
कट्रीना कैफ-अक्षय कुमार ने दे दना दान और आमिर खान-करीना कपूर ने ३ इडियट फिल्म में बरसात का गाना फिल्माया है. दोनों गानों से हम एक-एक तस्वीर यहाँ पेश कर रहे हैं. आपको कौन सी जोड़ी ज्यादा पसंद आ रही है? अपनी राय ज़रूर बताएं.
शमिता रिएलिटी शो बिग बॉस 3 में जीतने के मकसद से गई थीं, लेकिन अचानक दीदी शिल्पा शेंट्टी की शादी तय होने के कारण वे शो बीच में छोड़कर बाहर आ गईं। शो से बाहर निकलने का शमिता को जरा भी दुख नहीं है। वह कहती हैं, कुछ ही दिनों में मेरी बहन की शादी है। उस शादी से बढ़कर मेरे लिए कुछ नहीं है। शो को बीच में छोड़ने के दुख से ज्यादा मुझे शिल्पा की शादी की खुशी है।
देहरादून की अदिति सजवान पहले कलर्स के सीरियल जय श्री कृष्ण में भगवान कृष्ण की मैया यशोदा बनी थीं और अब वे एनडीटीवी इमैजिन के सीरियल मीरा में कृष्ण की भक्त मीरा बनीं नजर आ रही हैं। अदिति सजवान कहती हैं, कृष्ण भगवान से मेरा बचपन का नाता है। मैं बचपन से उनकी पूजा करती हूं। उसी का फल है कि मुझे हर सीरियल में उनसे जुड़ा किरदार निभाने का सौभाग्य और उनकी भक्ति करने का सुख मिल रहा है। अदिति आगे कहती हैं, जब मैंने यशोदा के किरदार के लिए हां कहा था तो मेरे मन में डर था कि मैं उस किरदार के साथ न्याय कर पाऊंगी या नहीं। वह मेरे लिए चैलेंजिंग किरदार था, क्योंकि मैं उन्नीस साल की हूं और यशोदा का किरदार मेरी उम्र से बड़ा और मेच्योर था, लेकिन लोगों लोगों का प्यार और अपनी लोकप्रियता देखकर मुझे रियलाइज हुआ कि मैं यशोदा के रूप में स्वीकार कर ली गई हूं।
सुमधुर आवाज की बदौलत मोहित चौहान सबके अजीज बन चुके हैं। हर तरफ उनके गाये गीत सुने और सराहे जा रहे हैं। चाहे लव आज कल का ये दूरियां.. गीत हो या कमीने का पहली बार मुहब्बत की है..। दिल्ली 6 का मसकली.. और जब वी मेट का तुम से ही दिन होता है.. गीतों को श्रोता अभी तक भूले नहीं होंगे। उन्होंने सिल्क रूट बैंड से करिअर का आगाज किया और पहचान और बूंदे जैसे म्यूजिक एलबम बनाए। आठ वर्ष बाद वे नया म्यूजिक एलबम फितूर लेकर आ रहे हैं। बातचीत मोहित से..
एनडीटीवी इमेजिन पर प्रसारित धारावाहिक ज्योति श्रीनिधि शेट्टी का पहला सीरियल है। श्री इसमें सुषमा की निगेटिव भूमिका से दर्शकों का ध्यान अपनी तरफ खींच रही हैं। वे चाहती भी थीं कि ऐसी ही भूमिका से करिअर की शुरुआत हो। पिछले दिनों श्रीनिधि से मुलाकात हुई। प्रस्तुत हैं उनसे हुई बातचीत के प्रमुख अंश..
