Friday, March 14, 2014

''सिद्धार्थ बहुत हॉट है" परिनीती चोपड़ा

परिनीती चोपड़ा का विजय रथ तेजी से आगे बढ़ता जा रहा है. आपकी और अपनी इस चहेती अभिनेत्री के व्यस्त शेड्यूल से रघुवेन्द्र सिंह ने थोड़ा-सा वक्त चुराया
एक अभिनेत्री के नाम से उसकी हर फिल्म पहचानी जाए, हमारी हीरो प्रधान फिल्म इंडस्ट्री में ऐसा कम होता है. खास तौर पर किसी अभिनेत्री के करियर के आरंभिक दिनों में ऐसा नामुमकिन-सा है. लेकिन परिनीती चोपड़ा अपवाद हैं. उन्हें फिल्मों में आए केवल दो साल हुए हैं, मगर उनका कद इतना बढ़ चुका है कि दक्षिण के सुपरस्टार्स हों या हिंदी फिल्मों के, सब उनके साथ अपनी जोड़ी बनाने का प्रयास कर रहे हैं. मगर फिलहाल वह हीरो प्रधान फिल्मों में सजावट की एक वस्तु नहीं बनना चाहतीं. वह अपने अभिनय का दमखम दिखाना चाहती हैं और किसी हीरो का सहारा लिए बगैर अपनी प्रतिभा की बदौलत सबके दिलों पर राज करना चाहती हैं. यह साल परिनीती के लिए सबसे व्यस्त होगा. उनकी तीन फिल्में हंसी तो फंसी, किल दिल और दावत-ए-इश्क प्रदर्शित होने के लिए तैयार हैं. अभी-अभी वह लखनऊ से हबीब फैजल की फिल्म दावत-ए-इश्क की शूटिंग करके लौटी हैं. यशराज स्टूडियो में हमारी उनसे मुलाकात हुई, तो लखनऊ के लजीज खाने से बातचीत का सिलसिला शुरू हुआ...

लखनऊ में आपने क्या-क्या जमकर खाया?
मैं इशकजादे की शूटिंग के दौरान लखनऊ में रहकर आई थी, तो मुझे खाने के अड्डे पता थे. अनुपम (खेर) सर लखनऊ में काफी साल रहे हैं, तो उनको भी अड्डे पता थे. मैं और अनुपम सर रोज आदित्य (रॉय कपूर) के लिए नई-नई जगह से खाना ऑर्डर करते थे. टुंडे के कबाब हम लोग रोज खाते थे. हमने नल्ली-कुल्चा बहुत खाया.

हमने सुना कि हैदराबाद में दावत-ए-इश्क की शूटिंग के दौरान आपके पास साउथ के कई सुपरस्टार्स के साथ फिल्में ऑफर हुईं.
हां, तीन-चार तमिल और तेलुगू फिल्मों के ऑफर्स आए थे, लेकिन मैं वो कर नहीं पाऊंगी, क्योंकि डेट्स की प्रॉब्लम है. मुझे उन फिल्मों के नाम नहीं लेने चाहिए, क्योंकि कोई और एक्ट्रेस उनमें काम करेंगी. मुझे यह नहीं बोलना चाहिए कि वह पिक्चर पहले मेरे पास आई थी.

डेट्स की समस्या है या फिलहाल आप साउथ की फिल्मों में काम नहीं करना चाहतीं?
नहीं यार, मैं साउथ की फिल्मों में जरूर काम करना चाहूंगी. मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता कि कौन-सी भाषा में फिल्म है. लेकिन इस बार वर्कआउट नहीं हो पाया, क्योंकि जिस समय वह शूट करना चाहते हैं, उस वक्त मैं कोई दूसरी फिल्म शूट कर रही हूं.

अगर अभी कोई आपको साइन करना चाहता है, तो उसे कब तक इंतजार करना होगा?
(हंसती हैं) थोड़ा-सा इंतजार करना पड़ेगा. 2014 तो फुल है. लेकिन अगर कोई स्क्रिप्ट मुझे बहुत पसंद आती है, तो हम डेट्स एडजस्ट कर लेंगे.

इंडस्ट्री में ऐसा माना जाता है कि जब तक आप शाहरुख, सलमान और आमिर खान के साथ काम नहीं करते, तब तक टॉप में नहीं आ सकते. आप इसमें विश्वास करती हैं?
एक एक्टर के तौर पर मैं इस बात में बिलीव नहीं करती हूं. मुझे कई ऐसी फिल्मों के ऑफर्स आए थे, जिसमें खान थे. लेकिन मैंने वो पिक्चरें नहीं कीं क्योंकि उनमें मेरा कुछ काम नहीं था. वो हीरो की फिल्म थी, इसलिए मैंने नहीं कीं. मुझे अभी वो पिक्चरें करनी हैं, जिसमें मेरा बहुत काम हो, अच्छा रोल हो, ताकि मैं दिखा पाऊं कि मैं कितनी एक्टिंग कर सकती हूं.

