्ष हो चुके हैं। अब वे एक्ट्रेस के साथ निर्मात्री भी बन गई हैं। उन्होंने एस2 ग्लोबल प्रोडक्शन नाम से अपना प्रोडक्शन हाउस बनाया है। वे अपने प्रोडक्शन हाउस के बैनर तले जल्द ही हिंदी फिल्म के निर्माण की घोषणा करने वाली हैं। शिल्पा कहती हैं, इस वक्त दो फिल्मों के निर्माण की योजना चल रही है। इसमें से एक फिल्म का निर्देशन मनीष झा करेंगे। मैं अपने प्रोडक्शन हाउस में बेहतरीन मनोरंजक फिल्में बनाऊंगी, यह मेरा ऑडियंस से वादा है।
गत दिनों शिल्पा अपनी योग डीवीडी शिल्पाज योग को लेकर काफी चर्चा में थीं। इस वक्त वे अपनी योग पहल को लेकर बहुत खुश हैं। इसकी वजह के बारे में वे कहती हैं, मिली रिपोर्ट के मुताबिक शहर और दूर-दराज के गांव में मेरी डीवीडी डिमांड में है। मुझे खुशी है कि लोग मेरी इस पहल से योग के प्रति जागरूक हो रहे हैं। अब मैं इस क्षेत्र में कुछ और करने की सोच रही हूं, लेकिन आप निश्चिंत रहें शिल्पा योग गुरु नहीं बनेंगी। मैं एक्ट्रेस पहले हूं और एक्टिंग हमेशा मेरी प्राथमिकता होगी।
सब अपने आप हो रहा है: तुषार कपूर
Aug 16, 10:32 pm
तुषार कपूर गत वर्ष फिल्म शूटआउट एट लोखंडवाला में गैंगस्टर दिलीप बुआ की भूमिका में सबकी तारीफ बटोरने में सफल रहे। हालांकि वे कॉमेडी के सफल एक्टर कहे जाते हैं। उनकी नयी फिल्म सी कंपनी इसी कड़ी का हिस्सा है। पेश है तुषार कपूर से बातचीत-
[क्या वजह है कि अब आप सिर्फ कॉमेडी फिल्में ही कर रहे हैं?]
यह कोई सोची-समझी रणनीति नहीं है। मुझे कुछ कहना है जैसी रोमांटिक और खाकी जैसी गंभीर फिल्म करने के बाद मेरे पास क्या कूल हैं हम का ऑफर आया। मैंने उसके लिए हां कह दिया। वह फिल्म और उसके बाद आई मेरी कॉमेडी फिल्म गोलमाल हिट हो गई। सच मानिए, यह सब अपने आप हो रहा है। अब मेरी इमेज भी कॉमेडी एक्टर की बन गई है। यह वजह है कि शूटआउट.. करने से पहले मैं डर गया था।
[किस तरह की फिल्में करने के इच्छुक हैं?]
मैं हॉरर और डांस बेस्ड फिल्में करना चाहता हूं। मैं खुद को डांस में स्ट्रांग मानता हूं। इस तरह की फिल्में मिल जाएं तो मजा आ जाए।
[आप सी कंपनी में अक्षय कुमार की भूमिका निभा रहे हैं?]
हां, मगर वह हमारे एक्टर अक्षय कुमार नहीं हैं। मेरे किरदार का नाम ही सिर्फ अक्षय कुमार है। उसमें अक्षय जैसी कोई क्वालिटी नहीं है। वह बहुत डरपोक है। दरअसल, सी कंपनी कॉमेडी फिल्म है। यह तीन दोस्तों की कहानी है। तीनों लूजर हैं। उसमें एक अक्षय है। अक्षय पेशे से टीवी जर्नलिस्ट है। वह एक लेट नाइट शो खलबली का एंकर है। उसकी फेमस पंच लाइन है कि चैन से सोना है तो जाग जाइये। यह बहुत मजेदार किरदार है।
[अक्षय के किरदार के लिए किसी तरह की तैयारी करनी पड़ी?]
हां, मैंने क्राइम बेस्ड शो सनसनी और वारदात के कुछ एपीसोड देखे, लेकिन मैंने किसी की नकल नहीं की है। मैंने अक्षय के किरदार को अपने तरीके से जीने का प्रयास किया है।
[क्या इस तरह के शो समाज के लिए हितकर हैं?]
समाज का बड़ा वर्ग ऐसे कार्यक्रमों को प्रतिदिन देख रहा है। इस तरह के कार्यक्रमों के जरिए यह जानने को मिल रहा है कि भारत के छोटे-छोटे शहरों और गांवों में कैसी घटनाएं घट रही हैं। ऐसे शो भारत के एक अलग पहलू से लोगों को अवगत करा रहे हैं। इन कार्यक्रमों ने अपराध की तरफ लोगों का ध्यान खींचा है और उन्हें जागरूक बनाया है। मुझे सनसनी और वारदात जैसे कार्यक्रमों में कोई बुराई नहीं दिखती।
[एकता कपूर और आपके बीच लड़ाई होने की बात में कितनी सच्चाई है?]
वह लड़ाई नहीं थी। दरअसल, हम लोगों के बीच उस दिन कॉस्टूयम को लेकर बहस हो रही थी, जैसा कि प्रोफेशनली टीम के साथ होता है। लेकिन उस बात को एक टैबलॉयड ने इतना बढ़ा-चढ़ाकर लिखा कि क्या कहें? हम दोनों भाई-बहन हैं। हमारे बीच छोटी-मोटी लड़ाइयां होती रहती हैं।
[आपने एकता को सी कंपनी में एक्टिंग करने के लिए राजी किया है?]
एकता इस फिल्म में एक्टिंग नहीं कर रही हैं। वह फिल्म में बालाजी प्रोडक्शन की हेड एकता के रूप में ही दिखेंगी। उसके लिए एकता को मनाने में मुझे एक महीने लगे। उनके अलावा इसमें महेश भंट्ट और करण जौहर भी दिखाई देंगे।
[क्या यह सच है कि एकता अपने प्रोडक्शन की फिल्में नहीं देखतीं?]
