Friday, April 29, 2011

समय-समय की बात-तुषार कपूर


फिल्म शोर इन द सिटी तुषार कपूर के करियर को नया मोड़ दे सकती है। यह कॉमिक ऐक्टर की उनकी इमेज से निजात पाने की छटपटाहट दूर कर सकती है। आज प्रदर्शित हो रही इस फिल्म और उनके जीवन से जुडे़े कुछ सवाल तुषार कपूर से..

कॉमर्शियल फिल्मों में आपका सेट-अप अच्छा है। फिर शोर इन द सिटी जैसी ऑफ बीट फिल्म करने का रिस्क क्यों लिया?
मैं कुछ अलग ट्राई कर रहा हूं। चाहे मसाला फिल्म हो या आर्ट। उससे फर्क नहीं पड़ता। मैं ऑफ बीट फिल्में जरूर करूंगा, जैसे शोर इन द सिटी। मैं वो फिल्में करूंगा जो मनोरंजक हों। लोग उसमें इंट्रेस्टेड होने चाहिए। शोर.. की अच्छी कहानी है, रोमांस है, कॉमेडी भी है।
ऐसी फिल्म की जरूरत क्यों महसूस हुई? क्या खुद को गंभीर ऐक्टर के तौर पर स्थापित करना चाहते हैं?
मैंने यह सोचकर फिल्म साइन नहीं की थी। मुझे जो मिलता है उसी में से चूज करता हूं। पहले मुझे इसकी कहानी अच्छी लगी। बाद में यह विचार आया कि लोग इंडस्ट्री में सोचते हैं कि मैं कॉमेडी ही कर सकता हूं। पब्लिक को तो मेरी फिल्में खाकी और मुझे कुछ कहना है याद हैं। इंडस्ट्री में लोग आपको पिछली फिल्म से याद रखते हैं। मैंने यह प्रूव करने के लिए यह फिल्म की है कि मैं अलग कर सकता हूं।
शोर इन द सिटी समाज के किस तबके की बात करती है? आपका किरदार कैसे युवकों का प्रतिनिधित्व करता है?
तिलक शिक्षित युवक नहीं है। वह समाज के हाई क्लास का नहीं है। टपोरी कैरेक्टर है। मुंबई की कहानी है लेकिन मुंबई शहर के शोर-शराबे की नहीं बल्कि मन के अंदर का जो शोर-शराबा है उसकी कहानी है। तिलक छोटी-मोटी चोरियां करता है दोस्तों के साथ। अपने ग्रुप में वह सबसे सुलझा हुआ है। उसकी शादी हो गई है। वाइफ एजुकेटेड है। तिलक अपनी वाइफ के प्रभाव में आ गया है और आगे बढ़ने की कोशिश कर रहा है, लेकिन उसके दोस्त नहीं चाहते कि वह सुधरे।
ऐक्टर के तौर पर इसमें सीमाएं तोड़ने का अवसर मिला?
बिल्कुल। मैंने पहले जो फिल्में की हैं उनमें लवेबल, फनी और क्यूट कैरेक्टर किया है, लेकिन लोगों को पता नहीं है कि एक इंसान के तौर पर मेरे अंदर अग्रेशन है, जो स्क्रीन पर दिखा नहीं है। शोर.. के कैरेक्टर में वो अग्रेशन है। ग्रे कैरेक्टर है थोड़ा। जोश है उसमें। शोर.. के बाद लोगों को लगेगा कि तुषार को ऐक्शन किरदारों में देख सकते हैं। इस साल शायद मेरी इमेज बदल जाए। यह हार्ड हिटिंग फिल्म होगी। राजश्री की लव यू मिस्टर कलाकार साफ-सुथरी फिल्म है। फिर डर्टी पिक्चर आएगी, जिसमें मैं लेखक का रोल कर रहा हूं।
पहले आपकी जो फिल्में आती थीं उसे तुषार की फिल्म लोग कहते थे और अब कहा जाता है कि फिल्म में तुषार हैं। यह कैसे हुआ? क्या शोर.. आपकी है? घ्
शुरू में मेरी कुछ सोलो फिल्में नहीं चलीं। मुझे कुछ कहना है चली। जीना सिर्फ मेरे लिए नहीं चली। मुझे अच्छी सोलो फिल्में मिलनी बंद हो गई। फिर मल्टीस्टारर फिल्में मैंने कीं। पिछले साल गोलमाल रिट‌र्न्स के बाद शोर का ऑफर आया और राजश्री की फिल्म लव यू मिस्टर कलाकार का ऑफर आ गया। इन्हें लोग तुषार की फिल्म कह सकते हैं। सब समय-समय की बात है। अब इंडस्ट्री के लोगों को लग रहा है कि वे तुषार के साथ फिल्में बना सकते हैं।
शोर.. आपके करियर को किस दिशा में ले जाएगी?
इंटरनेशनल लेवल की फिल्म है। फिल्म फेस्टिवल में सराही गई है। लोगों को पसंद आ सकती है। यह धोबी घाट जॉनर की है। इससे ऐक्टर के तौर पर मुझे फायदा हो सकता है। मैं नए डायरेक्टर के साथ काम कर सकता हूं। राजश्री और कॉमेडी फिल्मों वाली मेरी इमेज टूट सकती है।
-रघुवेन्द्र सिंह

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