Friday, October 24, 2008

लगता है, जल्द ही छुट्टी हो जाएगी: नाना पाटेकर

-रघुवेंद्र सिंह
सफल फिल्म वेलकम के बाद अभिनेता नाना पाटेकर अपनी नई फिल्म हॉर्न ओके प्लीज से एक बार फिर दर्शकों को हंसाने की कोशिश करेंगे। वे इस फिल्म में सत्ताईस साल के युवक गोविंदा की भूमिका में हैं, जो पेशे से ट्रक ड्राइवर है। अपने से आधे उम्र के युवक की भूमिका को जीवंत करने का अनुभव बांटते हुए नाना कहते हैं, यह किरदार निभाना मेरे लिए चुनौतीपूर्ण रहा। दरअसल, इस वक्त मेरी उम्र सत्तावन साल है और यह किरदार सत्ताईस साल के युवक का है। मुझे इतनी कम उम्र के युवक की एनर्जी लाने के लिए न केवल बहुत मेहनत करनी पड़ी, बल्कि मुझे यंग दिखने के लिए खूब मेकअप भी करना पड़ा।
नाना आगे कहते हैं, इस वक्त फिल्म इंडस्ट्री में बहुत अच्छा माहौल है। हम जैसे सीनियर कलाकारों को ध्यान में रखकर फिल्मों की कहानियां लिखी जा रही हैं। बीच में ऐसा वक्त भी आया था कि हमारे लिए फिल्मों में योग्य किरदार ही नहीं होते थे! यही वजह थी कि मैंने बीच में फिल्मों से दूरी बना ली थी। राकेश सारंग निर्देशित हॉर्न ओके प्लीज के केंद्र में नाना ही हैं। कहानी के बारे में वे विस्तार से बताते हैं, इसकी कहानी ट्रक ड्राइवर गोविंदा पर केंद्रित है। गोविंदा हमेशा बच्चे की तरह व्यवहार करता है। वह दो सौ ट्रक का मालिक हो जाने के बाद भी ट्रक से ही सफर करता है। उसके घर में मर्सिडीज कार है, लेकिन वह उसे ट्रक में रखकर चलता है। मेरी पत्नी की भूमिका रिमी सेन निभा रही हैं। उनके अलावा, मुजम्मिल इब्राहिम भी प्रमुख भूमिका में हैं। मैंने वेलकम की तरह इस फिल्म में भी कॉमेडी करने की कोशिश नहीं की है। यह सिचुएशनल कॉमेडी है। निर्देशक राकेश सारंग के बारे में नाना कहते हैं, मैं राकेश को बहुत समय से जानता हूं। दरअसल, उनके पिता कमलाकर सारंग और मैं थिएटर के दिनों में साथ थे। राकेश ने उस वक्त स्टेज पर मेरी जो एनर्जी देखी थी, उसको ध्यान में रखकर हॉर्न ओके प्लीज की कल्पना की। बहरहाल, मैंने अपनी तरफ से उनकी उम्मीदों पर खरा उतरने की पूरी कोशिश की है।
युवा कलाकार मुजम्मिल और रिमी के साथ काम करने के अनुभव के बारे में नाना कहते हैं, आज के कलाकारों के साथ यदि आपको काम करना है, तो बहुत तैयारी के साथ सेट पर जाना पड़ेगा। आज के कलाकार सेट पर बहुत अच्छे से होमवर्क करके आते हैं। आपने पीछे क्या अचीव किया है? उसे भूल जाइए। मुजम्मिल, हरमन, इमरान, फरहान ये सब जितनी तेजी से अपना स्थान बना रहे हैं, ऐसा लग रहा है कि हम लोगों की जल्द ही छुट्टी हो जाएगी। (अपने स्टाइल में ठहाका लगाते हैं नाना) मुझे लग रहा है कि मैं दो साल बाद रिटायर हो जाऊंगा।
नाना इस बात से बेहद खुश हैं कि उनकी तिरंगा और क्रांतिवीर फिल्म वाली इमेज अब बदल चुकी है। वे कहते हैं, हाल के दिनों में मैंने जिस तरह के किरदार निभाए हैं, उनसे दर्शकों के बीच मेरी छवि अलग बन गई है। अब दर्शक मुझे हर तरह के किरदार में स्वीकार करने के लिए तैयार हैं। चर्चा है कि नाना के बेटे फिल्म निर्देशन में कदम रखने जा रहे हैं? वे कहते हैं, यह सच है। मैं मल्हार की पहली फिल्म में भी काम कर रहा हूं। उसने बहुत बढि़या कहानी चुनी है। अब मैं उसकी फिल्म की शूटिंग का इंतजार कर रहा हूं। नाना अपनी आने वाली फिल्मों के बारे में कहते हैं, अब शागिर्द आएगी। मैं पाठशाला, तुम मिलो तो सही, ना ना करते प्यार, एक-द पॉवर ऑफ वन, इट्स माई लाइफ और राजनीति में काम कर रहा हूं। इन्हें पूरी करके मैं एक साल का ब्रेक लूंगा।

1 comment:

संगीता पुरी said...

इंतजार रहेगा , इस फिल्म का...और हां.....आप सबों को दीपावलि की बहुत बहुत शुभकामनाएं।