हां। उन्होंने अभी तक शूटआउट.. नहीं देखी है। वे सिर्फ, कौन सी फिल्म बन रही है और उसमें कौन-कौन से कलाकार हैं? इतनी जानकारी रखती हैं। मैं भी उनके सीरियल नहीं देखता हूं। हालांकि, वे इसके लिए मुझ पर गुस्सा होती हैं। सबसे दिलचस्प बात यह है कि मम्मी-पापा में से कोई न तो मेरी फिल्में देखता है और न ही एकता के सीरियल। वे लोग कहते हैं कि वे सही जज नहीं कर पाएंगे क्योंकि वे हमारे पैरेंटस हैं।
[आगामी फिल्में]
आने वाले दिनों में तुषार की रोहित शेंट्टी निर्देशित फिल्म गोलमाल रिटर्न रिलीज होगी। उसमें तुषार गूंगे लड़के की भूमिका में होंगे। उसके बाद नीरज वोरा की रन भोला रन और रूमी जाफरी की लाइफ पार्टनर आएगी। लाइफ पार्टनर में तुषार गोविंदा के साथ काम कर रहें है। ये तीनों कॉमेडी फिल्में हैं।
आइए चलते है बिग बॉस के घर
Aug 16, 10:34 pm
इंडमॉल प्रोडक्शन के चर्चित रियलिटी शो बिग बॉस के सीजन टू का दर्शक उत्सुकता से इंतजार कर रहे है। दरअसल, पिछले साल राखी सावंत, कश्मीरा शाह, आर्यन वैद्य, अनुपमा वर्मा, रवि किशन और राहुल रॉय जैसे कई सितारों की रियल लाइफ से सबको परिचित कराने वाला यह शो हर उम्र के दर्शकों को बेहद पसंद आया था। परिणामस्वरूप पहले ही सीजन में बिग बॉस सबकी जुबान पर चढ़ गया।
टीआरपी और लोकप्रियता के मामले में यह शो सभी कार्यक्रमों से आगे निकल गया। यही वजह है कि दर्शक बिग बॉस के सीजन टू के शुरू होने का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। इस बार चर्चित अभिनेत्री शिल्पा शेंट्टी द्वारा होस्ट किए जाने वाला यह शो शानदार अंदाज और नए प्रतियोगियों के साथ आज यानी सत्रह अगस्त से कलर्स चैनल पर शुरू होने जा रहा है।
बिग बॉस सीजन टू में कुल चौदह प्रतियोगी होंगे, जिनमें छह सेलेब्रिटी और आठ आम लोग होंगे। इन सभी प्रतियोगियों के नाम की घोषणा आज ही की जाएगी। ये सभी प्रतियोगी मुंबई से तकरीबन दो सौ किलोमीटर दूर लोनावाला शहर की खूबसूरत वादियों के बीच तैयार किए गए बिग बॉस के घर में 84 दिन रहेंगे। बिग बॉस का ये घर दस हजार स्क्वॉयर फीट की लंबाई-चौड़ाई में निर्मित है। घर में कुल 32 कैमरे लगाए गए हैं। ये कैमरे घर में रहने वाले प्रतियोगियों की हरेक गतिविधि पर नजर रखेंगे। इन कैमरों की पहुंच घर के प्रत्येक हिस्से में होगी, सिवाय बाथरूम के। घर में रोजमर्रा जीवन की हर सुविधा उपलब्ध है। हां,
केवल मनोरंजन का कोई साधन नहीं है। साथ ही घर के सदस्यों का बाहरी दुनिया से संपर्क का कोई जरिया नहीं है। इस घर में रहने वाले हर शख्स को बिग बॉस के नियम-कानून के मुताबिक रहना होगा। इस दौरान घर के सदस्यों को अपना हर काम स्वयं करना होगा। अंत में चौदह प्रतियोगियों में से जो शख्स बिग बॉस के घर में 84 दिन टिक जाएगा, वह इस शो का विजेता होगा एवं उसे बिग बॉस की तरफ से 75 लाख रूपए की राशि इनाम के तौर पर मिलेगी।
उल्लेखनीय है बिग बॉस ब्रिटेन के लोकप्रिय रियलिटी शो बिग ब्रदर का भारतीय संस्करण है। पिछले साल की बिग ब्रदर की विजेता शिल्पा शेंट्टी इस बार बिग बॉस को होस्ट करेंगी। उनके मुताबिक, इस रियलिटी शो का विजेता बनने का सिर्फ एक ही नुस्खा है कि बी योर सेल्फ। बहरहाल, छह सेलेब्रिटी और आठ आम लोगों को एक साथ देखना वाकई दिलचस्प होगा। बिग बॉस सीजन टू का प्रसारण सोमवार से रविवार रात दस बजे कलर्स चैनल पर होगा। इसके अलावा प्रतिदिन रात साढ़े बारह बजे इस शो का लाइव प्रसारण किया जाएगा।
Saturday, August 16, 2008
पापा से तुलना न की जाए: रणबीर
रणबीर कपूर के अभिनय कॅरियर की दूसरी फिल्म बचना ऐ हसीनों में हसीन दीपिका, सेक्सी बिपाशा बसु और सौम्य मिनिषा लांबा भी अहम् भूमिका में हैं। इन तीनों खूबसूरत अभिनेत्रियों के साथ पर्दे पर रोमांस करने वाले रणबीर अपनी इस फिल्म के प्रदर्शन का उत्सुकता से इंतजार कर रहे हैं। प्रस्तुत है रणबीर कपूर से बातचीत
क्या वाकई बचना ऐ हसीनों की रिलीज के बाद हसीनाओं को आप से बचना पड़ेगा?
यह मुझे पता नहीं । हां, यह जरूर पता है कि राज सबका दिल चुराने में सफल होगा। दरअसल, राज इतना स्मार्ट, हैंडसम और लवेबल ब्वॉय है कि माही, गायत्री और राधिका की तरह हर लड़की उसे अपना दिल दे बैठेगी। यही वजह है कि इस फिल्म का शीर्षक बचना ऐ हसीनों रखा गया।
राज कौन है? और माही, गायत्री एवं राधिका से उसका क्या संबंध है?
राज, फिल्म में मेरे किरदार का नाम है और माही, गायत्री एवं राधिका वे तीन लड़कियां हैं जिनके साथ वह अपनी जिंदगी के अलग-अलग स्टेज पर प्यार करता है। दरअसल, ये फिल्म सत्रह वर्ष के राज की उसके तीस वर्ष के उम्र के बीच की कहानी है। यह बड़ी प्यारी प्रेम कहानी है। यह फिल्म राज की रोमांटिक जर्नी है। हमें विश्वास है कि यह फिल्म हर उम्र के लोगों को पसंद आएगी।
आप रीयल लाइफ में खुद को राज के कितना करीब पाते हैं?
काफी हद तक। राज की तरह मैं यंग हूं। मैं रिश्तों की इज्जत करता हूं। एक बार रिश्ते बना लेता हूं तो उसे भूलता नहीं हूं। हां, राज की तरह अभी तक मेरी जिंदगी में कई लड़कियां नहीं आई हैं।
पापा ऋषि को जब पता चला कि आप बचना ऐ हसीनों गीत पर परफॉर्म करने वाले हैं, तब उनकी प्रतिक्रिया क्या थी?
पहले वे घबरा गए थे, लेकिन उन्हें मेरी प्रतिभा पर यकीन था। मैंने फिल्म हम किसी से कम नहीं में उनकी परफॉर्मेस देखी है। उस गाने में उनका अपना स्टाइल है। वह ओल्ड क्लासिक है। मैं चाहूंगा कि उनसे मेरी तुलना न की जाए। यह गलत होगा।
बिपाशा बसु आपसे काफी सीनियर कलाकार हैं। सेट पर आप के साथ उनका बर्ताव कैसा होता था?
उन्होंने मुझे कभी नए एक्टर की तरह ट्रीट नहीं किया। वे जितनी खूबसूरत दिखती हैं, उतना ही खूबसूरत उनका व्यक्तित्व है। मुझे उनके साथ काम करके अच्छा लगा। आशा है कि हमारी केमिस्ट्री दर्शकों को पसंद आएगी।
आप और दीपिका ने हाल में अपने प्यार को स्वीकार किया। प्यार को छुपाने में ज्यादा मजा था या अब ज्यादा मजा आ रहा हैं?
हम कोई खास बदलाव महसूस नहीं कर रहे हैं। हमारे करीबी पहले से जानते थे कि हम एक-दूसरे को पसंद करते हैं। शायद दुनिया का अब हमें देखने का नजरिया बदल जाए।
पहली फिल्म सांवरिया अच्छा बिजनेस नहीं कर पाई। इस बात का अफसोस है?
सांवरिया कमाई के मामले में असफल रही, लेकिन व्यक्तिगत तौर पर मुझे उस फिल्म का भरपूर लाभ मिला। आज मैं जो कुछ हूं सिर्फ सांवरिया की वजह से हूं। मुझे इस बात की ज्यादा खुशी है।
आप खुद को किस तरह की भूमिकाओं में देखना चाहते हैं?
