मंगल कुंडली वालों के लिए अमंगलकारी होगा यह चंद्र ग्रहण!
बता रहे हैं प्रख्यात ज्योतिषि और वास्तुविद पंडित सचिन्द्रनाथ
इस वर्ष का चौथा और एक माह (30 दिन) के भीतर तीसरा ग्रहण 5 जुलाई को सुनिश्चित है. 11 जनवरी को आंशिक चंद्र ग्रहण, 5 जून को चंद्र ग्रहण, 21 जून को सूर्य ग्रहण और अब पुनश्च 5 जुलाई को चन्द्र ग्रहण. यह इस साल का तीसरा चंद्र ग्रहण होगा. खगोल शास्त्र के अनुसार यह ग्रहण भारत मे दिखाई नहीं देगा, लेकिन ज्योतिषिय गणना में इसके प्रभाव से देश और देशवासी अछूते नहीं रहेंगे. मुख्य बात यह है कि पांच जुलाई को गुरु पूर्णिमा भी है. चन्द्र ग्रहण का समय सुबह 8:37 मिनट पर शुरू होगा और सुबह 11:22 मिनट पर समाप्त हो जाएगा. 9:59 मिनट पर यह अपने सबसे अधिक प्रभाव में होगा.
प्रख्यात ज्योतिषि और वास्तुविद पंडित सचिन्द्रनाथ बताते हैं कि गुरु पूर्णिमा के दिन का चन्द्र ग्रहण प्रतिकूल प्रभावकारी है. मंगल प्रधान लोगों जैसे- राजनेता, फ़ौजी, पुलिसकर्मी आदि के लिए यह ग्रहण तनावजन्य होगा. मंगल प्रधान लोगों से जुड़ी अप्रिय सूचनाएं विचलित करने वाली हो सकती हैं. संत योग के लोगों के साथ भी प्रतिकूल स्थितियां आ सकती हैं. सत्ता से संबंधित किसी प्रमुख व्यक्ति के साथ अनहोनी या अपमानजनक परिस्थिति उत्पन्न हो सकती है. यह ग्रहण मानसिक तनाव और चिंता को बढ़ाने वाला है. यह ग्रहण भारत की कुंडली के विश्लेषण से देश को और सावधान रहने का संकेत भी दे रहा है. देश को ज्ञात-अज्ञात सात शत्रुओं की कुटिलताओं से दो-चार होना पड़ सकता है. किसी विख्यात व्यक्तित्व के साथ अनहोनी, आपदा जैसी स्थिति भी बनी रह सकती है.
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