सुपर मॉडल शीतल मेनन ने गत वर्ष फिल्म भ्रम से अभिनय की दुनिया में कदम रखा। यह फिल्म बॉक्स ऑफिस पर जरूर नहीं चली, लेकिन उनका काम एक खास दर्शक वर्ग को अच्छा लगा। इस वर्ष उनकी दो फिल्में रिलीज होगी। पहली करण जौहर की शाहरुख खान-काजोल अभिनीत माई नेम इज खान और दूसरी आर. सरत निर्देशित द डिजायर है। प्रस्तुत है शीतल मेनन से बातचीत।
भ्रम के प्रदर्शन के बाद आप कहां गायब हो गई?
नए काम की तलाश कर रही थी। दरअसल, मेरी पहली फिल्म बॉक्स ऑफिस पर सफल नहीं होने के कारण मुझे नए सिरे से संघर्ष करना पड़ा। उसी वक्त अच्छे-बुरे और अपने-पराए का भेद भी समझ में आ गया। पहली फिल्म की असफलता ने बहुत कुछ सीखा दिया। अब खुश इसलिए भी हूं, क्योंकि करण जौहर जैसे लोकप्रिय फिल्मकार के साथ काम करने का मौका मिला है।
माई नेम इज खान में आपकी भूमिका क्या है?
मैं इसमें शाहरुख खान की सेके्रटरी बनी हूं और मेरे अधिकतर दृश्य उन्हीं के साथ हैं। फिल्म की शूटिंग पूरी नहीं हुई है। करण, शाहरुख और काजोल के साथ काम करने का अनुभव दिलचस्प रहा। ये सभी लोग जिंदादिल हैं। शाहरुख की अस्वस्थता की वजह से शूटिंग रुक गई है।
द डिजायर में आप शिल्पा शेट्टी की प्रेमिका बनी हैं?
मेरा रोल इसमें क्या है, यह ऑडियंस के लिए सरप्राइज है। इतना बता सकती हूं कि मैं उसमें ओडिसी डांसर नलिनी की भूमिका निभा रही हूं। इस भूमिका के लिए मुझे काफी मेहनत करनी पड़ी। मैंने ओडिसी डांस सीखा नहीं है। दिलचस्प बात यह है कि हम शॉट देने के एक घंटा पहले रिहर्सल करते थे और फिर शॉट देते थे। उसमें शिल्पा और चीन के सुपर स्टार शिया यू केंद्रीय भूमिका में हैं। यह फिल्म वर्ष के अंत में आएगी।
लीडिंग ऐक्ट्रेस के रूप में डेब्यू करने के बाद साइड हीरोइन का रोल क्यों कर रही हैं?
मैं अच्छा काम करने में यकीन करती हूं। सच तो यह है कि यदि भूमिका प्रभावी हो और काम दमदार, तो छोटी भूमिका के जरिए भी आपको नोटिस किया जाता है। जरूरी नहीं कि केंद्रीय भूमिका होगी, तभी लोग आपको पहचानेंगे! माई नेम इज खान और द डिजायर में मेरी भूमिका दमदार है। मैं इन भूमिकाओं को पाकर बेहद खुश हूं।
भीड़ में खोने का डर नहीं लगता?
बिल्कुल नहीं। मुझे खुद पर भरोसा है। हां, मैं अभी इतनी लोकप्रिय नहीं हुई हूं कि मेरे नाम पर फिल्में बनें, लेकिन यकीन है कि एक दिन ऐसा आएगा, जब मेरा नाम भी बिकेगा। जिस तरह मॉडलिंग की दुनिया में मैंने राज किया है, ठीक वैसे ही ऐक्टिंग वर्ल्ड में भी शोहरत हासिल करना चाहती हूं।
आने वाले कल से क्या उम्मीदें हैं?