मैं अभी इस क्षेत्र में नया हूं। अपने लिए सीमा तय करना मैं उचित नहीं समझता। मैं हर तरह की भूमिकाएं निभाना चाहता हूं। लोग कहते हैं कि मैं सिर्फ चॉकलेट ब्वॉय इमेज वाली फिल्में कर रहा हूं। अभी मेरी उम्र मात्र पच्चीस वर्ष है। इस उम्र में रोमांटिक और यंग फिल्में नहीं करूंगा तो फिर कब करूंगा?
फिलहाल, आप कौन-कौन सी फिल्में कर रहे हैं?
मैंने राजकुमार संतोषी की फिल्म अजब प्रेम की गजब कहानी, करण जौहर प्रोडक्शन की वेक अप सिद और प्रकाश झा की फिल्म राजनीति साइन की है। इसमें से राजकुमार संतोषी की फिल्म की शूटिंग आरंभ कर दी है। यह रोमांटिक कॉमेडी फिल्म है। इसमें मेरे अपोजिट कैटरीना कैफ हैं।
रणबीर नेकदिल इंसान हैं:दीपिका पादुकोण
दीपिका की दूसरी फिल्म बचना ऐ हसीनों प्रदर्शन के लिए तैयार है। यश कैंप की इस फिल्म में दीपिका अपने ब्वॉयफ्रेंड रणबीर कपूर के साथ स्क्रीन शेयर करती नजर आएंगी। प्रस्तुत है दीपिका पादुकोण से बातचीत।
क्या बचना ऐ हसीनों आपने रणबीर की वजह से साइन की है?
जी नहीं। मैंने यह फिल्म ओम शांति ओम की रिलीज से पहले साइन की थी। उस वक्त हम दोनों एक-दूसरे से अच्छी तरह परिचित नहीं थे। मुझे इस फिल्म की स्क्रिप्ट और मेरा किरदार अच्छा लगा, इसलिए मैंने यह फिल्म साइन की। उसके बाद यशराज बैनर और निर्देशक सिद्धार्थ आनंद मेरी इस फिल्म के लिए हां कहने की अहम् वजह थे। मैंने नैरेशन सुनने के बाद ऑन स्पॉट इस फिल्म के लिए हां कह दिया था।
आप अपनी पहली फिल्म में एकमात्र अभिनेत्री थीं। इस फिल्म में दो अन्य अभिनेत्रियों की मौजूदगी से फिल्म साइन करते वक्त आप हिचकीं नहीं?
देखिए, यह फिल्म एक युवक की सत्रह साल की उम्र से तीस साल के उम्र के बीच की दास्तान है। उससे अलग-अलग समय पर तीनों लड़कियां टकराती हैं। बिपाशा, मिनिषा और मैं उन तीन लड़कियों का किरदार निभा रहे हैं। मेरे किरदार का नाम गायत्री है। सिद्धार्थ ने हम सभी के किरदारों को समान महत्ता दी है। मैं अपने रोल से संतुष्ट हूं। यह सच है कि मैं केंद्रीय भूमिका वाली फिल्में करना चाहती हूं, लेकिन अगर स्क्रिप्ट अच्छी है तो मुझे बचना ऐ हसीनों जैसी फिल्म करने में ऐतराज नहीं होगा।
ब्वॉयफ्रेंड रणबीर को स्क्रीन पर अन्य खूबसूरत अभिनेत्रियों के साथ रोमांस करते हुए देखकर आपको ईष्र्या नहीं होती?
बिल्कुल नहीं। हम दोनों कलाकार हैं। हमारी पर्सनल एवं प्रोफेशनल लाइफ एकदम अलग है। कैमरे के सामने जाते ही हमारी जिंदगी बदल जाती है। हम अपने किरदार को जीने लगते हैं। हम दोनों एक-दूसरे के काम की इज्जत करते हैं। ऐसे में ईष्र्या का सवाल ही नहीं पैदा होता।
रणबीर के व्यक्तित्व की सबसे अच्छी बात आपको क्या लगती है?
सच कहूं तो आज तक मुझे रणबीर में कुछ बुराई नहीं दिखी। मुझे उनकी सादगी, सच्चाई और सीधापन अच्छा लगता है। वे नेकदिल इंसान हैं। उनकी सबसे अच्छी बात यह है कि उन्हें सिनेमा के बारे में बहुत जानकारी है। इसके अलावा हम दोनों समान उम्र के हैं। हम एक साथ होते हैं तो ढेर सारी बातें करते हैं।
क्या यह सच है कि आप और फराह खान एक-दूसरे से नाराज हैं?
यह सरासर झूठ है। मैं आज फराह की वजह से एक्टिंग में इस मुकाम पर हूं। सब उन्हीं का दिया हुआ है। मैं उनसे क्यों नाराज होऊंगी? मैं दोबारा उनके साथ काम करने की इच्छुक हूं।
आप किन अभिनेताओं के साथ काम करने की इच्छुक हैं?
मैं खुशकिस्मत हूं कि मुझे पहली फिल्म में शाहरुख खान जैसे उम्दा कलाकार के साथ काम करने का अवसर मिला। अभी अक्षय कुमार और सैफ अली खान के साथ काम कर रही हूं। बचना ऐ हसीनों में हमउम्र रणबीर कपूर के साथ काम किया है। सच कहूं तो मेरी रितिक और अभिषेक के साथ काम करने की चाहत है।
इसके अलावा दर्शक आपको किन फिल्मों में देख सकेंगे?
मैंने निखिल आडवाणी की एक्शन फिल्म चांदनी चौक टू चाइना और इम्तियाज अली की एक अनाम फिल्म साइन की है। निखिल की फिल्म में मैं अक्षय कुमार के साथ काम कर रही हूं और दूसरी फिल्म में सैफ अली खान के साथ हूं। आजकल मैं इन दोनों फिल्मों की शूटिंग में व्यस्त हूं।
आत्म मंथन के लिए ब्रेक लिया था: महेश मांजरेकर
निर्देशक महेश मांजरेकर ने गत तीन सालों से निर्देशन की दुनिया से दूरी बना रखी है। आखिर क्यों? जवाब में महेश कहते हैं, मेरी फिल्मों की असफलता ने मुझे निर्देशन की दुनिया से दूर रहने के लिए विवश कर दिया था। जब एक के बाद एक मेरी फिल्में असफल होने लगीं तब मैंने सोचा कि आखिर कहां चूक हो रही है, यह सोचने के लिए या कहिए आत्म मंथन के लिए मैंने तीन साल का यह ब्रेक लिया। अब मैं पुन वापसी करने जा रहा हूं। मैंने दो-तीन स्क्रिप्ट लिखी हैं। ये सभी मेरे टाइप की फिल्में हैं। आने वाले कुछ दिनों में मैं इनके स्टारकास्ट की घोषणा करूंगा।
महेश इस दौरान अपनी फिल्मों की असफलता के बारे में विचार करते रहे। उन्होंने फिल्मों की असफलता की क्या वजह पाई? महेश कहते हैं, मैंने निर्देशक के तौर पर अपनी प्रत्येक फिल्म में प्रयोग करने की कोशिश की। वास्तव जैसे मेरे कुछ प्रयोग सफल रहे और पद्मश्री लालू प्रसाद यादव जैसे प्रयोग असफल हुए। मैंने पाया कि वे मेरे वश की फिल्में नहीं थीं। अब मैं जो फिल्में बनाने जा रहा हूं, उम्मीद है दर्शक उन्हें देख खुश होंगे।
महेश मांजरेकर की कई घोषित फिल्में अधूरी पड़ी हुई हैं। उनमें बिग बाजार, अनयुजुअल लव स्टोरी और देह फिल्में हैं। उनके बारे में पूछने पर महेश कहते हैं कि वक्त मिलेगा तो उनको पूरा करूंगा।
सरल,आकर्षक और बहादुर हैं सैफ /जन्मदिन 16 अगस्त पर विशेष..
