मुंबई: देश की आर्थिक राजधानी पर हमले के 25 दिन बाद अरब सागर के किनारे स्थित दो पांच सितारा होटल ताज और ट्राइडेंट रविवार को फिर गुलजार हो उठे। ट्राइडेंट ने सभी के लिए अपने द्वार खोले तो ताज ने निमंत्रित और चुनिंदा मेहमानों का स्वागत किया। हालांकि दोनों ही होटलों के माहौल में उदासी पसरी थी। लेकिन, जोश और उत्साह का अंदरूनी संचार भी महसूस किया जा सकता था। ताज का गुंबद सचमुच देश का गुमान साबित हुआ और ट्राइडेंट के टावर ने जतला दिया कि हम आतंकी हमलों से सहमे नहीं हैं। क्रिसमस से ठीक चार दिन पहले दोनों होटलों ने देश-विदेश के मेहमानों के लिए अपने द्वार खोल दिए। ताज के पास जमा भीड़ और ट्राइडेंट में चल रही आवाजाही से लग ही नहीं रहा था कि पिछले महीने इन जगहों पर साठ घंटे तक गोलियां बरसती रही थीं। रविवार के दिन यूं भी गेटवे आफ इंडिया पर सप्ताह के बाकी दिनों से ज्यादा भीड़ रहती है। ताज के फिर से खुलने की सूचना ने लोगों की उत्सुकता बढ़ा दी थी।
ताज में एक स्मृति सभा का भी आयोजन किया गया। इस सभा में ताज होटल में आतंकी हमले का शिकार हुए 31 लोगों को याद किया गया। इस मौके पर जयदेव बघेल निर्मित जीवनवृक्ष स्मृतिचिह्न समर्पित किया गया। सभी 31 व्यक्तियों के नाम इसकी नींव में लिखे जाएंगे। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री अशोक चह्वाण ने यहां कहा, मेरे लिए यह एक तरफ दुख का विषय है कि यहां आतंकी हमले में इतनी जानें गईं। वहीं, आज इस बात का गर्व और खुशी भी है कि ताज और ट्राइडेंट के प्रबंधन ने इतनी जल्दी होटल खोल कर मुंबइया जोश दिखाया। ताज के मालिक और टाटा ग्रुप के चेयरमैन रतन टाटा ने होटल के प्रवेश द्वार के बाहर मीडिया को संबोधित किया। उन्होंने कहा, होटल खुलने से आतंकियों को यह संदेश जाता है कि हम फिर उठ खड़े हुए हैं। हम घायल हो सकते हैं लेकिन गिर नहीं सकते। हमारे लिए यह यादगार दिन है। यह मुंबई शहर की एकजुटता और हमेशा सक्रिय रहने के जज्बे को दिखाता है। उन्होंने बताया कि ताज हेरिटेज को भी जल्द खोल दिया जाएगा। इस मौके पर अभिनेता राहुल बोस और लेखिका शोभा डे ने भी मीडिया को संबोधित किया। ताज के सूत्रों ने बताया कि होटल के सारे रेस्तरां एक दिन पहले ही बुक हो गए थे और ताज टावर के 286 में से 150 कमरे रिजर्व हो चुके हैं।
ताज में एक स्मृति सभा का भी आयोजन किया गया। इस सभा में ताज होटल में आतंकी हमले का शिकार हुए 31 लोगों को याद किया गया। इस मौके पर जयदेव बघेल निर्मित जीवनवृक्ष स्मृतिचिह्न समर्पित किया गया। सभी 31 व्यक्तियों के नाम इसकी नींव में लिखे जाएंगे। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री अशोक चह्वाण ने यहां कहा, मेरे लिए यह एक तरफ दुख का विषय है कि यहां आतंकी हमले में इतनी जानें गईं। वहीं, आज इस बात का गर्व और खुशी भी है कि ताज और ट्राइडेंट के प्रबंधन ने इतनी जल्दी होटल खोल कर मुंबइया जोश दिखाया। ताज के मालिक और टाटा ग्रुप के चेयरमैन रतन टाटा ने होटल के प्रवेश द्वार के बाहर मीडिया को संबोधित किया। उन्होंने कहा, होटल खुलने से आतंकियों को यह संदेश जाता है कि हम फिर उठ खड़े हुए हैं। हम घायल हो सकते हैं लेकिन गिर नहीं सकते। हमारे लिए यह यादगार दिन है। यह मुंबई शहर की एकजुटता और हमेशा सक्रिय रहने के जज्बे को दिखाता है। उन्होंने बताया कि ताज हेरिटेज को भी जल्द खोल दिया जाएगा। इस मौके पर अभिनेता राहुल बोस और लेखिका शोभा डे ने भी मीडिया को संबोधित किया। ताज के सूत्रों ने बताया कि होटल के सारे रेस्तरां एक दिन पहले ही बुक हो गए थे और ताज टावर के 286 में से 150 कमरे रिजर्व हो चुके हैं।
दोपहर में ओबेराय ग्रुप के ट्राइडेंट होटल में सर्वधर्म प्रार्थना सभा का आयोजन किया गया। ट्राइडेंट की लाबी में आयोजित इस सभा में मुख्यमंत्री चव्हाण और उपमुख्यमंत्री छगन भुजबल ने भी हिस्सा लिया। ट्राइडेंट के स्टाफ ने सभी मेहमानों का गुलाबी गुलाब से स्वागत किया। गुलाब के साथ एक कार्ड भी था, जिस पर सत्य साई बाबा के उद्धरण थे। इन पर लिखा था, जीवन एक चुनौती है, उसका मुकाबला करो। जीवन एक सपना है, उसे हासिल करो। जीवन एक खेल है, उसे खेलो। और, जीवन एक प्रेम है, उसका आनंद उठाओ। मरीन ड्राइव के एक छोर पर स्थित ट्राइडेंट की लाबी फिर चमक उठी है। हालांकि अंदर अभी भी होटल की साज-सज्जा का काम चल रहा है। ट्राइडेंट से सटे द ओबेराय को मेहमानों के स्वागत के लिए तैयार होने में अभी कुछ और वक्त लगेगा। ट्राइडेंट के रिसेप्शन पर कार्यरत निर्मल ने कहा, आज आने वाले मेहमानों की संख्या बहुत कम है लेकिन हमारे लिए उत्साहजनक है। जिंदगी आगे बढ़ने का नाम है। लोगों का जज्बा हमें प्रेरित कर रहा है।
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