हालिया रिलीज फिल्म दम मारो दम के टाइटिल गीत में मादक अदाओं से मदहोश करने वाली दीपिका पादुकोण का अब देसी रूप देखने को मिलेगा। आरक्षण फिल्म में उन्होंने अपना चोला बदला है। प्रकाश झा की ग्रामीण पृष्ठभूमि पर आधारित फिल्म आरक्षण में दीपिका भारतीय परिधानों में दिल जीतने आ रही हैं। यह फिल्म दीपिका के करियर के लिए टर्निग प्वॉइंट साबित हो सकती है ऐसा माना जा रहा है। इस फिल्म को लेकर दीपिका खुद बहुत उत्साहित हैं। उनके शब्दों में, फिल्म आरक्षण का मुद्दा अपने आप में बहस का एक अलग विषय है। मैं पहली बार ऐसी फिल्म में काम कर रही हूं। मैं पहली बार पूर्वी आनंद जैसा किरदार निभा रही हूं। पूर्वी इंडीपेंडेंट है। वह फैमिली ओरिएंटेड है। वह अपने पिता से बहुत प्यार करती है और उनका बेहद सम्मान भी करती है। अचानक उसके जीवन में ऐसा मोड़ आता है, जब वह अपने दोस्तों दीपक और सुशांत और अपने पिता के बीच उलझ जाती है। उसे समझ में नहीं आता कि किसका पक्ष ले।
किरदारों के मामले में हमेशा जोखिम उठाने वाली दीपिका आरक्षण से पहले आशुतोष गोवारीकर की फिल्म खेलें हम जी जान से में एक क्रांतिकारी महिला की भूमिका निभा चुकी हैं। लेकिन आरक्षण की पूर्वी और खेलें हम जी जान से की कल्पना की तुलना करना उचित नहीं होगा। दीपिका के अनुसार, पूर्वी में देसी टच है। खासकर भाषा के मामले में। आरक्षण की शूटिंग के दौरान भाषा मेरे लिए मुश्किल साबित हुई। हम रोजाना जिस हिंदी का इस्तेमाल करते हैं, इसमें वैसी हिंदी नहीं है। पूर्वी शुद्ध हिंदी बोलती है। इसलिए हिंदी पर मुझे काफी काम करना पड़ा।
दीपिका पादुकोण को आरक्षण में सैफ अली खान का साथ मिला है, जिनके साथ वे लव आज कल फिल्म में काम कर चुकी हैं। दोनों की जोड़ी को उसमें बेहद सराहा गया था। गौरतलब है कि आरक्षण की पृष्ठभूमि पर आधारित यह फिल्म कुछ जिंदगियों की कहानी है। भोपाल में आरक्षण की शूटिंग के दौरान दीपिका फिल्मकार प्रकाश झा को प्रभावित करने में सफल हो गई। तभी तो प्रकाश झा उनकी तारीफ में कहते हैं, दीपिका बहुत समझदार हैं। वे चीजों को बहुत जल्दी समझ लेती हैं। प्रकाश झा के बारे में दीपिका कहती हैं, प्रकाश झा फिल्म देखने के बाद बहुत खुश हुए। उन्होंने मुझे फोन किया और मेरे काम की तारीफ की। उन्होंने कहा कि आपने मेरी उम्मीद से ज्यादा अच्छा काम किया है। प्रकाश जी के साथ काम करना मेरे लिए लर्निग एक्सपिरियंस रहा।
दीपिका को आजकल अपनी प्रतिद्वंद्वी कट्रीना कैफ से संबंधित सवालों का सामना भी अनचाहे ही करना पड़ रहा है। दरअसल, उनसे पहले प्रकाश झा की फिल्म में राजनीति में कट्रीना ने काम किया था। दिलचस्प बात है कि कट्रीना का नाम सुनते ही दीपिका मुंह बिचका लेती हैं। वे सवाल को अनसुना करने का बहाना करती हैं। खासकर कट्रीना की तरह आरक्षण से अपनी ग्लैमर गर्ल की इमेज से संबंधित प्रश्न पर। दीपिका अपनी बात रखती हैं, लोगों के दिमाग में गलत धारणा है कि ग्लैमरस लड़कियां एक्टिंग नहीं कर सकतीं। वे परफॉर्मेस ओरिएंटेड रोल के साथ न्याय नहीं कर सकतीं। यह सच नहीं है। गौरतलब है कि दीपिका इस सवाल के बहाने अपना नाम मशहूर हॉलीवुड अदाकार जूलिया रॉबर्ट्स के साथ जोड़ती हैं। वे कहती हैं, हॉलीवुड की ऐक्ट्रेस जूलिया रॉबर्ट्स को देखें। वे ग्लैमरस रोल करने के साथ परफॉर्मेस ओरिएंटेड रोल भी प्रभावी तरीके से निभाती हैं।
प्रकाश झा के निर्देशन से कट्रीना का अभिनय तो निखर गया। राजनीति फिल्म के बाद उनकी गिनती एक गंभीर अभिनेत्री के तौर पर होने लगी । क्या दीपिका अपनी प्रतिद्वंद्वी कट्रीना की तरह आरक्षण से अपनी छवि लोगों में एक सीरियस ऐक्ट्रेस की बना पाएंगी? इस बात का जवाब तो उनकी फिल्म के प्रदर्शन के बाद पता चलेगा। फिलहाल दीपिका आरक्षण का गुणगान करने में जुटी हैं।
-रघुवेंद्र सिंह
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