आप किस खान के साथ काम करना चाहती हैं?
ओह, मुझे सभी खान बहुत अच्छे लगते हैं. मैं सैफ अली खान की बहुत बड़ी फैन रही हूं. उनके साथ मैं काम करना चाहती हूं. मैंने उनके साथ एक शो होस्ट किया था, तब मैंने उनसे कहा था कि मैं आपकी फैन हूं और उम्मीद करती हूं कि आपके साथ एक दिन काम करूं. सलमान की मैं बहुत बड़ी फैन हूं. शाहरुख के तो सभी फैन हैं. खानों के साथ तो हर कोई काम करना चाहेगा.

अमूमन यह देखने को मिलता है कि जब एक एक्ट्रेस फिल्म की हीरो बनने लगती है, तब टॉप हीरो और वो एक प्लेटफॉर्म पर नहीं आते हैं.
मेरे हिसाब से काजोल, रानी मुखर्जी, विद्या बालन और दीपिका पदुकोण बहुत स्ट्रॉन्ग एक्ट्रेस हैं. विद्या ने मिस्टर बच्चन के साथ काम किया है. अपनी अगली पिक्चर में वो फरहान अख्तर के साथ काम कर रही हैं. मैं ऐसा नहीं मानती हूं.

कहा जाता है कि आप जो फिल्में करती हैं, वह आपकी हो जाती हैं और आपके नाम से जानी जाती हैं.

ऐसा नहीं है. लेडीज वर्सेस रिक्की बहल में पांच एक्टर्स थे. इशकजादे एक लव स्टोरी थी. शायद उसमें मेरी परफॉर्मेन्स की बात हुई, लेकिन वो मेरी पिक्चर नहीं थी. वह मेरी और अर्जुन की पिक्चर थी. शुद्ध देसी रोमांस में सुशांत था, ऋषि जी थे, वाणी भी थी और हम चारों के बारे में बात हुई. मुझे नहीं लगता है कि वह सिर्फ मेरी पिक्चर थी. वह सबकी पिक्चर थी. हंसी तो फंसी एक लव स्टोरी है. यह मेरी और सिड (सिद्धार्थ मल्होत्रा) की पिक्चर होगी. मैं इस बात से सहमत नहीं हूं कि मेरी पिक्चर केवल मेरी होती है. हां, ये जरूर है कि जब मैं पिक्चर चूज करती हूं, तो यह देखती हूं कि उसमें मेरा कितना काम है. और मैं यह नहीं कह रही हूं कि मैं यह देखती हूं कि मैं कितने पेज तक हूं. मैं यह देखती हूं कि मेरे कैरेक्टर का स्टोरी में क्या महत्व है. तो बिग स्टार्स के साथ जो फिल्में मुझे ऑफर हुईं, उनमें मेरे लिए खास काम नहीं था. वरना मैं उनके साथ काम करना पसंद करूंगी.

लेकिन अगर आप उस जोन की फिल्म में जाती हैं, तो रोल के मामले में समझौता करना पड़ता है.
करेक्ट, लेकिन मैं इस बात से सहमत नहीं हूं. मुझे गलैमरस फिल्म करनी है, मुझे एक्शन फिल्म करनी है, जो आम तौर पर हीरो की फिल्म होती है. जैसे- अभी मैं किल दिल कर रही हूं. वह लडक़ों की पिक्चर है, लेकिन उसमें मेरा भी बहुत अच्छा रोल है. कॉकटेल में दीपिका का रोल बहुत बड़ा था, वो लडक़े की पिक्चर नहीं थी, वो सबकी पिक्चर थी. मैं उस तरह का रोल करना चाहती हूं.

आपके हिसाब से इस वक्त कौन-सी एक्ट्रेस सबसे अच्छा काम कर रही हैं?
दीपिका इज डूइंग परफेक्ट काइंट ऑफ फिल्म्स. मतलब कि वो चेन्नई एक्सप्रेस करती हैं, तो साथ में कॉकटेल, राम-लीला और ये जवानी है दीवानी भी करती हैं. वो परफेक्ट बैलेंस करती हैं. एक बॉलीवुड एक्ट्रेस के तौर पर आपको जिस तरह की फिल्में करनी चाहिए, आपके पोर्टफोलियो में जो फिल्में होनी चाहिए, वो दीपिका के पास हैं.

अगर पिछले साल का सक्सेज रेशियो उठाकर देखें, तो आपके हिसाब से कौन-सी एक्ट्रेस टॉप पर हैं?  अगर पिछले साल का उठाकर देखें, तो दीपिका ही हैं. मगर यहां हर फ्राइडे कोई एक नया बंदा टाप पर आता है.