किसी को तकलीफ नहीं पहुंचाते: हम सैफ को पिछले बारह सालों से जानते हैं। तभी से हम उनके साथ काम करना चाहते थे, लेकिन सही स्क्रिप्ट नहीं मिल रही थी। रेस करने के बाद उनके साथ काम करने की हमारी ख्वाहिश पूरी हो गई है। रेस के सिलसिले में जब हम शुरू में सैफ से मिले, तो हमें लगा कि वे इंग्लिश मैन हैं। हमारी ट्यूनिंग नहीं बन पाएगी, लेकिन बाद में जब एक-दो बैठकें हुई, तब हमारी गलतफहमी दूर हो गई। दरअसल, सैफ का बाहरी व्यक्तित्व ऐसा है कि कोई भी उनके बारे में गलत धारणा बना लेगा। हकीकत में वे बहुत सरल और आकर्षक व्यक्तित्व के स्वामी हैं। सच तो यह है कि वैसी शख्सियत फिल्म इंडस्ट्री में बहुत कम हैं। वे कभी किसी को तकलीफ नहीं पहुंचाते।
डायरेक्टर के ऐक्टर : सैफ की सबसे बड़ी खासियत यही है कि वे एक बार चीजों को फाइनल कर देते हैं, तो फिर सेट पर किसी तरह के बदलाव की मांग नहीं करते। वे हमेशा अपने काम के प्रति समर्पित रहते हैं। निर्देशक के काम में वे बिल्कुल हस्तक्षेप नहीं करते। शायद यही वजह है कि हर फिल्म में उनके अभिनय का अलग पहलू लोगों को देखने को मिलता है। उनके साथ रेस में काम करने का हमारा अनुभव बहुत अच्छा रहा। सेट पर वे खुद को निर्देशक के हाथों में सौंप देते हैं। हम उनके बारे में यही कह सकते हैं कि वे डायरेक्टर के ऐक्टर हैं।
मुश्किलों से डरते नहीं : हर इनसान की जिंदगी में उतार-चढ़ाव आते रहते हैं और जो उन मुश्किलों का डटकर सामना करते हैं, वही बहादुर कहलाते हैं। सैफ बहादुर हैं, क्योंकि वे अपने करियर में आए उतार-चढ़ाव से कभी नहीं डरे। उन बुरे दिनों का उन्होंने धैर्य और कुशलता से सामना किया और खुद को एक अच्छे कलाकार के रूप में स्थापित भी किया। आज वे जिस मुकाम पर हैं, उसके बारे में किसी को कुछ कहने की आवश्यकता नहीं है। यह बात सब जानते हैं कि सैफ अच्छे ऐक्टर हैं, तभी वे आज दोबारा खडे़ होने में सफल हुए हैं। हमें लगता है, एक बार जो निर्देशक उन्हें समझ जाएगा, उसे कभी उनके साथ काम करने में दिक्कत नहीं होगी। वे अच्छे इनसान हैं।
निर्माता के रूप में: हमने सैफ की लगभग सभी फिल्में देखी हैं। हमें उनकी फिल्म मैं खिलाड़ी तू अनाड़ी, दिल चाहता है, सलाम-नमस्ते और ता रा रम पम बहुत अच्छी लगीं। रेस में उनका काम देखने के बाद हमें अपनी च्वॉइस पर फº हुआ। कलाकार के रूप में उनका भविष्य उज्ज्वल है। अब तो वे निर्माता भी बन गए हैं। हमें पूरा यकीन है कि वे अच्छी-अच्छी फिल्में बनाएंगे। हिंदी फिल्म जगत में अपने लिए वे अच्छा मुकाम बनाएंगे। सैफ को जन्मदिन पर हमारी तरफ से ढेर सारी बधाइयां।
रितेश ने की रूसलान की सिफारिश | खबर
हाल में हुई मुलाकात में रितेश ने इस बाबत कहा, यह बात शत-प्रतिशत सच नहीं है। मैंने रूसलान मुमताज को रिकमेंड नहीं किया था। हां, हमारी टीम में उनकी चर्चा जरूर हुई थी। वे फिल्म के किरदार के लिए बिल्कुल फिट लगे, तभी निखिल आडवाणी ने उन्हें साइन किया। मैंने उनकी पहली फिल्म एमपी 3 देखी है। मुझे उनकी एक्टिंग बहुत अच्छी लगी। वे अच्छे डांसर भी हैं। मैं फिल्म की शूटिंग के शुरू होने का इंतजार कर रहा हूं। अनफॉरगेटेबल वर्ल्ड टूर से वापस आने के बाद सितंबर माह में हम इस फिल्म की शूटिंग आरंभ करेंगे।
उल्लेखनीय है रितेश देशमुख, रूसलान मुमताज, जैक्वलीन फर्नाडीज और सोनल सहगल स्टारर इस फिल्म से कांटे, मस्ती, मुसाफिर, प्यारे मोहन और हे बेबी जैसी चर्चित फिल्मों के लेखकमिलाप झावेरी निर्देशन में कदम रखने जा रहे हैं।
Wednesday, August 13, 2008
प्रियंका ने तोड़ा हरमन से नाता
Aug 12, 10:59 pm
प्रियंका चोपड़ा और हरमन बावेजा की रियल लव स्टोरी उनकी चर्चित फिल्म लव स्टोरी 2050 के प्रदर्शन से पूर्व हर जगह बेहद हॉट बनी हुई थी, लेकिन फिल्म की रिलीज एवं उसके बॉक्स ऑफिस पर धराशायी होने के बाद अब प्रियंका हॉट हरमन को बॉयफ्रेंड मानने को तैयार ही नहीं है। अब प्रियंका खुलकर कह रही है कि उनके और हरमन के बीच प्यार जैसा कोई रिश्ता कभी था ही नहीं। यही नहीं, प्रियंका अब हरमन बावेजा के बारे में बात तक करना पसंद नहीं कर रही हैं।
हरमन का जिक्र होते ही वे मुंह बिचका लेती हैं और गुस्से में कहती हैं कि मेरा हरमन के साथ कभी प्रेम का रिश्ता नहीं था और मैं उस बारे में कोई बात नहीं करना चाहती हूं। मेरी पर्सनल लाइफ अलग है। मैं उस बारे में बात करना पसंद नहीं करती हूं। बहरहाल, प्रियंका का ये कथन सुनकर यकीन नहीं होता कि ये वही प्रियंका चोपड़ा है जो लव स्टोरी 2050 की रिलीज से पहले हरमन की बांहों में बांहें डाले अक्सर हर जगह दिख जाया करती थीं।
उल्लेखनीय है प्रियंका अपने कॅरियर के आरंभिक दिनों से ही बेहद महत्वाकांक्षी मानी जाती रही है। हरमन के साथ उनका चर्चित प्रेम प्रसंग भी अब उनकी प्रोफेशनल लाइफ का हिस्सा कहा जा रहा है यानी उस वक्त वे हरमन के साथ मिलकर अपनी फिल्म लव स्टोरी 2050 को प्रमोट कर रही थीं। अब प्रियंका की आगामी शुक्रवार को सलमान खान के साथ गॉड तुसी ग्रेट हो और उसके दो सप्ताह बाद बॉबी देओल के साथ चमकू प्रदर्शित होगी।