फिल्म तुम मिले में इमरान हाशमी और सोहा अली खान की जोड़ी पहली बार आ रही है। फिल्म के प्रोमो में नजर आ रहे दोनों के हॉट सीन अभी से चर्चा में हैं। इमरान को विश्वास है कि उनकी पिछली फिल्मों की तरह कुणाल देशमुख निर्देशित यह फिल्म जरूर सफल होगी। बातचीत इमरान हाशमी से..-raghuvendra Singh
मुंबई : अभिनेत्री और कास्ट्यूम डिजाइनर के रूप में काम करने वाली सिंपल कपाडि़या का मंगलवार को निधन हो गया। वह 52 वर्ष की थीं और कैंसर से पीडि़त थीं। कुछ माह से सिंपल जुहू स्थित अपने फ्लैट में ही रहती थीं और किसी से मिलती-जुलती नहीं थीं। बड़ी बहन डिंपल कपाडि़या उनकी देखरेख करती थीं। सोमवार देर रात अचानक तबीयत खराब होने के बाद सिंपल को अस्पताल ले जाया गया। मंगलवार की शाम वहां उन्होंने आखिरी सांस ली। बुधवार की सुबह उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा। सिंपल ने 1977 में शक्ति सामंत की फिल्म अनुरोध से अभिनय की शुरुआत की थी। वह कास्ट्यूम डिजाइनर भी थीं। डिंपल कपाडि़या और सनी देओल की फिल्मों में वह उनके कास्ट्यूम डिजाइन करती थीं। रुदाली फिल्म में कास्ट्यूम डिजाइनिंग के लिए उन्हें राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया था. -raghuvendra singh
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आमिर खान दर्शकों के बीच हर बार एक नये लुक में आते हैं और छा जाते हैं। गजनी में वे एट पैक एब्स के साथ आए थे। अब आमिर एक साधारण इंसान के तौर पर दर्शकों के बीच होंगे 3 इडियट्स में। गौरतलब है कि 3 इडियट्स इंजीनियरिंग कॉलेज के तीन दोस्तों रैंचो, फरहान और राजू की कहानी है। आमिर इसमें बीस साल के नौजवान रैंचो का किरदार निभा रहे हैं। रैंचो के किरदार के बारे में आमिर कहते हैं, यह मेरे कॅरियर का एक मुश्किल किरदार है। इस किरदार में खुद को ढालने में मुझे काफी मेहनत करनी पड़ी। सिंपल दिखना एट पैक बनाने से अधिक कठिन है।
कॅरियर के शुरुआती दिनों से नंदिश संधू ऐसे किरदार की तलाश में थे जो उन्हें हर घर में लोकप्रिय बना दे। कलर्स के सीरियल उतरन से जुड़ने के बाद नंदिश की वह तलाश खत्म हो गयी। नंदिश खुशी के साथ कहते हैं, मैंने बालाजी के सीरियल कयामत से कॅरियर की शुरुआत की। उसके बाद ख्वाहिश और हम लड़कियां सीरियल में महत्वपूर्ण किरदार निभाए, लेकिन उतरन के वीर की बात अलग है। वीर अमीर परिवार का सीधा-सादा प्यारा सा लड़का है। हर लड़की उसे अपना बनाना चाहती है। तपस्या और इच्छा के बीच भी इसी बात को लेकर लड़ाई चलती है। अंत में तपस्या धोखे से वीर से शादी कर लेती है। नंदिश बेझिझक बताते हैं कि वीर के लिए हां कहते समय उन्हें उम्मीद नहीं थी कि यह किरदार लोकप्रिय होगा। नंदिश की जुबानी, मैंने उतरन के कुछ एपीसोड देखे थे। मैं जानता था कि उतरन इच्छा और तपस्या की कहानी है और दोनों किरदार लोगों की पसंद बने हुए हैं। मैं खुश हूं कि दर्शकों ने तपस्या और इच्छा की तरह अब मुझे भी अपना लिया है।-raghuvendra Singh
पेज थ्री, कॉरपोरेट और ट्रैफिक सिग्नल के बाद संगीतकार समीर टंडन और निर्देशक मधुर भंडारकर की जोड़ी फिल्म जेल में फिर आई है। पिछली फिल्मों की तरह इस जोड़ी की फिल्म जेल का गीत-संगीत भी संगीत प्रेमियों को लुभा रहा है। समीर खुश हैं, मधुर के साथ जेल मेरी चौथी फिल्म है। खुश हूं कि हमारी जोड़ी एक बार फिर लोगों को पसंद आ रही है। मधुर और मेरा चार साल का साथ बड़ी बात है। मधुर और मैं एक-दूसरे की जरूरतों को समझते हैं। यही वजह है कि हम साथ काम कर पाए हैं। वे रिअल कहानी पर फिल्म बनाते हैं और ऐसे फिल्ममेकर अलग तरह से सोचते हैं। उन्हें चालू संगीत पसंद नहीं आता।
नील को उम्मीद है कि जेल में एक्टिंग से वे अभिनय की दुनिया के मंझे खिलाड़ी के रूप में स्थापित हो जाएंगे। प्रस्तुत है, नील नितिन मुकेश से बातचीत के अंश-
मुंबई। मेरठ के प्रवेश राणा चर्चित रियलिटी शो बिग बॉस 3 के नए सदस्य होंगे। वे शुक्रवार को बिग बॉस के घर में प्रवेश करेंगे। गौरतलब है कि प्रवेश राणा वर्ष 2008 में मिस्टर इंडिया खिताब के विजेता रह चुके हैं। मिस्टर इंडिया प्रतियोगिता में उन्हें मिस्टर बेस्ट बॉडी, मिस्टर टैलेंटेड और मिस्टर ग्रूवी वॉयस के खिताब से भी पुरस्कृत किया गया था। प्रवेश मॉडलिंग जगत के लोकप्रिय चेहरे हैं। उन्होंने जूम एवं स्टार वन पर कुछ कार्यक्रमों की एंकरिंग भी की है। उल्लेखनीय है कि कलर्स के लोकप्रिय रियलिटी शो बिग बॉस में प्रत्येक वर्ष एक आम आदमी को लिया जाता है। पिछले वर्ष एलिना थीं।
मधुर भंडारकर अपनी प्रत्येक फिल्म से समाज के एक खास वर्ग के कड़वे सच को उजागर करते हैं। चांदनी बार, सत्ता, पेज थ्री, कॉरपोरेट, ट्रैफिक सिग्नल और फैशन के बाद अब वे नई फिल्म जेल से भारतीय जेलों की हकीकत बयां करने आ रहे हैं। नील नितिन मुकेश और मुग्धा गोडसे अभिनीत जेल के संदर्भ में मधुर भंडारकर ने बातचीत की।जेल फिल्म बनाने का विचार कैसे सूझा?
