-रघुवेंद्र सिंह
छोटे पर्दे के लोकप्रिय बाल कलाकारों में ग्यारह वर्षीय अविनाश मुखर्जी का नाम तेजी से उभरकर सामने आया है। उल्लेखनीय है कि अविनाश को यह लोकप्रियता कलर्स चैनल के चर्चित धारावाहिक बालिका वधू के केंद्रीय पात्र जगदीश से मिली है। वैसे, अविनाश भी यह बात स्वीकार करते हैं कि मैंने इस धारावाहिक से पहले बालाजी के कई धारावाहिकों में छोटी-छोटी भूमिकाएं की थीं। मैंने एनडीटीवी इमेजिन के धारावाहिक राजकुमार आर्यन में राजकुमार के बचपन का रोल किया था, लेकिन मुझे सही पहचान बालिका वधू के चरित्र जगदीश से ही मिली है। आज मेरे स्कूल की प्रिसिंपल, दोस्त, पड़ोसी, रिश्तेदार और यहां तक कि मम्मी-पापा भी मुझे कभी-कभी जगदीश ही कहकर बुलाते हैं। दरअसल, मैं बड़ा होकर फेमस होना चाहता था और सच तो यह है कि भगवान ने मेरी वह ख्वाहिश पूरी कर दी।
गौरतलब है कि बालिका वधू भारतीय समाज में व्याप्त बाल विवाह की समस्या पर आधारित एक धारावाहिक है। अविनाश का कहना है कि यह धारावाहिक साइन करने से पहले मुझे पता नहीं था कि बाल विवाह क्या होता है? जब मैंने इसकी स्क्रिप्ट पढ़ी, तब इस बारे में कुछ जानकारी मिली। बाद में मुझे पापा ने बाल विवाह के बारे में विस्तार से समझाया। अब मैं सोचता हूं कि वे मम्मी-पापा कितने निष्ठुर होते हैं, जो अपने बच्चों की नन्ही उम्र में शादी करके उन्हें न केवल खुद से दूर कर देते हैं, बल्कि उनसे पढ़ने और खेलने-कूदने का हक भी छीन लेते हैं! शायद हमारा धारावाहिक देखकर लोगों की आंखें खुल जाएंगी। मेरा मानना है कि सीरियल देखकर लोग अपने बच्चों का बचपन नहीं छीनेंगे और जब ऐसा होगा, तभी हमारी मेहनत सफल होगी।
उल्लेखनीय है कि बालिका वधू को आरंभ हुए तीन माह ही हुए हैं और इतनी कम अवधि में यह प्राइम टाइम में नंबर वन पर आ गया है। इसकी लोकप्रियता में अविनाश और आनंदी की भूमिका निभा रहीं बाल कलाकार अविका गौर के अभिनय का अहम योगदान है। अपनी को-स्टार अविका के बारे में अविनाश कहते हैं कि मैं और अविका इसके पूर्व राजकुमार आर्यन में साथ काम कर चुके हैं। उसमें हम दोनों राजकुमार और राजकुमारी के लीडिंग रोल में थे। बालिका वधू साइन करने के बाद जब मुझे पता चला कि अंबिका भी इसमें है, तो मैं बहुत खुश हुआ। हम दोनों बहुत अच्छे दोस्त हैं। हम दोनों सेट पर फुर्सत के वक्त खूब धमा-चौकड़ी मचाते हैं। साथ बैठकर पढ़ते भी हैं।
अविनाश मुंबई के रेयान इंटरनेशनल स्कूल में कक्षा छह के छात्र हैं। वैसे, वे रहने वाले दिल्ली के हैं। अविनाश बताते हैं कि मेरे पापा देव मुखर्जी ऐक्टर हैं। उन्होंने बालाजी के लगभग सभी धारावाहिकों में काम किया है। मैं उन्हें देखकर ऐक्टिंग में आने के लिए प्रेरित हुआ। दरअसल, जब पापा दिल्ली घर आते थे, तो हमारी सोसाइटी के लोग उनसे मिलने आते थे। उन्हें लोग पहचानते थे। एक दिन मैंने पापा से कहा कि मैं भी आप की तरह फेमस होना चाहता हूं, इसलिए मैं भी ऐक्टर बनूंगा। मेरी किस्मत अच्छी थी और हम जल्द ही मुंबई शिफ्ट हो गए।
अविनाश आगे कहते हैं कि आज आलम यह है कि मुझे दिन में कम से कम पांच शो के ऑफर आते हैं, लेकिन स्कूल की वजह से मैं कोई शो साइन नहीं करता। अभी मेरे लिए ऐक्टिंग से ज्यादा जरूरी है पढ़ाई। छोटे पर्दे पर अपने मासूम अभिनय से लोगों का मन मोह रहे अविनाश जल्द ही शाहरुख खान के साथ बड़े पर्दे पर नजर आएंगे। वे बताते हैं कि मैंने मनिका शर्मा की फिल्म कल्पवृक्ष की है। उसमें एक गाना शाहरुख के साथ शूट हुआ है। यह फिल्म दिसंबर में आएगी।
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