दो बढि़या फिल्में मिली हैं। अच्छी टीम मिली है। मैं अपना शत-प्रतिशत देने की कोशिश कर रही हूं। मुझे लगता है कि मेरा आने वाला कल सुनहरा होगा। मेरे इर्दगिर्द न तो बुरे लोग हैं और न ही मैं बुरी फिल्में कर रही हूं! मैं सुनहरे कल की उम्मीद कर सकती हूं।
भ्रम के प्रदर्शन के बाद आप कहां गायब हो गई?
नए काम की तलाश कर रही थी। दरअसल, मेरी पहली फिल्म बॉक्स ऑफिस पर सफल नहीं होने के कारण मुझे नए सिरे से संघर्ष करना पड़ा। उसी वक्त अच्छे-बुरे और अपने-पराए का भेद भी समझ में आ गया। पहली फिल्म की असफलता ने बहुत कुछ सीखा दिया। अब खुश इसलिए भी हूं, क्योंकि करण जौहर जैसे लोकप्रिय फिल्मकार के साथ काम करने का मौका मिला है।
माई नेम इज खान में आपकी भूमिका क्या है?
मैं इसमें शाहरुख खान की सेके्रटरी बनी हूं और मेरे अधिकतर दृश्य उन्हीं के साथ हैं। फिल्म की शूटिंग पूरी नहीं हुई है। करण, शाहरुख और काजोल के साथ काम करने का अनुभव दिलचस्प रहा। ये सभी लोग जिंदादिल हैं। शाहरुख की अस्वस्थता की वजह से शूटिंग रुक गई है।
द डिजायर में आप शिल्पा शेट्टी की प्रेमिका बनी हैं?
मेरा रोल इसमें क्या है, यह ऑडियंस के लिए सरप्राइज है। इतना बता सकती हूं कि मैं उसमें ओडिसी डांसर नलिनी की भूमिका निभा रही हूं। इस भूमिका के लिए मुझे काफी मेहनत करनी पड़ी। मैंने ओडिसी डांस सीखा नहीं है। दिलचस्प बात यह है कि हम शॉट देने के एक घंटा पहले रिहर्सल करते थे और फिर शॉट देते थे। उसमें शिल्पा और चीन के सुपर स्टार शिया यू केंद्रीय भूमिका में हैं। यह फिल्म वर्ष के अंत में आएगी।
लीडिंग ऐक्ट्रेस के रूप में डेब्यू करने के बाद साइड हीरोइन का रोल क्यों कर रही हैं?
मैं अच्छा काम करने में यकीन करती हूं। सच तो यह है कि यदि भूमिका प्रभावी हो और काम दमदार, तो छोटी भूमिका के जरिए भी आपको नोटिस किया जाता है। जरूरी नहीं कि केंद्रीय भूमिका होगी, तभी लोग आपको पहचानेंगे! माई नेम इज खान और द डिजायर में मेरी भूमिका दमदार है। मैं इन भूमिकाओं को पाकर बेहद खुश हूं।
भीड़ में खोने का डर नहीं लगता?
बिल्कुल नहीं। मुझे खुद पर भरोसा है। हां, मैं अभी इतनी लोकप्रिय नहीं हुई हूं कि मेरे नाम पर फिल्में बनें, लेकिन यकीन है कि एक दिन ऐसा आएगा, जब मेरा नाम भी बिकेगा। जिस तरह मॉडलिंग की दुनिया में मैंने राज किया है, ठीक वैसे ही ऐक्टिंग वर्ल्ड में भी शोहरत हासिल करना चाहती हूं।
आने वाले कल से क्या उम्मीदें हैं?
दो बढि़या फिल्में मिली हैं। अच्छी टीम मिली है। मैं अपना शत-प्रतिशत देने की कोशिश कर रही हूं। मुझे लगता है कि मेरा आने वाला कल सुनहरा होगा। मेरे इर्दगिर्द न तो बुरे लोग हैं और न ही मैं बुरी फिल्में कर रही हूं! मैं सुनहरे कल की उम्मीद कर सकती हूं।
--रघुवेंद्र सिंह
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