[रघुवेंद्र सिंह]
अभिनेता के तौर पर हिमेश रेशमिया की दूसरी फिल्म कर्ज प्रदर्शन के लिए तैयार है। यह फिल्म सन् 1980 में आयी ऋषि कपूर की सुपरहिट फिल्म कर्ज का रीमेक है। प्रस्तुत है हिमेश रेशमिया से इस फिल्म, उनके कॅरियर एवं भावी योजनाओं को लेकर बातचीत-
नई कर्ज किन मायनों में पुरानी कर्ज से अलग है?
इसकी कहानी वही है। बाकी सब कुछ नया है। सुभाष घई ने ऋषि जी, सिमी ग्रेवाल एवं टीना मुनीम को लेकर अपने तरीके से कर्ज बनायी थी, जबकि सतीश कौशिक की टीम एवं उनका कर्ज को फिल्माने का अंदाज बिल्कुल अलग है। मेरा दावा है कि नई कर्ज दर्शकों का मनोरंजन करने में खरी साबित होगी।
मोंटी के किरदार के बारे में क्या कहते हैं?
ऋषि कपूर जैसे मोस्ट हैंडसम एक्टर ने मोंटी के किरदार को जीवंत कर दिया है। मैं ऋषि जी के नजदीक कहीं नहीं ठहरता हूं। वैसे, मैंने अपनी तरफ से इस किरदार को बेहतरीन बनाने की भरपूर कोशिश की है। मोंटी के किरदार के लिए मैंने अपना दस किग्रा वजन कम किया है। इसके लिए मुझे अपनी पसंदीदा आइसक्रीम एवं पिज्जा का त्याग करना पड़ा। मुझे अपनी टोपी उतारनी पड़ी। मेरे बाल गायब हो गए थे। मैंने हेयर ट्रांसप्लांट करवाया।
पुरानी कर्ज कितनी दफा देखी है? क्या आपने ऋषि कपूर को कॉपी करने का प्रयास किया है?
मैं पुरानी कर्ज तीस बार देख चुका हूं। जहां तक ऋषि जी को कॉपी करने का प्रश्न है तो वह मैं चाहकर भी नहीं कर सकता। मैंने रोल वही किया है, लेकिन उसे अपने तरीके से जीया है। मैं दिखता अच्छा नहीं हूं, एक्टर अच्छा नहीं हूं, डांसर अच्छा नहीं हूं, लेकिन मैंने एक्टिंग, डांस, एक्शन सब कुछ दिल से किया है। मैं सूरत से नहीं सीरत से सबका दिल जीतूंगा।
खुद की आलोचना करके ऐसा लग रहा है कि आप अपना बचाव कर रहे हैं?
मैं सच को स्वीकार कर रहा हूं। कह सकते हैं कि मैं खुद का बचाव भी कर रहा हूं, लेकिन जो पब्लिक पैसा खर्च करके मेरी फिल्म देखने जाएगी, उन्हें कर्ज अच्छी नहीं लगी, मेरा काम अच्छा नहीं लगा तो वे मुझे जूते भी मार सकते हैं। मैं बचकर भाग नहीं सकता। वैसे, ऋषि जी ने कहा है कि मेरी कर्ज भी हिट होगी।
उर्मिला मातोंडकर के साथ काम करने के अनुभव के बारे में बताएं?
मैं जितनी फिल्मों में अभिनय कर रहा हूं उनमें नई लड़कियां ही है। उर्मिला मातोंडकर पहली स्टार कलाकार हैं। मैं कोई बड़ा हीरो नहीं हूं। यह वजह है कि मेरे साथ बड़ी अभिनेत्रियां नहीं होती हैं। मैं खुद उनके साथ काम करने से डरता हूं। उर्मिला ने मेरे साथ काम करके मुझ पर बहुत बड़ा एहसान किया है। उनके साथ काम करने का अनुभव अविस्मरणीय है। वे सीनियर होने के बावजूद सबसे पहले सेट पर आती थीं।
आपने टोपी पहननी क्यों छोड़ दी?
मैं अपनी सहूलियत से ज्यादा प्रशंसकों की खुशी का ख्याल रखता हूं। मैं एक ही लुक में दोबारा दिख कर सबको बोर नहीं करना चाहता था। मैं हर दो साल बाद अपना म्यूजिक, अपना लुक और अपना काम करने का तरीका बदल देता हूं।
संगीतकार और सिंगर के तौर पर सफलता हासिल करने के बाद अब आप सफल अभिनेता कहे जाने लगे हैं। अपनी सफलता का श्रेय किसे देंगे?
सब ईश्वर की देन है। मैं अपनी मेहनत से ज्यादा ऊपर वाले की रहमत को मानता हूं। उसी की देन है कि आज मुझे हर क्षेत्र में कामयाबी मिल रही है। मैं कर्म से ज्यादा भाग्य में यकीन करता हूं। आप लाख हाथ-पैर मारते रहिए, यदि आपकी किस्मत में नहीं लिखा होगा तो आपको वह चीज कदापि नहीं मिलेगी।
भाग्य की बात कहकर आपको नहीं लगता कि आप लोगों को मेहनत न करने का संदेश दे रहे हैं?
मेरा ऐसा कहने का यह अर्थ बिल्कुल नहीं है कि लोग मेहनत करना छोड़ दें। मैं यदि ईश्वर और किस्मत की बात कर रहा हूं तो मैं चौबीस घंटे में से बीस घंटे मेहनत भी करता हूं। सफलता के लिए कड़ी मेहनत, अच्छी सोच और अपनी क्षमताओं का सही ज्ञान होना बेहद आवश्यक है।
कर्ज के बाद किन फिल्मों में नजर आएंगे?
फरवरी माह तक मेरी टी-सीरीज की पूजा भंट्ट निर्देशित फिल्म कजरारे प्रदर्शित होगी। इसके अतिरिक्त मैं जॉन मैथ्यू की फिल्म ए न्यू लव इश्टोरी, अष्टविनायक की फिल्म मुड़ मुड़ के ना देख एवं सतीश कौशिक की एक अन्य फिल्म हे गुज्जू में काम कर रहा हूं। प्रशांत चढ्डा के साथ भी एक फिल्म के लिए बात चल रही है। मैं अपनी प्रत्येक फिल्म में नए लुक एवं नए अंदाज में दर्शकों के समक्ष आऊंगा।
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