-रघुवेंद्र सिंह
अली जफर की रुहानी और दिलकश आवाज आजकल हिंदुस्तान और पाकिस्तान की फिजाओं में गूंज रही है। अली का नया म्यूजिक एलबम झूम दोनों देश के संगीत प्रेमियों को बेहद पसंद आ रहा है। खास तौर से अपने एलबम के प्रचार के लिए मुंबई पहुंचे अली जफर ने मुलाकात में बताया, पाकिस्तान में मैंने अपने लेबल अलीफ रिकॉर्ड्स के जरिए झूम को रिलीज किया है। पहले दिन हमने इसकी दस हजार कॉपी रिलीज की। मुझे बेहद खुशी है कि हिंदुस्तान में यशराज ने मेरे एलबम को रिलीज किया है। यह मेरे लिए सम्मान की बात है। प्रिंस ऑफ पॉप कहे जाने वाले अली जफर का झूम तीसरा एलबम है। 2003 में उनका पहला म्यूजिक एलबम हुक्का पानी और 2006 में मस्ती रिलीज हुआ था। दोनों बेहद लोकप्रिय हुए।
अली अभिनय भी करते हैं। पिछले साल आई फिल्म तेरे बिन लादेन में उन्होंने कमाल का अभिनय किया। उन्हें यकीन है कि इस लोकप्रियता का फायदा एलबम झूम को मिलेगा। एलबम के बारे में अली बताते हैं, इस पर मैंने दो-तीन साल पहले काम शुरू किया था। इसकी खासियत यह है कि इसमें मैंने सूफियाना कलाम का इस्तेमाल किया है। यह सुकून देने वाला एलबम है। म्यूजिक मैंने खुद अरेंज और कंपोज किया है। हिंदुस्तान और पाकिस्तान के लोग बड़े स्प्रिचुअल हैं। झूम में मैंने ऐसा म्यूजिक बनाया है, जो टाइमलेस है। मैं जब ना रहूं, तब भी इसके गीत लोगों को याद रहें।
झूम में बारह गाने हैं, जिन्हें अली ने लिखे हैं। टाइटिल सांग के बारे में वे कहते हैं, गीत झूम.. जिंदगी के बारे में बात करता है। कहते हैं कि जब आप मर रहे होते हैं, तो अंतिम पल में पूरी जिंदगी आपके सामने घूमती है। मैंने किसी को टारगेट करके यह गीत नहीं बनाया है। जो मेरे दिल ने कहा, वही मैंने लिखा और गाया है। मिर्जा गालिब की दो गजलें भी हैं इस एलबम में। एक है जी ढूंढता है.. और दूसरा है कोई उम्मीद..। इस तरह का कुछ सीरियस काम करने की कोशिश मैंने की है। इसमें रोमांटिक गाने भी हैं। यह एलबम मेरी पर्सनैल्टी का एक अलग हिस्सा है। उम्मीद है कि लोग इसके वीडियो को पसंद करेंगे।
अली जफर ने हाल में यशराज बैनर की फिल्म मेरे ब्रदर की दुल्हन की शूटिंग की है। इसमें उनके साथ इमरान खान और कट्रीना कैफ भी हैं। अली बताते हैं, इस फिल्म में मैंने तीन गीत गाए हैं। संगीत सोहेल सेन ने दिया है। वे एक और बात कहते हैं, एलबम झूम बनाने की एक वजह यह भी थी कि मेरे फैन यह न समझें कि मैं सिंगिंग छोड़कर एक्टिंग में चला गया हूं। म्यूजिक एलबम रिलीज करने की दूसरी वजह यह थी कि लोग कह रहे हैं कि पॉप म्यूजिक अब नहीं चल रहा है, तो मेरा कहना है कि आपके फेवर में हालात ना भी हों, लेकिन आप काम करते जाएं। अच्छी चीज खुद-ब-खुद रास्ता बना लेती है। अली अपनी तीसरी हिंदी फिल्म को लेकर खुश हैं। वे कहते हैं, मेरी इस फिल्म का नाम अभी तय नहीं है, लेकिन यह चश्मेबद्दूर की रिमेक होगी। उसका निर्देशन करेंगे डेविड धवन।
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