Monday, May 19, 2008

असीम बेहद सुलझे हुए निर्देशक हैं: रिषिता भट्ट

शाहरुख खान की फिल्म अशोका में अभिनेत्री रिषिता भट्ट पहली बार रुपहले पर्दे पर दिखी थीं। फिल्म में उनका किरदार छोटा जरूर था, लेकिन फिर भी वे दर्शकों पर अपनी छाप छोड़ने में सफल रहीं। उसके बाद हासिल और जिज्ञासा जैसी फिल्मों से उन्होंने अभिनेत्रियों की भीड़ में रहकर अपनी एक अलग जगह बनाई। अब उनकी नई कॉमेडी फिल्म डॉन मुत्थुस्वामी प्रदर्शन केलिए तैयार है। इसमें वे डॉन बने मिथुन चक्रवर्ती की जिद्दी बेटी संजना के रोल में हैं। फिल्म और अपने रोल को लेकर उत्साहित रिषिता ने पिछले दिनों हम से बातचीत की..
डॉन मुत्थुस्वामी को लेकर कितनी उत्साहित हैं आप?
इस फिल्म को लेकर मैं बहुत उत्साहित हूं और इसकी कई वजहें हैं। पहली वजह यह है कि इसमें मुझे मिथुन चक्रवर्ती जैसे सीनियर कलाकार के साथ काम करने का अवसर मिला है। दूसरी, इसमें मैं एक बार फिर दर्शकों को हंसाती नजर आऊंगी। तीसरी, फिल्म में मैं संजना की जो भूमिका निभा रही हूं, उस तरह के किरदार में दर्शक मुझे पहली बार देखेंगे। यह फिल्म मेरे लिए बेहद खास है।
फिल्म की कहानी और आपका किरदार क्या है?
इसकी कहानी डॉन मुत्थुस्वामी के इर्द-गिर्द घूमती है। पूरी तरह से एक कॉमेडी फिल्म है यह। मुत्थुस्वामी अपने पिता को मरने से पहले वचन देता है कि वह एक जेंटिलमैन बनकर दिखाएगा। मुत्थुस्वामी के डॉन से जेंटिलमैन बनने का मजेदार सफर है इस फिल्म में। मैं इसमें डॉन की जिद्दी बेटी संजना की भूमिका निभा रही हूं। वह मनमौजी है और अपने मन से जिंदगी जीना पसंद करती है। यही वजह है कि जब उसकी शादी उसके डॉन पापा अपने दोस्त के बेटे से करवाना चाहते हैं, तो वह इनकार कर देती है। उसके बाद वह ऐसी बात कहती है कि उसकी शादी को लेकर बहुत बड़ा कंफ्यूजन खड़ा हो जाता है। अब यह कंफ्यूजन कैसे होता है? संजना की फाइनली किससे शादी होती है? यही है मेरा रोल।
मिथुन चक्रवर्ती के साथ काम करने का अनुभव कैसा रहा?
मिथुन दा ग्रेट ऐक्टर हैं। उनके साथ काम करके मुझे बहुत मजा आया। उनके साथ काम करने के बाद मैंने जाना कि उनकी अदाकारी की दुनिया यूं ही कायल नहीं है। शूटिंग के पहले दिन मैं उनसे मिलने के लिए उत्साहित थी। मैंने उन्हें देखकर बहुत कुछ सीखा और काफी कुछ उनके अनुभवों से भी सीखने का मौका मिला।
आपको अभी तक सफल अभिनेत्रियों की गिनती में शामिल नहीं किया जाता। क्या इस बात का दुख नहीं है आपको?
मैं इन बातों में यकीन नहीं करती। मुझे अपने करियर के आरंभ से लेकर आज तक इंडस्ट्री के अच्छे निर्देशकों के साथ काम करने का मौका मिला है। फिर मुझे दुख क्यों होगा? मैं खुश हूं और सिर्फ अच्छा काम करने में यकीन करती हूं।
डॉन मुत्थुस्वामी के निर्देशक असीम सामंत के बारे में क्या कहेंगी?
वे बेहद सुलझे हुए निर्देशक हैं और कलाकारों से बड़े प्यार से काम निकलवा लेते हैं। सच तो यह है कि उनका अनुभव उनके काम में साफ झलकता है। मिथुन दा उनके साथ सेट पर खूब मस्ती करते थे। उनसे कहते थे कि आपके पापा शक्ति सामंत बड़े गंभीर इनसान थे, उनके साथ तो हम मस्ती कर नहीं पाते थे, लेकिन आपके साथ मिला मौका गंवाएंगे नहीं। फिल्म की शूटिंग हम सभी ने हंसते-हंसते पूरी की।
आपकी आने वाली फिल्में कौन-कौन-सी हैं?
इस फिल्म के बाद चेहरे, जुगाड़, किस्मत बोले तो, देशद्रोही आदि प्रदर्शित होंगी। और भी कई फिल्में हैं, लेकिन अभी मैं उनके बारे में बात नहीं कर सकती।
-रघुवेंद्र सिंह