प्रियंका इस बात को लेकर अत्यंत खुश हैं कि इन दोनों फिल्मों में दर्शक उनके दो अलग रूपों से रूबरू होंगे। वे उत्साहपूर्वक कहती है, मैं गॉड तुसी ग्रेट हो में एक मॉडर्न लड़की का किरदार निभा रही हूं। उसमें मैं सलमान खान के साथ जींस और शार्ट्स पहने दिखूंगी।, जबकि बॉबी के साथ चमकू में साड़ी पहने नजर आऊंगी। उसमें मैं टीचर के किरदार में हूं। मुझे पूरी उम्मीद है कि दर्शक इन फिल्मों में मेरे लुक को अवश्य पसंद करेंगे।
चर्चा है कि हाल ही में प्रियंका को हॉलीवुड के एक फिल्मकार ने संपर्क किया। इस बारे में प्रियंका सफाई देते हुए कहती हैं, यह सच है लेकिन मैं सही वक्त आने पर इस बारे में खुलकर बात करूंगी।
फिलहाल, यह निश्चित हो चुका है कि प्रियंका-हरमन की लव स्टोरी महज एक प्रोफेशनल रिश्ता था, बाकी कुछ नहीं।
जिंदगी भर गांधी जी पर गर्व रहेगा: अक्षय खन्ना
हिंदी फिल्म इंडस्ट्री के लीडिंग कलाकारों में अक्षय खन्ना की ऐक्टिंग का अंदाज बिल्कुल जुदा है। उनकी सधी अदाकारी हर तरह के किरदार को सिने प्रेमियों का प्यारा बना देती है। उन्होंने सीरियस, ऐक्शन, कॉमेडी हर तरह की भूमिकाओं में दर्शकों का प्यार बटोरा है। उनकी फिल्में बॉर्डर, दिल चाहता है, हमराज, हंगामा, गांधी माई फादर और रेस दर्शकों को बेहद पसंद आई। हमें अक्षय अपनी बेस्ट फिल्म के बारे में बता रहे हैं।
मैं अनिल कपूर प्रोडक्शन की फिल्म गांधी माई फादर को अपने करियर की सबसे बेहतरीन फिल्म इसलिए मानता हूं, क्योंकि यह मेरे करियर की पहली सच्चाई पर आधारित फिल्म है। मैंने इस फिल्म में गांधी जी के बेटे हरिलाल का किरदार निभाया है। यकीन मानिए, हरिलाल मेरे करियर का सबसे मुश्किल रोल था और मैं इस किरदार को निभाते समय वाकई बहुत डरा हुआ था। मैं मन ही मन सोचता रहता था कि क्या इस रोल के साथ न्याय कर पाऊंगा! दरअसल, जब किरदार रिअॅल लाइफ बेस्ड होता है, तब कलाकार की जिम्मेदारी और बढ़ जाती है और फिर यदि गांधी और हरिलाल जैसे शख्स हों, तो जिम्मेदारी और बढ़ जाती है।
मैंने अपने करियर में पहली बार इस किरदार के लिए खूब तैयारी की। निर्देशक फिरोज अब्बास खान का साथ मिलने की वजह से मुझे मेहनत थोड़ी कम करनी पड़ी। ऐसा इसलिए कि उन्होंने पहले से काफी रिसर्च कर रखा था। फिरोज ने हरिलाल के किरदार को निभाने में मेरी काफी मदद की। मैं फिरोज को इस बात के लिए धन्यवाद दूंगा कि उन्होंने गांधी और उनके बेटे के विवादास्पद रिश्ते पर फिल्म बनाई। इस विषय से ज्यादातर लोग अनजान थे। सबसे खास बात यह है कि उन्होंने इसे कॉमर्शिअॅल बनाने की जरा-सी भी कोशिश नहीं की। जैसा सब्जेक्ट था, उसे वैसे ही पेश किया। मैं पहले डरा हुआ था कि पता नहीं, पब्लिक इस फिल्म को स्वीकार करेगी या नहीं, लेकिन इसने जितनी सराहना बटोरी, उससे हम सभी का उत्साह बढ़ा। फिल्म को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर काफी सराहा गया।
गांधी माई फादर जैसी फिल्में यदा-कदा ही बनती हैं और हम कलाकारों को यदा-कदा ऐसे किरदार निभाने को मिलते हैं। मैं एक बार फिर अनिल और फिरोज को धन्यवाद दूंगा कि मुझे अपनी फिल्म का हिस्सा बनाया। इस फिल्म को करने के बाद पहली बार मुझे अपने ऐक्टर होने पर गर्व हुआ। यदि मुझे फिर इस तरह का कोई चैलेंजिंग रोल मिलेगा, तो मैं जरूर करूंगा। मैं पूरी जिंदगी इस फिल्म पर गर्व करूंगा।
Tuesday, August 12, 2008
निर्देशन आसान काम नहीं है: पंकज शुक्ल
फिल्म निर्देशन में आने की इच्छा शुरू से थी?
नहीं, करियर की शुरुआत प्रिंट मीडिया से की थी। उस वक्त मेरे मन में फिल्म निर्देशन का खयाल नहीं था। मेरे मन में इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में आने के बाद फिल्म निर्देशन का विचार आया। दरअसल, वहां काम करते हुए मैं निर्देशक की अहमियत को समझ पाया। तभी मैंने फैसला किया कि निर्देशक बनना है।
निर्देशक बनने में किसी तरह की दिक्कत आई?
दिक्कत तो नहीं आई, लेकिन हां, यह जरूर अहसास हुआ कि निर्देशन आसान काम नहीं है। फिल्म पत्रकार होने का मुझे यह लाभ मिला कि इंडस्ट्री के लोगों से मेरा परिचय था। मिथुन दा ने गुरु के दौरान भोजपुरी फिल्मों में काम करने की इच्छा जाहिर की थी। पत्रकार होने की वजह से ही शायद उन्हें मैं अपनी फिल्म में काम करने के लिए राजी कर सका।
भोजपुरी फिल्मों की स्थिति अच्छी नहीं है और आप उसी से अपना करियर शुरू कर रहे हैं?
आप इसे मेरी जल्दबाजी या फिर मिथुन दा और मनोज तिवारी से निकटता का परिणाम कह सकते हैं, लेकिन मेरी फिल्म आज की भोजपुरी फिल्मों से अलग है। मैंने फिल्म बनाने से पहले मौजूदा दौर की भोजपुरी फिल्मों की असफलता पर रिसर्च किया। लोगों से बात की। मैंने पाया कि भोजपुरी फिल्मों में फूहड़ता आने की वजह से दर्शक सपरिवार थिएटर में नहीं जाते हैं। इसीलिए मैंने साफ-सुथरी फिल्म बनाई है।
भोले शंकर के बारे में बताएं?
यह एक पारिवारिक फिल्म है। मैंने इसकी कहानी युवाओं को ध्यान में रखकर लिखी है। कहानी के केंद्र में दो भाई भोले और शंकर हैं। इसमें भोले मनोज तिवारी और शंकर का किरदार मिथुन दा निभा रहे हैं। मैंने फिल्म के माध्यम से संदेश देने की कोशिश की है कि सिर्फ नौकरी से ही बेरोजगारी दूर नहीं होगी, हुनर भी व्यवसाय बन सकता है।
मिथुन दा और मनोज जी के साथ काम करने का अनुभव कैसा रहा?
इनके साथ काम करने का अनुभव अच्छा रहा। मिथुन दा ने डबिंग भी खुद की है। मनोज मेरे अच्छे मित्र हैं। वे अच्छे ऐक्टर तो हैं ही, बहुत अच्छे गायक भी हैं।
आगे की क्या योजना है?
