छह फुट तीन इंच लंबे राणा दगुबाटी आजकल बिपाशा बसु से प्रेम संबंध को लेकर चर्चा में हैं। वे दक्षिण भारत के एक बड़े फिल्म घराने से हैं। पिछले साल फरवरी में प्रदर्शित हुई अपनी पहली फिल्म लीडर से वे तेलुगू सिनेमा के स्टार बन गए। रोहन सिप्पी की दम मारो दम उनकी पहली हिंदी फिल्म है। पिछले दिनों राणा ने हम से बातचीत की। प्रस्तुत हैं अंश..
पहली फिल्म से आप दक्षिण भारत में स्टार बन गए। हिंदी फिल्म साइन करते वक्त किसी तरह का दबाव महसूस कर रहे थे?
दम मारो दम मैंने लीडर की रिलीज के पहले साइन की थी। दिसंबर 2009 में लीडर का पहला प्रोमो आया था। रोहन सिप्पी ने प्रोमो देखा और मुझे फोन किया। उन्होंने कहा कि मैंने एक स्क्रिप्ट लिखी है। आप सुनिए और अगर पसंद आती है, तो हम साथ काम करेंगे। उन्होंने दम मारो दम का फर्स्ट ड्राफ्ट मेरे पास भेजा। मुझे स्क्रिप्ट पसंद आई। उसके बाद मेरी लाइफ ने खूबसूरत टर्न लिया।
आप फिल्म घराने में पैदा हुए, तो क्या बचपन से तय था कि ऐक्टर ही बनेंगे?
मैं विजुअल इफेक्ट सुपरवाइजर था। मैंने स्प्रिट मीडिया कंपनी शुरू की थी। बाद में कंपनी प्राइम फोकस में मर्ज हो गई। फिर मैंने दो तेलुगू फिल्में प्रोड्यूस कीं, जिनमें से एक फिल्म को नेशनल अवॉर्ड मिला। उसके बाद मैं सुरेश प्रोडक्शन में लाइन प्रोड्यूसर था। बाद में मैंने खुद को डिस्कवर किया। यह मेरी तीसरी जॉब है।
ऐक्टर बनने के लिए कोई तैयारी भी की?
बैरी जॉन के एक्टिंग स्कूल में मैंने एक साल ट्रेनिंग ली। उसके बाद स्टंट सीखने के लिए अमेरिका गया। मेरी हिंदी अच्छी नहीं है। दम मारो दम की शूटिंग से पहले एक महीने हमने रोहन के साथ वर्कशॉप की। मैंने शूटिंग से डेढ़ महीने पहले फिल्म की स्क्रिप्ट मांग ली थी। मुझे हिंदी पर काम करना पड़ा।
हिंदी फिल्मों से आपका परिचय कब हुआ? क्या पहली फिल्म याद है?
बचपन से मैं हिंदी फिल्में देख रहा हूं। हैदराबाद में हिंदी फिल्में देखी जाती हैं। मैंने बच्चन साहब की फिल्में देखी हैं। तमिल और तेलुगू फिल्में मैंने हिंदी फिल्मों की तुलना में अधिक देखी हैं।
फिल्म फैमिली से होने का सबसे बड़ा लाभ क्या मिला?
मुझे लगा कि मैं बचपन से एक्टिंग स्कूल में पढ़ रहा हूं। फिल्मी फैमिली से हूं, तो इंडस्ट्री को करीब से देखा। मैंने फिल्म मेकिंग के टेक्निकल पहलू के बारे में कम उम्र में जान लिया था। मैं इसके अलावा और कुछ नहीं जानता।
दम मारो दम में आप डीजे जोकी का किरदार निभा रहे हैं। जोकी किस तरह का लड़का है?
वह बहुत शांत किस्म का है। वह चीजों को घटते हुए देखता है, लेकिन कुछ बोलता नहीं है। जिसके कारण उसे पसंद करने वाले लोग धीरे-धीरे उससे अलग हो जाते हैं। फिल्म में तीन कहानियां हैं। एक पुलिस अफसर, एक स्टूडेंट और एक आरजे जोकी की।
इसमें बिपाशा बसु आपके अपोजिट हैं। उनके साथ प्रेम संबंध की चर्चा क्या फिल्म के प्रचार का हिस्सा है?
बिपाशा स्वीट हैं। मैं न्यूकमर हूं। उन्होंने मुझे हमेशा सपोर्ट किया। मैं उनकी इज्जत करता हूं। उनके साथ लिंक अप की खबरें गलत हैं। हो सकता है कि हमारे लिंक अप की खबर प्रचार का हिस्सा हो, लेकिन मुझे नहीं लगता कि सिर्फ इसके कारण कोई फिल्म देखने आएगा।
भविष्य में हिंदी और तेलुगू फिल्मों में से आप किसे प्राथमिकता देंगे?
मैं अलग-अलग भाषा की फिल्में करना चाहता हूं। मैं खुश हूं कि इतनी कम उम्र में मुझे अलग-अलग सिनेमा का हिस्सा बनने का मौका मिल रहा है। दम मारो दम की स्टोरी टेलिंग डिफरेंट है। हमारे यहां ऐसी फिल्में नहीं बनतीं और हिंदी में भी यह एक नया प्रयोग है।
-रघुवेंद्र सिंह
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