Saturday, September 5, 2009

मेरी टीचर वंडरफुल

चुटकी में सुलझाती हैं समस्या-अविनाश मुखर्जी
मैं मुंबई के रेयान इंटरनेशनल स्कूल में पढ़ता हूं। स्कूल की प्रिंसिपल अंजलि बोवेन मेरी आदर्श टीचर हैं। मैं उन्हें अंजलि मिस बुलाता हूं। वे ऊपर से बहुत सख्त, लेकिन अंदर से नरम हैं। वे बहुत स्वीट हैं। वे स्कूल के बच्चों को हमेशा अच्छी-अच्छी बातें सिखाती हैं। वे बहुत अच्छी वक्ता हैं। उन्हें हमेशा सुनने का मन करता है। वैसे तो मेरा पढ़ने में मन नहीं लगता, लेकिन जब वे कोई स्पेशल क्लास लेती हैं तो मैं मिस नहीं करता। एक्चुअली, वे बहुत स्वीट बोलती हैं। उन्होंने मुझे क्लास का डिसिप्लिन इंचार्ज बनाया है।
अंजलि मिस मुझे बहुत मानती हैं। मैं जब बालिका वधू सीरियल में काम नहीं करता था, तब भी वे मुझे प्यार करती थीं। मैं जब किसी समस्या में फंसता हूं तो सीधे उन्हीं के पास जाता हूं। वे मुझे प्यार से अपने पास बैठाती हैं और एक पल में मेरी समस्या का अंत कर देती हैं। अंजलि मिस को मैं अपनी सेकेंड मॉम मानता हूं। मैं उनकी बहुत रिस्पेक्ट करता हूं। मैं आज भले ही पॉपुलर हो गया हूं, लेकिन वे मेरे साथ अलग बर्ताव नहीं करतीं। मैं गलती करता हूं तो वे डांटती हैं। पिछले दिनों की बात है। एक दिन वे क्लास में आईं और मेरी तरफ इशारा करके कहने लगीं कि मैं जानती हूं कि तुम आजकल क्या कर रहे हो? मैं डर गया, लेकिन बाद में पता चला कि वे मेरे शो की बात कर रही थीं। उस वक्त बालिका वधू में मेरा किरदार जगदीश सिगरेट पीना सीख रहा था।
अंजलि मिस की खासियत है कि वे सभी बच्चों को एक नजर से देखती हैं। वे स्कूल के सभी बच्चों की फ्रेंड हैं। कभी-कभी वे हमारे साथ गेम में हिस्सा लेती हैं और हमारा उत्साह बढ़ाती हैं। मैं जब कभी न्यूज चैनल पर देखता हूं कि फलां टीचर ने अपने स्टूडेंट की जमकर पिटाई की तो मुझे दुख होता है। हमारे स्कूल की टीचर तो ऐसा नहीं करतीं। मैं चाहूंगा कि हमारे टीचर जैसी सबको टीचर मिलें। मैंने अपने सहपाठियों के साथ प्लान किया है कि आज टीचर्स डे के दिन हम अपने स्कूल की सभी टीचर्स को विश करेंगे और उन्हें ग्रीटिंग कार्ड देंगे। मैं अंजलि मिस के लिए एक खास तोहफा भी ले जा रहा हूं।
सबसे कुछ सीखती हूँ- अविका गोर
मैं अपने स्कूल की टीचर को ही अपना टीचर नहीं मानती। मेरा टीचर प्रत्येक वह व्यक्ति है, जिससे मैं प्रतिदिन की जिंदगी में कुछ न कुछ सीखती हूं। फिर चाहे वह मेरे रेयान इंटरनेशनल स्कूल की प्रिंसिपल अंजलि मिस हो या मेरी क्लास टीचर संगीता मिस, चाहे मेरी मम्मी हो या पापा या फिर बालिका वधू सीरियल के सेट पर काम करने वाले ब्वॉय। मेरी क्लास टीचर यदि मुझे मेहनत करना और अनुशासित जीवन जीने का पाठ पढ़ाती हैं तो मम्मी प्रैक्टिकल लाइफ को एंज्वॉय करना सिखाती हैं। पापा मेरे साथ रोज बालिका वधू के सेट पर जाते हैं और वे मुझे डायलॉग याद कराते हैं। मेरे सीरियल के सेट पर जो ब्वॉय हर वक्त लोगों को चाय-पानी देता है, उससे मैं सेवा भाव सीखती हूं। मैं प्रतिदिन सुबह से शाम तक इन लोगों से कुछ न कुछ सीखती हूं। मेरे लिए टीचर की परिभाषा अलग है। मैं टीचर्स डे के स्पेशल दिन अपने सभी टीचर्स से कहना चाहूंगी कि अविका आप सबसे बहुत प्यार करती है। यदि मुझ से कोई गलती हुई है तो प्लीज मुझे माफ कर दीजिए। मैंने अपनी प्रिंसिपल और क्लास टीचर के लिए अपने हाथ से ग्रीटिंग कार्ड बनाए हैं। उन्हें मैं फ्लावर के साथ टीचर्स को दूंगी।
-रघुवेन्द्र सिंह

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