Thursday, May 14, 2020

अमिताभ बच्चन की जय-जय!  

महानायक की गुलाबो सिताबो बनी कोरोना महामारी के दौर में डिजिटल प्लैटफॉर्म पर रिलीज़ होने वाली पहली बड़ी फिल्म 

कोरोना के दुष्प्रभाव से व्यवसाय जगत चरमरा चुका है. अर्थव्यवस्था शैय्या पर धड़ाम करके बिखर चुकी है. इसकी चपेट में हमारी हिंदी फिल्म इंडस्ट्री का दम भी घुट रहा है. सब कुछ ठहर सा गया है. फिल्में हों या सीरियल, वेब सीरीज़ हों या शार्ट फ़िल्में, सबका निर्माण लॉकडाउन के बाद से बंद है. थियेटरों के पट पर सिटकनी चढ़ी हुई है. चूँकि फिलहाल प्रोडक्शन की गाडी पटरी पर चढ़ती नहीं दिख रही है, इसलिए फिल्म उद्योग जगत की चिंताएं बढ़ गयी हैं. विकल्प तलाशने की कोशिश हो रही है. निर्माताओं के सामने सबसे बड़ी समस्या यह है कि जो फिल्में बनकर तैयार हैं, उन्हें कैसे दर्शकों तक पहुँचाया जाए. ज़्यादा समय तक उन्हें न रिलीज़ करने का तात्पर्य है अपने ऊपर आर्थिक बोझ बढ़ाना. बीच में सुगबुगाहट हुई कि कुछ बड़े स्टार्स की फ़िल्में डिजिटल प्लैटफॉर्म पर सीधे दिखाई जाएंगी तो मल्टीप्लेक्स के मालिकों ने सार्वजनिक रूप से निर्माता-निर्देशकों से सिफारिश की कि वो ऐसा न करें. लेकिन परदे के पीछे उन्होंने दबी जुबान में स्टार्स और मेकर्स को धमकी भी दे दी कि उन्होंने यदि ऐसा किया तो भविष्य में उनकी कोई भी फिल्म थियेटर में रिलीज़ नहीं होने दी जायेगी. उनकी इस धमकी का असर कितना हुआ, यह तो फिलहाल पता नहीं लेकिन आज सुबह-सुबह एक बड़ी खबर ने दस्तक दी. विक्की डोनर, पीकू और अक्टूबर जैसी बड़ी फिल्मों की लेखक जूही चतुर्वेदी और निर्देशक शूजित सरकार की अगली फिल्म, गुलाबो सिताबो, जिसमें अमिताभ बच्चन और आयुष्मान खुराना जैसे शीर्ष कलाकार मुख्य भूमिका में हैं, उसे १२ जून को अमेज़ॉन प्राइम पर रिलीज़ किया जा रहा है. खास बात यह है कि इसे दो सौ देशों में एक साथ दिखाया जायेगा, जो किसी भी कलाकार और मेकर के लिए एक बड़ी बात है. 

गौर करने वाली बात यह है कि डिजिटल प्लैटफॉर्म का रुख करने वाले स्टार्स में अक्षय कुमार का नाम सबसे पहले उभरकर आया था. खबरें थी कि उनकी फिल्म लक्ष्मी बॉम्ब इस दिशा में पहला बड़ा कदम होगी। विद्या बालन की शकुंतला देवी, जान्हवी कपूर की गुंजन सक्सेना, कृति सैनन की मिमी, अभिषेक बच्चन और राजकुमार राव की लूडो, राधिका मैदान की शिद्दत फिल्मों के निर्माता भी इस नयी दिशा में बढ़ने का विचार कर रहे थे. लेकिन फिलहाल परिवर्तन की इस बयार में बाज़ी बिग बी ने मार ली है. फिल्म इंडस्ट्री में इक्यावन साल का सफर तय कर चुके अमिताभ बच्चन परदे पर हमेशा हमारे नायक रहे हैं लेकिन इस मुश्किल परिस्थिति में भी वह नायक बनकर उभरे हैं. उन्होंने और उनकी गुलाबो सिताबो फिल्म की टीम ने थियेटर मालिकों को ठेंगा दिखा दिया है और एक डिजिटल प्लैटफॉर्म पर अपनी फिल्म को प्रदर्शित करने के समय की मांग को समझते हुए एक साहसिक फैसला किया है. जिसका स्वागत होना आवश्यक है. अक्षय कुमार की सूर्यवंशी और रणवीर सिंह की ८३ थियेटर खुलने की प्रतीक्षा में फिलवक्त रुकी हैं.  इतना ही नहीं, जहाँ दूसरे स्टार्स हाथ पर हाथ धरे अपने घरों में बैठे हैं और स्थिति के सामान्य होने की प्रतीक्षा कर रहे हैं, वहीँ अमिताभ बच्चन ने अपने घर से काम शुरू कर दिया है. आप सबने उनके लोकप्रिय गेम शो कौन बनेगा करोड़पति के नए सीज़न का प्रोमो अपने टीवी और सोशल मीडिया पर अवश्य देखा होगा. यह प्रोमो उन्होंने अपने घर में शूट किया है और जल्द ही, अपने इस गेम शो के साथ वह दर्शकों के बीच हाज़िर होंगे. कमाल है उनका अपने काम के प्रति समर्पण!  
फिल्म बिरादरी के विशेषज्ञों की माने तो कोरोना महामारी ने न सिर्फ हमारी जीवन शैली बदली है, बल्कि इसने हमारे मनोरंजन के माध्यम भी बदल दिए हैं. इस महामारी में डिजिटल प्लैटफॉर्म हमारे मनोरंजन की खुराक पूरा करने का सबसे सशक्त माध्यम बन कर उभरे हैं. थियेटर तो बंद हैं ही, टीवी भी इस समय बासी पड़ गए हैं. ऐसे में, डिजिटल प्लैटफॉर्म पर अपने घर में बैठे-बैठे हम दुनिया के तमाम देशों में निर्मित फ़िल्में और वेब सीरीज़ का आनंद लेने के आदी बन बैठे हैं. कुछ दिनों में हम जरुरतवश अपने अपने काम पर तो लौट जाएंगे लेकिन क्या हम मनोरंजन के लिए थियेटर में लौटेंगे, यह एक बड़ा सवाल है. 

#रघुवार्ता 

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