रितेश देशमुख को कॉमेडी किंग का टैग पसंद नहीं। इसीलिए उन्होंने अब इस टैग से छुटकारा पाने के लिए गंभीर फिल्मों की ओर रुख किया है। और क्या इरादे हैं उनके एक नजर..
कॉमेडी किंग का टैग क्यों नहीं पसंद है?
मैं इसके योग्य नहीं हूं। अभी मुझे बहुत कुछ करना बाकी है। लोगों का बड़प्पन है कि वे मुझे कॉमेडी किंग कहते हैं। मुझे तो खुशी होती है, लेकिन मैं किसी खास टैग से जुड़ना नहीं चाहता।
अलादीन किस विधा की फिल्म है? इससे कैसे जुड़े?
अलादीन में फन, मैजिक, फैंटेसी, रोमांस, एक्शन सब कुछ है। एक फैमिली एंटरटेनर फिल्म है। इसके निर्देशक सुजॉय घोष हैं। मस्ती के प्रीमियर पर उन्होंने मुझसे कहा था कि वे मेरे साथ काम करना चाहते हैं। मैंने हामी भर दी, लेकिन मुश्किल यह थी कि कैसी फिल्म बनाएं? सुजॉय और मैं एक दिन इसी पर चर्चा कर रहे थे कि सामने अलादीन की बुक और डीवीडी दिख गई। उन्होंने कहा कि अलादीन पर फिल्म बनाते हैं, मुझे अच्छा लगा।
अलादीन में नया क्या है?
अलादीन को नए तरह से बनाने की चुनौती हम सबके सामने थी। सुजॉय एक साल तक इसी पर काम करते रहे। पहले इसकी कहानी बहुत मॉडर्न थी। वह न्यूयॉर्क बेस्ड रोबोटिक फिल्म थी। उसका नाम सुजॉय ने अलादीन और चालीस चोर रखा था। इसे अलादीन और चालीस चोर की कहानी से जोड़ रहे थे।
अलादीन की कहानी के बारे में बताएं?
अलादीन की कहानी 2009 में बेस्ड है। मैं अलादीन की भूमिका निभा रहा हूं, जिसके माता-पिता मर चुके हैं। वे अलादीन के लैंप की खोज में थे इसलिए उन्होंने अपने बेटे का नाम अलादीन रखा। अलादीन को लैंप से सख्त नफरत है, क्योंकि स्कूल में बच्चे उसे छेड़ते हैं कि तू ही लैंप वाला अलादीन है क्या? वे उसे परेशान करते हैं और उससे लैंप रगड़वाते हैं। अलादीन की लाइफ में जीनियस के आने के बाद सब कुछ बदल जाता है। अलादीन को उसके प्यार जैसमीन से मिलाने में जीनियस मदद करता है। मूल कहानी के साथ संजय दत्त का पैरलर ट्रैक चलता है। वह भी लैंप की खोज में हैं।
अमिताभ बच्चन के साथ काम करने का अनुभव बताएं?
वे लीजेंड हैं। यहां जीनियस की भूमिका में हैं। वे आपको अपने अनुसार सीन करने का मौका देते हैं। उन्होंने कभी अहसास नहीं होने देते कि वे अमिताभ बच्चन हैं।
जैकलीन फर्नाडीज की यह पहली फिल्म है। हिंदी फिल्मों में उनका भविष्य कैसा देखते हैं?
जैकलीन में काम करने का जज्बा है। वे समय की पाबंद और मेहनती हैं। उन्हें हिंदी नहीं आती, लेकिन उन्होंने शूटिंग आरंभ होने से दो महीने पहले अलादीन के अपने सारे डायलॉग रट लिए थे। मैं उनके साथ एक और फिल्म जाने कहां से आई है कर रहा हूं। हिंदी फिल्मों में वे अच्छा मुकाम बनाएंगी।
फिल्म करते हुए कलाकार के रूप में क्या कुछ सीखे?
अलादीन से मुझे बहुत कुछ मिला। यह मेरे करियर की बड़ी फिल्म है। इसमें मुझे अमिताभ बच्चन और संजय दत्त सरीखे कलाकारों के साथ काम करने का मौका मिला। मैंने पिछली फिल्मों से इसमें अच्छा काम करने की कोशिश की है।
आपकी ड्रीम गर्ल कैसी होगी?
मैंने इस बारे में सोचा नहीं है। मैं लड़कियों को कैटेगराइज करके नहीं देखता। हर लड़का सोचता है कि उसकी ड्रीम गर्ल में फलां खूबियां होंगी, लेकिन दिल उसके जस्ट अपोजिट लड़की पर आ जाता है। जिसके साथ जोड़ी बननी होगी, बन जाएगी।
अलादीन के बाद कौन सी फिल्म आएगी?