मैंने अपना प्रोडक्शन हाउस शुरू किया है। उसके जरिए क्षेत्र विशेष की भाषा में फिल्म बनाकर डीवीडी पर रिलीज करने की हमारी योजना है। इसके अलावा, अभी मैं एक हिंदी फिल्म की स्क्रिप्ट पर काम कर रहा हूं। मुझे कोई अच्छी स्क्रिप्ट मिली, तो भोजपुरी फिल्म भी बनाऊंगा।
Monday, August 11, 2008
फिर टकराएंगे इमरान और हरमन!
मुंबई। अक्षय-कैटरीना अभिनीत चर्चित फिल्म सिंह इज किंग के साथ ही वर्ष के नए हॉट स्टार इमरान खान और हरमन बावेजा की अगली फिल्म किडनैप और विक्ट्री की झलक दर्शकों को देखने को मिली। दिलचस्प बात यह है कि बाक्स-आफिस फिर से इमरान खान और हरमन बवेजा टकराने जा रहे हैं।
उल्लेखनीय है इमरान की पहली फिल्म जाने तू या जाने ना और हरमन की पहली फिल्म लव स्टोरी 2050 गत चार जुलाई को एक साथ सिनेमाघरों में प्रदर्शित हुई। उम्मीद की जा रही थी कि हरमन आमिर खान के भांजे इमरान को पछाड़ते हुए इंडस्ट्री के नए स्टार के रूप में उभरेंगे लेकिन परिणाम इसके विपरीत देखने को मिला।
हरमन को रितिक रोशन के डुप्लीकेट कहलाने के अतिरिक्त कोई उपलब्धि हासिल नहीं हुई। एक बार फिर दोनों की फिल्में रिलीज हो रही हैं। दोनों अपनी दूसरी फिल्म के साथ चंद हफ्तों के आगे-पीछे आ रहे हैं।
गत शुक्रवार को दर्शकों ने सिंह इज किंग के दौरान इमरान की नयी फिल्म किडनैप के प्रोमो देखे । यह प्रोमो मात्र 93 सेकेंड का है। दरअसल, संजय गढवी निर्देशित इस फिल्म में इमरान अपनी पहली फिल्म के विपरीत हार्ड लुक में नजर आ रहे हैं। उनके साथ प्रोमो में संजय दत्त और मिनिषा लांबा भी नजर आए। इमरान की गर्दन पर पीछे एक टैटू बना हुआ है और वे संजय दत्त की बेटी बनी मिनिषा को किडनैप कर उनके साथ डील करते दिख रहे हैं। वहीं हरमन बावेजा अपनी नयी फिल्म विक्ट्री के टीजर में ऑस्ट्रेलिया के चर्चित क्रिकेटर ब्रेट ली की गेंद पर बल्ला भांजते दिखे।
हालांकि इस टीजर में हरमन का पूरा चेहरा नहीं दिखाया गया है। सिर्फ हेलमेट में से झांकती उनकी आंखें दिखती हैं। हरमन की आंखें एक बारगी फिल्म कभी खुशी कभी गम में ऐसा ही दृश्य कर चुके रितिक रोशन की याद दिला देती हैं।
सिंह इज किंग के साथ दूसरी बार आमने-सामने हुए इमरान-हरमन की जंग पर सभी की नजर रहेगी। उल्लेखनीय है इमरान की फिल्म किडनैप आगामी दो अक्टूबर को गांधी जयंती के दिन रिलीज होगी और हरमन की विक्ट्री चौदह नवंबर को रिलीज होगी।
Friday, August 8, 2008
अक्षय बेहतरीन कलाकार हैं: कैटरीना | मुलाकात
अभिनेत्री कैटरीना कैफ अपने हिट जोड़ीदार अक्षय कुमार के साथ एक बार फिर सबका दिल जीतने आ रही हैं। उनकी फिल्म सिंह इज किंग प्रदर्शन के लिए तैयार है। इसके निर्देशक हैं अनीस बज्मी। यह ऐक्शन, रोमांस और कॉमेडी से सजी फिल्म है। उल्लेखनीय है कि अक्षय-कैटरीना की यह चौथी फिल्म है। अब तक इस जोड़ी की तीनों फिल्में हमको दीवाना कर गए, नमस्ते लंदन और वेलकम बॉक्स-ऑफिस पर सफल रही हैं। फिल्म सिंह इज किंग को लेकर पिछले दिनों कैटरीना से बातचीत हुई। प्रस्तुत हैं उसके अंश..।
अक्षय कुमार के साथ अब तक आपकी सभी फिल्में हिट रही हैं। फिल्म सिंह इज किंग की सफलता को लेकर कितनी आश्वस्त हैं?
हम सभी ने अपनी तरफ से बहुत मेहनत की है और एक बेहतरीन पारिवारिक मनोरंजक फिल्म बनाई है। मैं यकीन के साथ कह सकती हूं कि यह फिल्म दर्शकों का भरपूर मनोरंजन करेगी। उम्मीद है कि बॉक्स-ऑफिस पर अच्छा बिजनेस भी करेगी।
अक्षय के साथ आप अपनी फिल्मों की सफलता के पीछे कारण क्या मानती हैं?
मेरा मानना है कि उनके साथ वाली मेरी सभी फिल्में अच्छी थीं। यही वजह है कि उन्हें दर्शकों ने पसंद किया। मैंने सुना है कि कुछ लोग हमें एक-दूसरे के लिए लकी मानते हैं, जबकि मैं इस बात में यकीन नहीं करती। अक्षय के साथ काम करते हुए मेरा कम्फर्ट लेवॅल बन गया है, जो स्क्रीन पर साफ नजर आता है और फिल्म की सफलता में उसके लीडिंग कलाकारों की केमिस्ट्री महत्वपूर्ण भूमिका अदा करती है।
इस फिल्म में आपके और अक्षय के बीच किस तरह की केमिस्ट्री देखने को मिलेगी?
मैं इस फिल्म में अक्षय की लव लेडी का किरदार निभा रही हूं। मेरे किरदार का नाम है सोनिया। सोनिया बहुत स्वीट, सिम्पल और फन लविंग लड़की है। अक्षय फिल्म में हैप्पी सिंह का किरदार निभा रहे हैं। हैप्पी एक मिशन पर निकला हुआ व्यक्ति है। उसका मिशन अपने गांव के युवकलकी सिंह को ऑस्ट्रेलिया से वापस गांव ले जाना है। लकी ऑस्ट्रेलिया में डॉन है। इस मिशन में हैप्पी और सोनिया की मुलाकात होती है। फिल्म में ऐक्शन, रोमांस और कॉमेडी सब कुछ है।
फिल्म नमस्ते लंदन की जसमीत की तरह ही क्या आप इस फिल्म में केंद्रीय किरदार में हैं?
नहीं, यह फिल्म पूरी तरह से अक्षय के ऊपर है। मेरा सोनिया का किरदार फिल्म में महत्वपूर्ण जरूर है, लेकिन नमस्ते लंदन की जसमीत जितना नहीं। सच तो यह है कि जसमीत जैसा किरदार निभाने का मौका बहुत कम अभिनेत्रियों को मिलता है। मैं खुद उस तरह का किरदार दोबारा निभाना चाहती हूं। वह मेरे अब तक के करियर का सबसे अच्छा किरदार है।
आपको दर्शक रोमांटिक भूमिकाओं से अलग कब और किस फिल्म में देखेंगे?
