[रघुवेंद्र सिंह]
उर्मिला मतोंडकर इत्मीनान से केवल अच्छी फिल्में साइन कर रही हैं। अपने कॅरियर के मौजूदा दौर को वे खुशनुमा मानती हैं। वे कहती हैं, अब मैं उस स्थान पर पहुंच चुकी हूं जहां मुझे किसी को दिखाने लिए काम करने की आवश्यकता नहीं है। अब मैं केवल ऐसी फिल्में कर रही हूं जिनमें गुणवत्ता हो। ठीक आमिर खान की तरह। मुझमें और आमिर में यह बहुत बड़ी समानता है। हम दोनों ने ही कॅरियर के शुरुआती दिनों से विविधता भरे काम किए हैं।
सतीश कौशिक निर्देशित कर्ज में उर्मिला हिमेश रेशमिया के साथ ग्लैमरस अंदाज में स्क्रीन शेयर करती नजर आ रही हैं। उर्मिला कहती हैं, मैंने कर्ज के लिए अपनी स्वीकृति इसीलिए दी क्योंकि कामिनी का किरदार मेरे लिए बड़ी चुनौती थी। इस किरदार को सिमी ग्रेवाल स्ट्रांग फीमेल विलेन के तौर पर निभा चुकी है। कामिनी के किरदार के लिए न केवल मुझे फिल्म इंडस्ट्री, बल्कि बाहर के लोगों से भी बहुत अच्छा रेस्पांस मिल रहा है।
अब उर्मिला की निगाहें अपने चहेते को-स्टार संजय दत्त के साथ वाली फिल्म ईएमआई पर टिकी हैं। सौरभ कादरा निर्देशित ईएमआई की कहानी बैंक से लोन लेने वाले लोगों पर आधारित है। इसमें छह किरदारों की कहानी साथ चलती है जो एक-दूसरे से जुड़े हैं। फिल्म एवं अपने किरदार के विषय में उर्मिला बताती हैं, फिल्म का विषय गंभीर है, लेकिन सौरभ ने इसे बड़े चुटीले अंदाज में पेश किया है। यह हल्की-फुल्की कॉमेडी फिल्म है। मैं इसमें प्रेरणा का किरदार निभा रही हूं। प्रेरणा बहुत सिंपल लड़की है। उसके आगे-पीछे कोई नहीं है। वह तकलीफ में जिंदगी जी रही है। उसने बैंक से लोन ले रखा है। लोन लेने के बाद उसकी मुश्किलें कम होती हैं या बढ़ जाती हैं? यह देखना दिलचस्प होगा। संजय इसमें लोन लेने वाले लोगों से वसूली करते हैं।
संजय दत्त के साथ लंबे समय बाद स्क्रीन शेयर करने की बात से उर्मिला बेहद उत्साहित हैं। वे संजय के साथ आखिरी बार फिल्म खूबसूरत में दिखी थी। उर्मिला कहती हैं, संजय के साथ ईएमआई में मैंने लगभग नौ साल के बाद काम किया है। सिर्फ उनमें एक बदलाव आया है। अब वे बहुत शांत रहते हैं।
उर्मिला की बीते कुछ साल की फिल्मों पर नजर डालें तो पाते हैं कि उन्होंने प्योर कॉमर्शियल फिल्मों से दूरी बना रखी थी। उन्होंने पिंजर, मैंने गांधी को नहीं मारा और बस एक पल जैसी फिल्में कीं। इस बाबत उर्मिला कहती हैं, एक एक्टर होने के नाते हमारी कुछ सामाजिक जिम्मेदारी भी बनती है। ऐसी फिल्मों के जरिए हम लोगों तक कुछ संदेश पहुंचाते हैं। ऐसी फिल्मों से आत्म संतुष्टि भी मिलती है।
उर्मिला ने फिल्म ईएमआई में नए निर्देशक सौरभ कादरा के साथ काम किया है। नए निर्देशक की बात पर वे कहती हैं, मैंने कभी इस बात पर ध्यान नहीं दिया। मेरे हिसाब से नए निर्देशक बहुत बढि़या फिल्म बना सकते हैं। सौरभ अपनी सोच को लेकर स्पष्ट थे। मुझे उनकी यह बात अच्छी लगी और मैंने उनके साथ काम करने का निर्णय ले लिया। मैंने अपने अब तक के कॅरियर में अधिकतर नए निर्देशकों के साथ काम किया है। मेरे हिसाब से नए निर्देशक बहुत बढि़या फिल्म बना सकते हैं और अनुभवी निर्देशक घटिया फिल्म बना सकते हैं। मैं अपने शुरुआती दिनों से सिर्फ स्क्रिप्ट पर ध्यान देती आई हूं। वैसे भी किसी भी फिल्म की सफलता में निर्देशक की अहम भूमिका होती है। फिर चाहे वह निर्देशक नया हो या पुराना।
उर्मिला ने एक एनीमेशन फिल्म साइन की है। वे कहती है, अभी उसके बारे में बात करना जल्दबाजी होगी। मैं नहीं चाहती कि बगैर शूटिंग प्रारंभ हुए किसी भी फिल्म के बारे में कुछ ऐसा कहूं जिसकी शुरुआत न हुई हो।
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