रिया सेन ने अतीत से सीख लेते हुए अपने भविष्य को सुधारने का मन बनाया है। वह कहती है कि मुझे लगता है कि बदलाव की जरूरत है। मैं नहीं चाहती हूं कि कल जब मैं पीछे मुड़कर देखूं, तो मुझे निराशा हो, इसलिए मैंने फैसला किया है कि अब अर्थपूर्ण भूमिकाएं करूंगी। मैं ग्लैमरस भूमिकाएं करना जारी रखूंगी, लेकिन उसके साथ नॉन ग्लैमरस भूमिका भी करूंगी। मैं अपनी छवि वर्सटाइल एक्टर की बनाना चाहती हूं। मेरी नई फिल्म जोर लगा के हैय्या इस दिशा में मेरा पहला कदम है।
जोर लगा के हैय्या में रिया एक महाराष्ट्रियन लड़की बनी हैं। दर्शक पहली बार रिया को इस फिल्म में साड़ी एवं बिंदी लगाए देखेंगे। फिल्म की कहानी एवं अपनी भूमिका के विषय में रिया उत्साह से कहती हैं, यह फिल्म पर्यावरण प्रदूषण जैसी गंभीर समस्या पर बनी है। हम अपने जीवन को खुशहाल बनाने के चक्कर में जाने-अनजाने पर्यावरण को कितना नुकसान पहुंचा रहे हैं, इसका अंदाजा हमें नहीं है। यह फिल्म पर्यावरण प्रदूषण की समस्या के प्रति लोगों का ध्यान आकर्षित करेगी और अपने आस-पास सफाई रखने का संदेश देगी। मैं इसमें महाराष्ट्रियन कंस्ट्रशन वर्कर की भूमिका निभा रही हूं। उसका नाम चमकी है। वह जब काम पर जाती है, तो लोग काम छोड़कर उसे ही देखने लगते हैं। मेरे अलावा फिल्म में मिथुन चक्रवर्ती, महेश मांजरेकर, गुलशन ग्रोवर और बाल कलाकारों की अहम भूमिका है। दिलचस्प बात यह है कि इसमें मेरे ओपोजिट कोई हीरो नहीं है।
जोर लगा के हैय्या निर्देशक गिरीश गिरीजा जोशी की पहली फिल्म है। नए निर्देशक के साथ काम करने के अनुभव के बारे में रिया कहती हैं, निर्देशक नया हो या पुराना मुझे इससे कोई फर्क नहीं पड़ता। गिरीश जोशी अपना काम बखूबी जानते हैं। मैं फिल्म का हिस्सा बनकर गर्व महसूस कर रही हूं। दरअसल, मैं काफी समय से समाजसेवा के कार्यो से जुड़ी रही हूं। मुझे लगता है कि इस फिल्म के जरिए मैं अपने सामाजिक दायित्व को निभा रही हूं। यह मेरे कॅरियर की महत्वपूर्ण फिल्म है।
[रघुवेन्द्र सिंह]
जोर लगा के हैय्या में रिया एक महाराष्ट्रियन लड़की बनी हैं। दर्शक पहली बार रिया को इस फिल्म में साड़ी एवं बिंदी लगाए देखेंगे। फिल्म की कहानी एवं अपनी भूमिका के विषय में रिया उत्साह से कहती हैं, यह फिल्म पर्यावरण प्रदूषण जैसी गंभीर समस्या पर बनी है। हम अपने जीवन को खुशहाल बनाने के चक्कर में जाने-अनजाने पर्यावरण को कितना नुकसान पहुंचा रहे हैं, इसका अंदाजा हमें नहीं है। यह फिल्म पर्यावरण प्रदूषण की समस्या के प्रति लोगों का ध्यान आकर्षित करेगी और अपने आस-पास सफाई रखने का संदेश देगी। मैं इसमें महाराष्ट्रियन कंस्ट्रशन वर्कर की भूमिका निभा रही हूं। उसका नाम चमकी है। वह जब काम पर जाती है, तो लोग काम छोड़कर उसे ही देखने लगते हैं। मेरे अलावा फिल्म में मिथुन चक्रवर्ती, महेश मांजरेकर, गुलशन ग्रोवर और बाल कलाकारों की अहम भूमिका है। दिलचस्प बात यह है कि इसमें मेरे ओपोजिट कोई हीरो नहीं है।
जोर लगा के हैय्या निर्देशक गिरीश गिरीजा जोशी की पहली फिल्म है। नए निर्देशक के साथ काम करने के अनुभव के बारे में रिया कहती हैं, निर्देशक नया हो या पुराना मुझे इससे कोई फर्क नहीं पड़ता। गिरीश जोशी अपना काम बखूबी जानते हैं। मैं फिल्म का हिस्सा बनकर गर्व महसूस कर रही हूं। दरअसल, मैं काफी समय से समाजसेवा के कार्यो से जुड़ी रही हूं। मुझे लगता है कि इस फिल्म के जरिए मैं अपने सामाजिक दायित्व को निभा रही हूं। यह मेरे कॅरियर की महत्वपूर्ण फिल्म है।
[रघुवेन्द्र सिंह]
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