संगीत के पुजारी सुखविंदर सिंह एथलीट बनना चाहते थे, लेकिन उनका भाग्य संगीत की दुनिया में उन्हें खींच लाया। कलर्स के नए म्यूजिकल रियलिटी शो आईपीएल रॉकस्टार में जज बने सुखविंदर ने यह बात बताई।
उन्होंने बताया कि इस शो के लिए हां कहने की यही वजह है कि मैं स्पोर्ट्स लवर हूं। मैं एथलीट हूं। मैं सौ मीटर की दौड़ का विनर रह चुका हूं। ओलंपिक में जाना चाहता था, लेकिन अचानक कुछ ऐसा हुआ कि मैं म्यूजिक में आ गया। इस शो के निर्माताओं ने जब मुझे अप्रोच किया, तो उनके दिमाग में यह बात थी। उन्होंने मुझे हॉकी के मैदान से लेकर क्रिकेट के मैदान में देखा था। हॉकी और क्रिकेट के मैच देखने मैं आज भी जाता हूं। सेलिब्रिटी के रूप में नहीं, एक खेल प्रेमी के रूप में।
आईपीएल रॉकस्टार पहला रियलिटी शो है, जिसकी शूटिंग क्रिकेट के मैदान में हो रही है। सुखविंदर कहते हैं, यही नहीं, शो की खासियत यह भी है कि इसमें एसएमएस के जरिए विनर का चुनाव नहीं होगा। प्रतियोगी मैदान में लाइव परफॉर्म करते हैं। यदि मैदान में बैठे दर्शकों को उनकी परफॉर्मेस पसंद आती है, तो वे ताली बजाते हैं। इस शो में किराए पर जूनियर कलाकारों को नहीं बुलाया जाता है। शो का अनुभव दर्शकों के लिए ही नहीं, प्रतियोगियों और हमारे लिए भी नया और दिलचस्प है।
सुखविंदर इससे पहले रियलिटी शो वॉयस ऑफ इंडिया के जज रह चुके हैं, लेकिन उनका कहना है कि आईपीएल रॉकस्टार को जज करना उनके लिए ज्यादा मुश्किल और चैलेंजिंग है। उसकी वजह वे बताते हैं, शो के अधिकतर एपीसोड लाइव ब्रॉडकास्ट होंगे। हमें बहुत सोच-समझकर अपना फैसला सुनाना होगा, क्योंकि हम जो कमेंट देंगे, उसे ऑडियंस लाइव देखेगी। हम अपने फैसले को एडिट या चेंज नहीं कर सकेंगे। मैदान में बैठी ऑडियंस से हमें अपना फैसला लेने में मदद मिलेगी। जिस प्रतियोगी की परफॉर्मेस पर ऑडियंस ज्यादा ताली बजाएगी, जाहिर है, वह परफॉर्मेस अच्छी होगी।
खेल प्रेमी सुखविंदर क्रिकेट में आए ग्लैमर को सकारात्मक नजरिए से देखते हैं। वे कहते हैं, ग्लैमर क्रिकेट से जुड़ा जरूर है, लेकिन जब खिलाड़ी मैदान पर खेल रहा होता है, तब वहां ग्लैमर नहीं होता। रियलिटी होती है। सजावट मैदान के बाहर हुई है। यह समझने की बात है। ग्लैमर क्रिकेट से जुड़ा है। वह क्रिकेट के मैदान में नहीं आया है और कभी आ भी नहीं पाएगा। हम खिलाडि़यों को कभी ग्लैमरस तरीके से खेलने के लिए प्रेरित नहीं कर सकते। ग्लैमर के शामिल होने से क्रिकेट को और दर्शक मिल गए हैं। यह अच्छी बात है।
सुखविंदर आईपीएल में किसी टीम को सपोर्ट नहीं कर रहे हैं। वे कहते हैं, जब भारत दूसरे देश से मैच खेल रहा होता है, तो सपोर्ट करने की बात आती। आईपीएल में तो अपने ही देश के खिलाड़ी आपस में खेल रहे हैं। मैं सबके खेल को एंज्वॉय कर रहा हूं। पर्सनली मैं सचिन तेंदुलकर का फैन हूं, लेकिन उसकी दूसरी वजह है। अपनी अन्य व्यस्तताओं के बारे में सुखविंदर बताते हैं, शो आईपीएल रॉकस्टार के साथ मैं अपनी फिल्म में बिजी हूं। मेरी फिल्म कुछ करिए जल्द रिलीज होगी।