मैं खुद यही सोच रही हूं। अब मैं अपनी इमेज के साथ एक्सपेरिमेंट करना चाहती हूं, लेकिन अफसोस इस बात का है कि मुझे अलग तरह के किरदार ऑफर नहीं हो रहे हैं! मुझे वैसी भूमिकाओं का बेसब्री से इंतजार है।
पिछले दिनों आपका नाम अक्षय कुमार के साथ जोड़ा गया। क्या यही वजह है कि अब आप उनके साथ फिल्में साइन नहीं कर रही हैं?
मैं इस तरह की बातों पर ध्यान नहीं देती। एक ऐक्ट्रेस का उसके को-आर्टिस्ट के साथ नाम जोड़ा जाना आजकल आम बात है। मेरे करियर और निर्णयों पर इन बातों का कोई असर नहीं होता है। मुझे अक्षय के साथ किसी अच्छी फिल्म का ऑफर आएगा, तो मैं जरूर साइन करूंगी। अक्षय बेहतरीन कलाकार हैं। उनके साथ कौन ऐक्ट्रेस काम नहीं करना चाहेगी?
फिलहाल आप किन फिल्मों में अभिनय कर रही हैं?
इस वक्त मैं सुभाष घई की फिल्म युवराज, राजकुमार संतोषी की अजब प्रेम की गजब कहानी और यशराज बैनर की कबीर खान के निर्देशन में बनने वाली फिल्म न्यूयॉर्क में काम कर रही हूं। इनके अलावा, फिल्म ब्लू और हेलो में मैं छोटी भूमिका में नजर आऊंगी।
अपनी आने वाली फिल्मों में से किस फिल्म को लेकर आप ज्यादा उत्साहित हैं?
राजकुमार संतोषी की फिल्म अजब प्रेम की गजब कहानी मेरे लिए बेहद खास है। इसमें मेरे अपोजिट रणबीर कपूर हैं। मैं इसकी रिलीज का उत्सुकता से इंतजार कर रही हूं। अब तक मैंने कॉमेडी का टच लिए रोमांटिक भूमिकाएं की हैं, लेकिन इस फिल्म में दर्शक मुझे पहली बार पूरी तरह से रोमांटिक किरदार में देखेंगे। इसमें रणबीर कपूर के साथ मेरी जोड़ी लोगों को कमाल की लगेगी।
निर्देशकों ने विश्वास किया: शाइनी आहूजा
पिछले साल अभिनेता शाइनी आहूजा ने फिल्म मेट्रो, भूलभुलैया और खोया खोया चांद में अपने दमदार अभिनय के लिए जमकर वाहवाही पाई। इस साल उनकी पहली रिलीज फिल्म होगी कुणाल शिवदासानी निर्देशित हाइजैक। शाइनी की यह पहली ऐक्शन फिल्म है। वे इसकी रिलीज का उत्सुकता से इंतजार कर रहे हैं।
दरअसल, शाइनी काफी समय से ऐक्शन फिल्म करना चाहते थे। वे कहते हैं, अब तक आई मेरी फिल्मों से कुछ लोगों के मन में यह धारणा बन गई थी कि मैं सिर्फ रोमांटिक फिल्में ही कर सकता हूं। सच तो यह है कि यह फिल्म देखने के बाद मेरे बारे में लोगों की धारणा बदल जाएगी। मुझे तब बेहद प्रसन्नता हुई, जब निर्देशक कुणाल मेरे पास हाइजैक की स्क्रिप्ट लेकर आए। मैंने इस फिल्म में कई डेयर डेविल स्टंट किए हैं। इसमें ऑडियंस मेरे नए रूप से रूबरू होंगे।
शाइनी अपने करियर के आरंभ से ही अलग-अलग किस्म के रोल करने के लिए जाने जाते हैं। सुधीर मिश्रा की फिल्म हजारों ख्वाहिशें ऐसी से लेकर अपनी आखिरी रिलीज खोया खोया चांद तक में वे हमेशा नए अंदाज में दिखे। वे कहते हैं, मैं ऐक्टर हूं, इसलिए किसी एक छवि में नहीं कैद होना चाहता। मेरी शुरू से ही यही ख्वाहिश थी कि अपनी हर फिल्म में दर्शकों को नए रूप में दिखूं। बीच में फिल्म गैंगस्टर की सफलता के बाद मेरे पास उसी तरह की भूमिकाओं के ऑफर लगातार आने लगे थे, लेकिन मैंने उन फिल्मों को स्वीकार नहीं किया। मैं अपने दर्शकों को बोर नहीं कर सकता। नई फिल्म हाइजैक में पहले दर्शक मुझे ऐक्शन करते हुए देखेंगे और उसके बाद देखेंगे जानू बरुआ की हर पल में कॉमेडी करते हुए। हालांकि हर पल में मैंने कॉमेडी करने का प्रयास नहीं किया है। उसके दृश्य और संवाद ऐसे बन गए हैं कि उन्हें देखने के बाद दर्शक हंसने से खुद को नहीं रोक पाएंगे!
कुणाल शिवदासानी निर्देशित फिल्म हाइजैक एक पिता और बेटी की कहानी है। शाइनी इसमें पिता की भूमिका निभा रहे हैं। अपने किरदार के बारे में वे कहते हैं, मैं इसमें विक्रम मदन का किरदार निभा रहा हूं। विक्रम चंडीगढ़ एयरपोर्ट पर ग्राउंड मेंटेनेंस ऑफिसर के पद पर कार्यरत है। एक दिन उसकी बेटी दिल्ली से अमृतसर जा रही होती है। उस जहाज को आतंकवादी हाइजैक कर लेते हैं। उसके बाद विक्रम कैसे बेटी को बचाने के लिए आतंकवादियों के बीच जाता है, यह देखना दिलचस्प होगा। मेरे हिसाब से यह फिल्म आम इनसान की भावनाओं की कहानी है। इसमें एषा देओल एयर होस्टेस का किरदार निभा रही हैं। मेरे लिए इस फिल्म की शूटिंग का अनुभव बहुत शानदार रहा। खासकर हवाई जहाज के दृश्यों की शूटिंग का अनुभव। निर्देशक कुणाल मेरे मित्र हैं। मुझे शूटिंग के दौरान यदि कोई चीज अच्छी नहीं लगती थी, तो मैं उनसे बेझिझक कह देता था। वे मेरी बातों को गौर से सुनते थे। शाइनी गैर फिल्मी पृष्ठभूमि से हैं, लेकिन फिर भी आज उनकी गिनती इंडस्ट्री के अच्छे कलाकारों में होने लगी है। अपने अब तक के सफर पर वे कहते हैं, मुझे खुशी होती है, जब लोग अच्छा ऐक्टर कहते हैं। मैंने जब अपना अभिनय-सफर शुरू किया था, तब इस इंडस्ट्री में मेरा कोई नहीं था। मैंने अपनी काबिलियत के दम पर सब कुछ हासिल किया है। आज जब पीछे पलटकर देखता हूं, तो मुझे बहुत खुशी होती है। मैं अपने निर्देशकों को जरूर धन्यवाद दूंगा कि उन्होंने मुझमें विश्वास दिखाया और अपने साथ काम करने का मौका दिया। उन लोगों का मेरे करियर में बहुत योगदान है।
फिल्म हाइजैक पहले आएगी, उसके बाद हर पल आएगी। हर पल में वे प्रीति जिंटा के साथ हैं। वे कहते हैं, इस साल के अंत तक हर पल रिलीज होगी। इसके अलावा, मेरे पास कोई फिल्म नहीं है। हां, मैंने एक अनाम फिल्म जरूर साइन की है, लेकिन उसके बारे में अभी कोई जानकारी नहीं दे सकता।
Thursday, August 7, 2008