आपको दूसरी एक्ट्रेस की तारीफ करते वक्त झिझक नहीं होती है?
क्यों? दूसरी एक्ट्रेस इस तरह खुलकर तारीफ नहीं करती होंगी. मैं तो खुल्ला बोलती हूं. मुझे कोई इनसिक्योरिटी नहीं है.

आपको फिल्मों में आए दो साल हो गए (9 दिसंबर, 2011 को लेडीज वर्सेस रिक्की बहल प्रदर्शित हुई थी). इन दो सालों में एक एक्टर और इंसान के तौर पर आपमें कितना विकास हुआ है?
एक एक्टर के तौर पर मैं अब सेट पर ज्यादा इन्फॉम्र्ड होती हूं. मुझे फिल्ममेकिंग प्रोसेस ज्यादा समझ में आता है. अब मुझे कैमरा, लाइटिंग, एंगल, मार्किंग, ये सब ज्यादा समझ में आता है, तो मैं हेल्प कर सकती हूं अपने आपको ज्यादा एफिशिएंट बनाने में. कल अगर मुझे किसी टेक में पांच रिटेक लगते थे, तो आज मैं तीन टेक में उसे करने की कोशिश करती हूं. बाकी, मेरे अंदर की परिनीती में कोई बदलाव नहीं आया है.

हंसी तो फंसी में काम करने के लिए आपको किसने राजी किया- करण जौहर, अनुराग कश्यप या विनिल मैथ्यू की स्क्रिप्ट ऐसी थी कि आप मान गईं?
किसी ने नहीं. मैंने स्क्रिप्ट पढ़ी और मेरा रोल बहुत मजेदार था. इसमें मैं एक साइंटिस्ट का किरदार निभा रही हूं, जो थोड़ी-सी पागल है. ऐसा किरदार मैंने पहले कभी नहीं किया. मैं करण से मिली, तो उन्होंने कहा कि मैं भी यह फिल्म प्रोड्यूस कर रहा हूं. तो मैंने कहा कि बहुत अच्छा और मैंने कर ली.

सिद्धार्थ मल्होत्रा के साथ अभिनय करने का अनुभव कैसा रहा?
बहुत अच्छा. पहले मुझे लगा था कि वह चुप रहेगा, इसलिए पता नहीं कि मेरी उसके साथ बनेगी या नहीं. लेकिन दो-तीन में वह मेरे साथ बहुत खुल गया. वो बहुत फ्रैंडली है, बहुत कूल एक्टर है. वह मुझसे काफी अलग है, थोड़ा चुपचाप रहता है, रिजव्र्ड रहता है. वह बहुत अमेजिंग को-एक्टर है. उससे सीखने को मिलता था कि कैसे फोकस रहते हैं.

सिद्धार्थ की फैन फॉलोइंग लड़कियों में कमाल की है. आपका दिल उन पर नहीं फिसला?  
हां, लड़कियों में उसकी फॉलोइंग बहुत ज्यादा है. मैं उससे कहती थी कि तुम बहुत हॉट हो, लेकिन मेरा दिल तुम पर नहीं फिसला. मुझे सिद्धार्थ बहुत हॉट लगता है, आदित्य और अर्जुन भी बहुत हॉट हैं. आई थिंक दे ऑल आर गुड लुकिंग बॉयज.

कैसे लडक़े  पर आपका दिल फिसलेगा?
यार, वो लडक़ा मिलेगा, तो दिल खुद ही फिसल जाएगा. मुझे नहीं पता चलेगा.

विनिल मैथ्यू की यह पहली पिक्चर है. उनके बारे में क्या कहेंगी?
विनिल अमेजिंग डायरेक्टर हंै. उन्होंने तीन सौ से ज्यादा एड फिल्म्स बनाई हैं. उनको बखूबी पता है कि एक्टर से परफॉर्मेन्स निकालने के लिए क्या कहना चाहिए. वो बहुत ब्यूटीफुल मोमेंट्स निकालते हैं. उनकी यूएसपी यही है.

मनीष शर्मा शाहरुख खान के साथ फिल्म बनाने जा रहे हैं. उनके साथ आपकी ऐसी दोस्ती तो है कि आप उनसे हक से कह सकती हैं कि यार, उसमें मेरा कुछ रोल होना चाहिए?
(हंसती हैं) अगर वो शाहरुख के साथ पिक्चर बना रहे हैं, तो मैं उनसे जाकर यह बोल सकती हूं कि यार, मनीष एक ऑडिशन तो ले ले मेरा. मनीष मेरा सबसे अच्छा दोस्त है. अगर उसे मैं उसकी फिल्म में चाहिए होऊंगी, तो वो खुद फोन करके बोल देगा कि हे, सुनो, मैं चाहता हूं कि तुम मेरी फिल्म में काम करो. मुझे उससे बोलना नहीं पड़ेगा.