उन्होंने बताया कि इस शो के लिए हां कहने की यही वजह है कि मैं स्पोर्ट्स लवर हूं। मैं एथलीट हूं। मैं सौ मीटर की दौड़ का विनर रह चुका हूं। ओलंपिक में जाना चाहता था, लेकिन अचानक कुछ ऐसा हुआ कि मैं म्यूजिक में आ गया। इस शो के निर्माताओं ने जब मुझे अप्रोच किया, तो उनके दिमाग में यह बात थी। उन्होंने मुझे हॉकी के मैदान से लेकर क्रिकेट के मैदान में देखा था। हॉकी और क्रिकेट के मैच देखने मैं आज भी जाता हूं। सेलिब्रिटी के रूप में नहीं, एक खेल प्रेमी के रूप में।
आईपीएल रॉकस्टार पहला रियलिटी शो है, जिसकी शूटिंग क्रिकेट के मैदान में हो रही है। सुखविंदर कहते हैं, यही नहीं, शो की खासियत यह भी है कि इसमें एसएमएस के जरिए विनर का चुनाव नहीं होगा। प्रतियोगी मैदान में लाइव परफॉर्म करते हैं। यदि मैदान में बैठे दर्शकों को उनकी परफॉर्मेस पसंद आती है, तो वे ताली बजाते हैं। इस शो में किराए पर जूनियर कलाकारों को नहीं बुलाया जाता है। शो का अनुभव दर्शकों के लिए ही नहीं, प्रतियोगियों और हमारे लिए भी नया और दिलचस्प है।
सुखविंदर इससे पहले रियलिटी शो वॉयस ऑफ इंडिया के जज रह चुके हैं, लेकिन उनका कहना है कि आईपीएल रॉकस्टार को जज करना उनके लिए ज्यादा मुश्किल और चैलेंजिंग है। उसकी वजह वे बताते हैं, शो के अधिकतर एपीसोड लाइव ब्रॉडकास्ट होंगे। हमें बहुत सोच-समझकर अपना फैसला सुनाना होगा, क्योंकि हम जो कमेंट देंगे, उसे ऑडियंस लाइव देखेगी। हम अपने फैसले को एडिट या चेंज नहीं कर सकेंगे। मैदान में बैठी ऑडियंस से हमें अपना फैसला लेने में मदद मिलेगी। जिस प्रतियोगी की परफॉर्मेस पर ऑडियंस ज्यादा ताली बजाएगी, जाहिर है, वह परफॉर्मेस अच्छी होगी।
खेल प्रेमी सुखविंदर क्रिकेट में आए ग्लैमर को सकारात्मक नजरिए से देखते हैं। वे कहते हैं, ग्लैमर क्रिकेट से जुड़ा जरूर है, लेकिन जब खिलाड़ी मैदान पर खेल रहा होता है, तब वहां ग्लैमर नहीं होता। रियलिटी होती है। सजावट मैदान के बाहर हुई है। यह समझने की बात है। ग्लैमर क्रिकेट से जुड़ा है। वह क्रिकेट के मैदान में नहीं आया है और कभी आ भी नहीं पाएगा। हम खिलाडि़यों को कभी ग्लैमरस तरीके से खेलने के लिए प्रेरित नहीं कर सकते। ग्लैमर के शामिल होने से क्रिकेट को और दर्शक मिल गए हैं। यह अच्छी बात है।
सुखविंदर आईपीएल में किसी टीम को सपोर्ट नहीं कर रहे हैं। वे कहते हैं, जब भारत दूसरे देश से मैच खेल रहा होता है, तो सपोर्ट करने की बात आती। आईपीएल में तो अपने ही देश के खिलाड़ी आपस में खेल रहे हैं। मैं सबके खेल को एंज्वॉय कर रहा हूं। पर्सनली मैं सचिन तेंदुलकर का फैन हूं, लेकिन उसकी दूसरी वजह है। अपनी अन्य व्यस्तताओं के बारे में सुखविंदर बताते हैं, शो आईपीएल रॉकस्टार के साथ मैं अपनी फिल्म में बिजी हूं। मेरी फिल्म कुछ करिए जल्द रिलीज होगी।
-raghuvendra Singh
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