अगले वर्ष राम गोपाल वर्मा की रण और मिलाप झावेरी की जाने कहां से आई है फिल्में प्रदर्शित होंगी।
कॉमेडी किंग का टैग क्यों नहीं पसंद है?
मैं इसके योग्य नहीं हूं। अभी मुझे बहुत कुछ करना बाकी है। लोगों का बड़प्पन है कि वे मुझे कॉमेडी किंग कहते हैं। मुझे तो खुशी होती है, लेकिन मैं किसी खास टैग से जुड़ना नहीं चाहता।
अलादीन किस विधा की फिल्म है? इससे कैसे जुड़े?
अलादीन में फन, मैजिक, फैंटेसी, रोमांस, एक्शन सब कुछ है। एक फैमिली एंटरटेनर फिल्म है। इसके निर्देशक सुजॉय घोष हैं। मस्ती के प्रीमियर पर उन्होंने मुझसे कहा था कि वे मेरे साथ काम करना चाहते हैं। मैंने हामी भर दी, लेकिन मुश्किल यह थी कि कैसी फिल्म बनाएं? सुजॉय और मैं एक दिन इसी पर चर्चा कर रहे थे कि सामने अलादीन की बुक और डीवीडी दिख गई। उन्होंने कहा कि अलादीन पर फिल्म बनाते हैं, मुझे अच्छा लगा।
अलादीन में नया क्या है?
अलादीन को नए तरह से बनाने की चुनौती हम सबके सामने थी। सुजॉय एक साल तक इसी पर काम करते रहे। पहले इसकी कहानी बहुत मॉडर्न थी। वह न्यूयॉर्क बेस्ड रोबोटिक फिल्म थी। उसका नाम सुजॉय ने अलादीन और चालीस चोर रखा था। इसे अलादीन और चालीस चोर की कहानी से जोड़ रहे थे।
अलादीन की कहानी के बारे में बताएं?
अलादीन की कहानी 2009 में बेस्ड है। मैं अलादीन की भूमिका निभा रहा हूं, जिसके माता-पिता मर चुके हैं। वे अलादीन के लैंप की खोज में थे इसलिए उन्होंने अपने बेटे का नाम अलादीन रखा। अलादीन को लैंप से सख्त नफरत है, क्योंकि स्कूल में बच्चे उसे छेड़ते हैं कि तू ही लैंप वाला अलादीन है क्या? वे उसे परेशान करते हैं और उससे लैंप रगड़वाते हैं। अलादीन की लाइफ में जीनियस के आने के बाद सब कुछ बदल जाता है। अलादीन को उसके प्यार जैसमीन से मिलाने में जीनियस मदद करता है। मूल कहानी के साथ संजय दत्त का पैरलर ट्रैक चलता है। वह भी लैंप की खोज में हैं।
अमिताभ बच्चन के साथ काम करने का अनुभव बताएं?
वे लीजेंड हैं। यहां जीनियस की भूमिका में हैं। वे आपको अपने अनुसार सीन करने का मौका देते हैं। उन्होंने कभी अहसास नहीं होने देते कि वे अमिताभ बच्चन हैं।
जैकलीन फर्नाडीज की यह पहली फिल्म है। हिंदी फिल्मों में उनका भविष्य कैसा देखते हैं?
जैकलीन में काम करने का जज्बा है। वे समय की पाबंद और मेहनती हैं। उन्हें हिंदी नहीं आती, लेकिन उन्होंने शूटिंग आरंभ होने से दो महीने पहले अलादीन के अपने सारे डायलॉग रट लिए थे। मैं उनके साथ एक और फिल्म जाने कहां से आई है कर रहा हूं। हिंदी फिल्मों में वे अच्छा मुकाम बनाएंगी।
फिल्म करते हुए कलाकार के रूप में क्या कुछ सीखे?
अलादीन से मुझे बहुत कुछ मिला। यह मेरे करियर की बड़ी फिल्म है। इसमें मुझे अमिताभ बच्चन और संजय दत्त सरीखे कलाकारों के साथ काम करने का मौका मिला। मैंने पिछली फिल्मों से इसमें अच्छा काम करने की कोशिश की है।
आपकी ड्रीम गर्ल कैसी होगी?
मैंने इस बारे में सोचा नहीं है। मैं लड़कियों को कैटेगराइज करके नहीं देखता। हर लड़का सोचता है कि उसकी ड्रीम गर्ल में फलां खूबियां होंगी, लेकिन दिल उसके जस्ट अपोजिट लड़की पर आ जाता है। जिसके साथ जोड़ी बननी होगी, बन जाएगी।
अलादीन के बाद कौन सी फिल्म आएगी?
अगले वर्ष राम गोपाल वर्मा की रण और मिलाप झावेरी की जाने कहां से आई है फिल्में प्रदर्शित होंगी।
-raghuvendra singh
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