अनुष्का शर्मा और प्रियंका चोपड़ा फिल्म प्रोडक्शन में आ रही हैं. आपकी भी ऐसी कोई प्लानिंग है?
फिल्म प्रोड्यूस करने के लिए मुझे बहुत सारा पैसा कमाना पड़ेगा. मेरी बहन को इंडस्ट्री में आए 12 साल हो गए हैं. अनुष्का को पांच साल हो गए हैं. उन्होंने अब इतने पैसे कमा लिए हैं कि वो फिल्म में इंवेस्ट कर सकते हैं. मुझे यहां आए अभी दो ही साल हुए हैं. देखेंगे, दो-तीन साल बाद.

आलिया भट्ट, श्रद्धा कपूर और इलियाना डिक्रूज में से आप किसे अपना प्रतिस्पर्धी मानती हैं?
सबको. हम सब एक ही तरह की पिक्चर के लिए कंसीडर किए जाते हैं. कंपीट करते हैं. यहां हर कोई कॉम्पिटिटर है.

आपकी बात से हम सहमत नहीं हैं? आपके रोल में श्रद्धा को कैसे इमैजिन किया जा सकता है?
यह एक अलग बात है कि कुछ रोल में आप किसी एक ही एक्ट्रेस को कंसीडर कर सकते हैं. लेकिन फिर भी हम सब एक ही उम्र की हैं और एक समय पर काम कर रही हैं, तो अगर मैं एक पिक्चर नहीं करूं, तो वह डेफिनेटिली इन तीनों में से किसी एक के पास जाएगी. या वो कोई पिक्चर छोड़ती हैं, तो वो मेरे पास आएगी. मुझे तो लगता है कि लड़कियां लडक़ों से भी कंपीट कर रही हैं. मतलब हम सब एक ही टाइम में काम कर रहे हैं, तो सब एक-दूसरे के लिए कंपीटिशन है.

स्क्रिप्ट लेवल पर अगर आपको कोई कंफ्यूजन होती है, तो आप किसे फोन करती हैं?
मनीष या आदि (आदित्य चोपड़ा) को. ज्यादातर मनीष को, क्योंकि वह मुझे अच्छी तरह से समझता है कि मैं क्या कर सकती हूं, क्योंकि मैं उसकी डिस्कवरी हूं. वह जानता है कि मेरा करियर कहां जा रहा है, किस तरह की फिल्में मेरे लिए अच्छी होंगी.

टीवी के लिए ऑफर आ रहे हैं?
अब तक कोई ऑफर नहीं आया है. अगर किसी अच्छे टीवी शो को होस्ट करने का ऑफर आया, तो जरूर करेंगे.

शुद्ध देसी रोमांस और इशकजादे में आपने किसिंग सीन किए थे. उस पर आपके परिजनों ने आपत्ति जताई?
मम्मी-पापा को हमेशा अजीब लगेगा कि मेरी बेटी किस कर रही है. लेकिन इशकजादे की कहानी ही ऐसी थी कि कोई मुझे रेप करके चला जाता है, तो उसमें दिखाना जरूरी थी. शुद्ध देसी रोमांस हार्मोनल लव के बारे में थी, तो कोई अट्रैक्ट होता है, तो फिर क्या होता है. उसमें भी किसिंग दिखाना जरूरी थी. अगर मुझे कोई डायरेक्टर बोले कि अरे यार, मेरी पिक्चर का बिजनेस बढ़ जाएगा, चलो एक किस डालते हैं, तो मैं नहीं करूंगी.


दोस्तों के बारे में परिनीती की राय

रणवीर सिंह
मुझे लगता है कि मैं बहुत एर्नजेटिक हूं, लेकिन उसके साथ होती हूं, तो वो एक स्टेप आगे होता है. वह एनर्जी का पिटारा है. मुझे बोलना पड़ता है कि तुम जरा शांत हो जाओ.

अर्जुन कपूर
मैं सबसे ज्यादा बात अर्जुन से करती हूं. वो मेरा सबसे करीबी दोस्त है. मैंने उसके साथ उसकी पहली पिक्चर की थी. एक तरीके से वह मेरी भी पहली पिक्चर थी.

सिद्धार्थ मल्होत्रा
वह कूल ड्यूड है. वो शांत मिजाज का है. उसे आप कभी गुस्से में नहीं देखेंगे. उसका हमेशा एक ही मूड रहता है. वह हमेशा शांत रहता है.

आदित्य रॉय कपूर
वह बहुत खुशमिजाज है. मैं उसे कभी आदि और कभी रॉय कपूर भी बुलाती हूं. उसे कुछ भी दुखी नहीं करता. वह हमेशा खुशी के साथ काम करता है.

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