जेल फिल्म का विचार काफी सालों से मेरे दिमाग में था। मैं इसे फैशन से पहले बनाना चाहता था, लेकिन कुछ कारणों से मैं इसे तब नहीं बना सका। पांच छह महीने की रिसर्च और नए लेखकों के सहयोग से अब मैं जेल को बनाने में सफल हुआ हूं।
जेल किस तरह की फिल्म है?
यह मधुर की फिल्म है। इसकी अवधि दो घंटे आठ मिनट है। अब तक फिल्मों में लोगों ने लार्जर दैन लाइफ जेल देखा था, लेकिन मेरी फिल्म में पहली बार लोग रीयल जेल देखेंगे। यह मीडिल क्लास लड़के पराग दीक्षित की कहानी है। उसकी कहानी के जरिए मैंने जेल के पीछे की सच्चाई दिखायी है। ठाणे और पूना की जेल इसकी पृष्ठभूमि है। नितिन चन्द्रकांत देसाई ने जेल का बहुत अच्छा सेट डिजाइन किया है।
आपकी फिल्म में कितना प्रतिशत सच होता है और कितनी प्रतिशत कल्पना?
सत्तर प्रतिशत सच और तीस प्रतिशत कल्पना के मिश्रण से मेरी फिल्में बनती हैं। जेल में भी सच और कल्पना का इसी मात्रा में मिश्रण है।
जेल के लिए नील नितिन मुकेश और मुग्धा गोडसे को आपने क्यों चुना?
मैं हमेशा फिल्म के सब्जेक्ट के हिसाब से कलाकारों का चयन करता हूं। लोग हमेशा पूछते हैं कि आप स्टार कलाकारों के साथ काम क्यों नहीं करते? मेरी कहानी में स्टार फिट ही नहीं होते। पराग दीक्षित के किरदार के लिए मुझे ऐसे चेहरे की जरूरत थी जो किसी इमेज में न बंधा हो। नील नितिन मुकेश मुझे स्यूटेबल लगे। वे बहुत टैलेंटेड हैं। मुग्धा ने फैशन में प्रियंका चोपड़ा और कंगना राणाउत की उपस्थिति में अपनी अलग पहचान बनाई। जेल से ये दोनों कलाकार बहुत आगे जाएंगे।
अपने सिनेमा को किस विधा में रखेंगे?
मैंने बीच की धारा का सिनेमा अपनाया है। मेरी फिल्मों को क्रिटकली और कामर्शियली सफलता मिलती है। तीन बार मुझे राष्टीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया। मैं अपने सिनेमा को समाज का आइना कहूंगा। मेरा सिनेमा समाज में जागरण पैदा करता है। साल्यूशन नहीं देता, लेकिन ऐसी चीजें सामने रखता है जो लोगों को सोचने पर विवश करती हैं।
क्या आप रियलिस्टिक फिल्ममेकर की पहचान से खुश हैं?
मैं खुश हूं, क्योंकि मैं कहीं जाता हूं तो लोग अपनी समस्याएं लेकर मेरे पास आते हैं। लोगों को विश्वास हो गया है कि मैं यदि किसी समस्या पर फिल्म बनाऊंगा तो लोग उसे देखेंगे, लेकिन अब मुझे खुद को रिइन्वेंट करने की जरूरत है। मैं एक प्रकार के सिनेमा से बंधकर नहीं रहना चाहता। अब मैं फिल्म मेकिंग का अपना स्टाइल बदलूंगा। मैं कॉमेडी और रोमांटिक फिल्में बनाना चाहता हूं।
जेल के बाद कौन सी फिल्म बनाएंगे?
