Thursday, April 30, 2009

अक्षय बनना आसान नहीं: रितेश देशमुख/ पसंदीदा सह-कलाकार

अभिनेता रितेश देशमुख आर्किटेक्ट भी हैं। उन्होंने कभी यह नहीं सोचा था कि एक दिन हिंदी फिल्म इंडस्ट्री के लोकप्रिय कलाकार बन जाएंगे। दरअसल, एक्टिंग में आने से पहले उनका फिल्मी दुनिया में कोई परिचित नहीं था, लेकिन जैसे-जैसे वे अभिनय का सफर तय करते गए, उनके दोस्त और साथी कलाकारों की संख्या एक के बाद एक बढ़ती चली गई। उन्होंने फिल्मों में अधिकतर मोस्ट पॉपुलर कलाकारों के साथ ही काम किया है। यहां वे अपने फेवॅरिट को-आर्टिस्ट के बारे में बता रहे हैं।
अभिषेक बच्चन : मुझे अभिषेक के साथ दो फिल्मों नाच और ब्लफ मास्टर में काम करने का अवसर मिला। बहुत मजा आया उनके साथ काम करके। ब्लफ मास्टर की शूटिंग के दौरान हम दोनों ने सेट पर खूब मस्ती की। उस वक्त की कई बातें, आज भी जब हम मिलते हैं, तो शेयर करके खूब हंसते हैं। अभिषेक को मैं अपना अच्छा दोस्त इसलिए भी मानता हूं, क्योंकि वे दिल के साफ हैं, साथ ही अच्छे इंसान भी। एक्टर तो वे नि:संदेह अच्छे हैं ही। मैं क्या कहूं उनके अभिनय के बारे में? वे तो मुझसे सीनियर हैं। हाल में आई उनकी फिल्में मुझे अच्छी लगीं। उम्मीद है, जल्द ही उनके साथ काम करने का फिर मौका मिलेगा।
जेनीलिया डी-सूजा: मेरी पहली फिल्म तुझे मेरी कसम जेनीलिया के साथ थी। वे मेरी पहली साथी कलाकार थीं। यही वजह है कि मैं उन्हें अपना फेवॅरिट को-आर्टिस्ट मानता हूं। पहली को-आर्टिस्ट होने के नाते वे मुझे हमेशा याद रहेंगी। बाद में जेनिलिया के साथ मुझे दोबारा फिल्म मस्ती में काम करने का अवसर मिला। उनकी अदाकारी मुझे अच्छी लगती है। वक्त के साथ उनके अभिनय में परिपक्वता आ गई है। वे काफी अच्छा काम कर रही हैं। फिल्म मेरे बाप पहले आप और जाने तू.. में उन्होंने बढि़या काम किया है। लोग उनके काम की तारीफ करते हैं। आशा है, वे अभिनय की दुनिया में अपना अलग स्थान जरूर बनाएंगी।
अक्षय कुमार: फिल्म हे बेबी में अक्षय के साथ काम करते हुए मैंने बहुत एंज्वॉय किया। वे समय के बडे़ पाबंद हैं। टाइम से सेट पर आते थे और अपना काम करते थे। उनसे मैंने सीखा कि एक एक्टर को अपने हर सीन पर कैसे ध्यान देना चाहिए! एक लाइन में यदि सिर्फ चार शब्द हैं, तो इसका मतलब यह नहीं है कि आप बस उसे ऐसे ही बोल दें। उन चार शब्दों के साथ आप कमाल का अभिनय कर सकते हैं। अक्षय का अनुभव उनके काम में साफ झलकता है। मैंने गौर किया है कि उनके दिमाग में यह बात चलती रहती है कि दर्शकों को क्या पसंद आएगा? वे दर्शकों की पसंद को ध्यान में रखकर काम करते हैं। उन्होंने रोमांटिक, ऐक्शन, कॉमिक हर तरह की भूमिकाओं में खुद को साबित किया है। मुझे नहीं लगता कि कोई अक्षय कुमार बन सकता है!

-रघुवेंद्र सिंह

1 comment:

संगीता पुरी said...

बहुत बढिया .. अच्‍छे अभिनेता हैं रितेश देशमुख भी ।