अपने अंदाज में शो होस्ट करूंगी: शिल्पा
मुंबई। ब्रिटेन के लोकप्रिय रियलिटी शो बिग ब्रदर की विजेता शिल्पा शेट्टी इसके भारतीय संस्करण बिग बॉस सीजन टू को होस्ट करने जा रही हैं। इस बात की औपचारिक घोषणा बुधवार को मुंबई आयोजित शो के प्रेस कांफे्रंस में किया गया।
उल्लेखनीय है बिग बॉस का पहला सीजन बेहद लोकप्रिय हुआ था। अब इस शो के सीजन टू प्रसारण आगामी सत्रह अगस्त से नए चैनल कलर्स पर आरंभ होने जा रहा है। यह शो प्रतिदिन रात दस बजे से ग्यारह बजे तक प्रसारित होगा।
बिग बॉस सीजन टू की होस्ट बनने पर खुशी व्यक्त करते हुए अभिनेत्री शिल्पा शेट्टी ने कहा कि इस शो से मैं होस्ट के तौर पर टेलीविजन में डेब्यू करने जा रही हूं। इसका अनुभव मेरे लिए बिल्कुल नया होगा। मैं ब्रिटेन में बिग ब्रदर का हिस्सा रह चुकी हूं इसलिए बिग बॉस के घर में रहने वालेप्रतियोगियों की मानसिक स्थिति अच्छी तरह समझ सकूंगी। मैं इस शो से खुद को रिलेट कर पाई। यही वजह है कि मैंने इसे होस्ट करने के लिए हां कहा। मैं इस शो को लेकर बेहद उत्साहित हूं।
उल्लेखनीय है रियलिटी शो बिग बॉस का सेट मुंबई से दूर लोनावाला में बनाया गया है। इस शो में चौदह प्रतियोगी हिस्सा लेंगे, जिनमें सिलीब्रिटी और आम लोग शामिल होंगे। कलर्स चैनल के सीईओ राजेश कामथ ने बताया कि प्रतियोगियों के नाम की घोषणा सत्रह अगस्त को किया जाएगा। शो के विजेता को 75 लाख रूपए पुरस्कार के तौर पर मिलेंगे। इस बार बिग बॉस की एक खासियत यह है कि प्रतिदिन रात दस से ग्यारह बजे तक प्रसारण होने के साथ ही रात साढ़े बारह बजे आधे घंटे दर्शक यह शो लाइव देख सकेंगे।
अक्षय कुमार द्वारा होस्ट किए जा रहे शो फीयर फैक्टर के स्थान पर बिग बॉस का प्रसारण किया जाएगा। अक्षय के होस्ट करने के अंदाज के बारे में पूछे जाने पर शिल्पा ने कहा, प्लीज, मेरी तुलना अक्षय से मत करिएगा। हमारे शो का फॉरमैट बिल्कुल अलग है। मैंने फीयर फैक्टर के कुछ एपीसोड देखे हैं। अक्षय वह शो बेहतरीन तरीके से होस्ट कर रहे हैं। मैं बिग बॉस को अपने अंदाज में होस्ट करने की कोशिश करूंगी।
जिंदगी अपनी शर्तो पर जीती हूं: नंदिता दास
अभिनेत्री नंदिता दास आजकल अपनी फिल्म रामचंद पाकिस्तानी को लेकर चर्चा में इसलिए हैं, क्योंकि उनकी यह पहली पाकिस्तानी फिल्म है। इसकी निर्देशक हैं पाकिस्तान की चर्चित महिला मेहरीन जब्बार। फिल्म की चर्चा होते ही नंदिता कहती हैं, दरअसल, यह फिल्म सच्ची कहानी बयां करती है। पूरी कहानी पाकिस्तान की हिंदू महिला चंपा के इर्दगिर्द घूमती है। चंपा का पति और उसका जवान बेटा एक दिन अचानक भारत-पाकिस्तान की सरहद से गायब हो जाते हैं। उसके बाद क्या होता है, यही है इस फिल्म की कहानी।
थोड़ी देर रुकने के बाद नंदिता आगे की कहानी बताती हैं, यह फिल्म उर्दू में जरूर बनी है, लेकिन इसका हिंदी रूपांतरण भी हुआ है। फिल्म एकअगस्त को पाकिस्तान में रिलीज हो रही है। मैं इसके प्रीमियर के लिए जल्द ही पाकिस्तान जाऊंगी। दिलचस्प बात यह है कि फिल्म में मैं एकमात्र हिंदुस्तानी कलाकार हूं। शेष सभी पाकिस्तान के जाने-माने कलाकार हैं। मेरा इस फिल्म में काम करने का अनुभव शानदार रहा।
उल्लेखनीय है कि नंदिता अब तक दस भाषाओं की कुल तीस से भी अधिक फिल्मों में अभिनय कर चुकी हैं। उन्हें कई अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार भी मिल चुके हैं। नंदिता ने अब तक जिस तरह की फिल्मों में काम किया है, उससे उनकी इमेज एक गंभीर अभिनेत्री की बन गई है। वे मानती हैं, मीडिया ही हमारी इमेज बनाती और बिगाड़ती है। कौन कहता है कि मैं कॉमर्शिअॅल फिल्में नहीं करना चाहती? मैं कलाकार हूं और कॉमेडी, ऐक्शन, थ्रिलर हर तरह की फिल्में करना चाहती हूं, लेकिन सच तो यह है कि मेरे पास कोई ऐसा प्रस्ताव आता ही नहीं! दरअसल, अब मेरे पास इतना वक्त नहीं है कि अपनी इमेज को तोड़ने की जुगत में लग जाऊं! मेरे दोस्त पूछते हैं कि तुम दिल्ली में क्या कर रही हो? मुंबई आओ, यहां बहुत सारा काम है। सच कहूं, तो मैं अपनी शर्तो पर जिंदगी जीती हूं और वही काम करती हूं, जिसे करने के लिए मेरा दिल कहता है। अभिनेत्री के बाद नंदिता का नाम जल्द ही निर्देशकों की फेहरिस्त में भी शुमार होने वाला है। उनकी बतौर निर्देशक पहली फिल्म फिराक तैयार हो चुकी है। नंदिता इस फिल्म को लेकर बेहद उत्साहित हैं। वे कहती हैं, मैं पिछले तीन सालों से इस फिल्म को बनाने में जुटी हुई थी। हम कलाकारों को लगता है कि फिल्म निर्देशन आसान काम है, लेकिन अब मुझे अहसास हो रहा है कि यह मुश्किल काम है, क्योंकि निर्देशक को एक साथ ढेर सारी जिम्मेदारियां उठानी पड़ती हैं, जबकि ऐक्टर को केवल अपने संवाद और दृश्य पर ही ध्यान देना होता है।
फिल्म फिराक के बारे में नंदिता कहती हैं, यह फिल्म गुजरात में हुए दंगों के एक महीने बाद की कहानी है। इसमें हमने दंगे नहीं दिखाए हैं। दंगे के बाद की उस जिंदगी पर प्रकाश डाला है, जब लोग फिर से जीवन संवारने की कोशिश कर रहे हैं। इसमें पांच अलग-अलग कहानियां एक साथ चलती हैं। यह एक संवेदनशील फिल्म है। इसमें नसीरुद्दीन शाह, परेश रावल, दीप्ति नवल, संजय सूरी, रघुवीर यादव, टिस्का चोपड़ा आदि ने काम किया है। फिलहाल मैंने कोई फिल्म साइन नहीं की है। अब बस अपनी फिल्म को दर्शकों तक पहुंचाना चाहती हूं, इसीलिए इसी फिल्म पर अपना सारा ध्यान केंद्रित कर रही हूं।