अभी मैंने कुछ तय नहीं किया है। अवॉर्ड और क्रिकेट पर फिल्म बनाने की खबर अफवाह है।
-रघुवेन्द्र सिंह
अमिताभ बच्चन अपनी नयी फिल्म पा में पोजेरिया बीमारी से ग्रस्त बच्चे की भूमिका निभा रहे हैं। इस बीमारी में दस-बारह साल का बच्चा साठ-सत्तर का लगने लगता है। इस फिल्म में अमिताभ बच्चन को उम्रदराज दिखाने के लिए विशेष मेकअप का करना पड़ा था। इसके लिए हॉलीवुड से ऑस्कर विजेता मेकअप आर्टिस्ट क्रिस्तियान को बुलाया गया था। अमिताभ बच्चन ने बताया किइस मेकअप को करने में चार-पांच घंटे लगते थे और मेकअप उतारने में डेढ़-दो घंटे लगते थे। इस फिल्म की शूटिंग और मेकअप का अनुभव मेरे लिए बिल्कुल नया और अलग रहा। इसे प्रोस्थेटिक मेकअप कहते हैं। इसमें आर्टिस्ट का चेहरा बदल जाता है। अमिताभ बच्चन इस फिल्म के प्रति काफी उत्साहित हैं।
मुंबई। सोमवार को शाहरूख खान ने अपना 44वां जन्मदिन परिवार एवं करीबी दोस्तों के साथ सादगी से मनाया। उन्होंने रात को अपने बंगले मन्नत में छोटी सी डिनर पार्टी का आयोजन किया था। जन्मदिन के मौके पर मन्नत में बातचीत में शाहरूख खान ने कहा, मैं भले ही चवालीस साल का हो गया हूं, लेकिन आज भी मैं पच्चीस साल का युवा महसूस करता हूं। हां, शारीरिक चोटों की वजह से कभी-कभी महसूस होता है। शाहरूख ने कहा कि यह साल उनके लिए फिजीकली बहुत बुरा लेकिन इमोशनली अच्छा रहा। शाहरूख के अनुसार, कंधे की चोट के कारण मैं ज्यादा काम नहीं कर सका। केवल एक फिल्म माई नेम इज खान की। मैं अधिकतर समय घर में रहा और अपने परिवार के साथ समय बिताया। उससे मुझे बहुत खुशी मिली। लेकिन खुशी की बात यह है कि एक साल के ब्रेक की वजह से अब मेरे अगले दो साल पैक रहेंगे। मेरी कंधे की चोट अब अच्छी हो रही है। अब मैं जमकर काम करूंगा। मैं वर्क होलिक हूं। मैं काम से अपनी उम्र गिनता हूं।
"कम, फॉल इन लव..दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे का यह उपशीर्षक आज भी अपने चुंबकीय आकर्षण से दर्शकों को खींच रहा है। निर्देशक आदित्य चोपड़ा और शाहरुख खान-काजोल के लिए तो जैसे मुंबई के मराठा मंदिर में पिछले चौदह वर्ष से वक्त ठहरा हुआ है। आदित्य निर्देशित डीडीएलजे ने पहली बार 20 अक्टूबर, 1995 को सिनेमाघरों में दस्तक दी थी। शुरुआत में फिल्म को साधारण सफलता मिली, लेकिन वक्त के साथ मधुर संगीत और सरल कहानी के कारण इसने दर्शकों को अपने मोह-पाश में बांधना शुरू किया। परिणाम यह हुआ कि साधारण कही जाने वाली दिलवाले दुल्हनिया.. भारतीय सिनेमा की असाधारण फिल्मों की सूची में शुमार हो गई। लगभग चौदह वर्ष बाद भी यह फिल्म मुंबई के मराठा मंदिर में दर्शकों को अपनी ओर खींच रही है।-raghuvendra/Somya
सबके चहेते शाहरूख खान दो नवंबर को जीवन के नए बसंत में प्रवेश कर रहे हैं। उनके आकर्षक व्यक्तित्व, मधुर वाणी, मिलनसार स्वभाव और प्रभावी अभिनय की प्रशंसक सारी दुनिया है। यह तो शाहरूख की मीडिया द्वारा स्थापित छवि है, लेकिन क्या हिंदी सिनेमा के इस सुपर स्टार के व्यक्तित्व का कोई और पहलू भी है? बता रहे हैं मुश्ताक शेख, जो शाहरूख खान के अंतरंग मित्र हैं। शाहरूख खान के ऊपर उन्होंने दो पुस्तकें शाहरूख कैन और स्टिल रीडिंग खान लिखी हैं।