पेज थ्री, कॉरपोरेट और ट्रैफिक सिग्नल के बाद संगीतकार समीर टंडन और निर्देशक मधुर भंडारकर की जोड़ी फिल्म जेल में फिर आई है। पिछली फिल्मों की तरह इस जोड़ी की फिल्म जेल का गीत-संगीत भी संगीत प्रेमियों को लुभा रहा है। समीर खुश हैं, मधुर के साथ जेल मेरी चौथी फिल्म है। खुश हूं कि हमारी जोड़ी एक बार फिर लोगों को पसंद आ रही है। मधुर और मेरा चार साल का साथ बड़ी बात है। मधुर और मैं एक-दूसरे की जरूरतों को समझते हैं। यही वजह है कि हम साथ काम कर पाए हैं। वे रिअल कहानी पर फिल्म बनाते हैं और ऐसे फिल्ममेकर अलग तरह से सोचते हैं। उन्हें चालू संगीत पसंद नहीं आता।
जेल में कुल तीन गाने हैं और तीनों अलग फ्लेवर वाले। समीर बताते हैं, मधुर की पिछली फिल्मों में भी तीन-तीन गाने ही थे। मैं उनसे कहता हूं कि गानों के लिए स्पेस निकालिए, लेकिन वे कहते हैं कि रिअलिस्टिक फिल्मों में गानों के लिए अधिक स्पेस नहीं होता। जेल के गीत के बारे में समीर कहते हैं, पहला गाना प्रार्थना है, जिसे लता जी ने गाया है। दूसरा आइटम गीत है। उसके बोल हैं, बरेली के बाजार में. और तीसरा रोमांटिक पॉप गाना है। खुशी की बात है कि तीनों गाने लोगों को पसंद आ रहे हैं।
लता जी की आवाज में गाया जेल का प्रार्थना गीत दाता सुन ले.. हर मजहब के लोगों को भा रहा है। समीर कहते हैं, लता जी के साथ काम करना मेरे लिए उपलब्धि है। उन्होंने अब फिल्मों के लिए गीत गाना बंद कर दिया है। दरअसल, उन्हें अश्लील और पॉप गीत गाना पसंद नहीं है। अब वे भजन और आरती ही गाती हैं। हमने जेल में उनसे प्रार्थना गीत गवाया है, जो थीम सॉन्ग है। इस प्रार्थना गीत के लिए हमें ऐसी आवाज चाहिए थी, जो प्रेरणादायक लगे। मैंने लता जी के साथ पेज थ्री में भी काम किया था। नसीब वाला हूं कि मुझे उनके साथ फिर काम करने को मिला। समीर टंडन ने अब तक नौ फिल्मों में संगीत दिए हैं। उन्होंने फिल्म स्टंप्ड से अपने करिअर की शुरुआत की थी। एमबीए करने के बाद वे एक कंपनी में सीईओ के पद पर काम कर रहे थे, लेकिन संगीत से प्यार था, जो उन्हें खींचकर फिल्म इंडस्ट्री में ले आया। समीर बताते हैं, संगीत मुझे ईश्वर से उपहार में मिला है। मुझे हर तरह का संगीत पसंद है और मैं हर तरह का संगीत सुनता हूं। खुश हूं कि लोग मेरे संगीत को पसंद कर रहे हैं। समीर टंडन को दुख है कि उन्होंने जिन फिल्मों में संगीत दिए, वे नहीं चलीं। कहते हैं, मेरे गाने हमेशा हिट हुए हैं, लेकिन फिल्में नहीं चलीं। इसी वजह से मेरा नाम उतना चर्चित नहीं हो पाया। वे आगे कहते हैं, फिल्म जेल के अलावा मैंने क्लिक, चीयर्स, लूट, मुंबई चकाचक और हवाई दादा फिल्मों में संगीत दिया है। उम्मीद करता हूं, इन फिल्मों के गीतों को भी लोग पसंद करेंगे।
जेल में कुल तीन गाने हैं और तीनों अलग फ्लेवर वाले। समीर बताते हैं, मधुर की पिछली फिल्मों में भी तीन-तीन गाने ही थे। मैं उनसे कहता हूं कि गानों के लिए स्पेस निकालिए, लेकिन वे कहते हैं कि रिअलिस्टिक फिल्मों में गानों के लिए अधिक स्पेस नहीं होता। जेल के गीत के बारे में समीर कहते हैं, पहला गाना प्रार्थना है, जिसे लता जी ने गाया है। दूसरा आइटम गीत है। उसके बोल हैं, बरेली के बाजार में. और तीसरा रोमांटिक पॉप गाना है। खुशी की बात है कि तीनों गाने लोगों को पसंद आ रहे हैं।
लता जी की आवाज में गाया जेल का प्रार्थना गीत दाता सुन ले.. हर मजहब के लोगों को भा रहा है। समीर कहते हैं, लता जी के साथ काम करना मेरे लिए उपलब्धि है। उन्होंने अब फिल्मों के लिए गीत गाना बंद कर दिया है। दरअसल, उन्हें अश्लील और पॉप गीत गाना पसंद नहीं है। अब वे भजन और आरती ही गाती हैं। हमने जेल में उनसे प्रार्थना गीत गवाया है, जो थीम सॉन्ग है। इस प्रार्थना गीत के लिए हमें ऐसी आवाज चाहिए थी, जो प्रेरणादायक लगे। मैंने लता जी के साथ पेज थ्री में भी काम किया था। नसीब वाला हूं कि मुझे उनके साथ फिर काम करने को मिला। समीर टंडन ने अब तक नौ फिल्मों में संगीत दिए हैं। उन्होंने फिल्म स्टंप्ड से अपने करिअर की शुरुआत की थी। एमबीए करने के बाद वे एक कंपनी में सीईओ के पद पर काम कर रहे थे, लेकिन संगीत से प्यार था, जो उन्हें खींचकर फिल्म इंडस्ट्री में ले आया। समीर बताते हैं, संगीत मुझे ईश्वर से उपहार में मिला है। मुझे हर तरह का संगीत पसंद है और मैं हर तरह का संगीत सुनता हूं। खुश हूं कि लोग मेरे संगीत को पसंद कर रहे हैं। समीर टंडन को दुख है कि उन्होंने जिन फिल्मों में संगीत दिए, वे नहीं चलीं। कहते हैं, मेरे गाने हमेशा हिट हुए हैं, लेकिन फिल्में नहीं चलीं। इसी वजह से मेरा नाम उतना चर्चित नहीं हो पाया। वे आगे कहते हैं, फिल्म जेल के अलावा मैंने क्लिक, चीयर्स, लूट, मुंबई चकाचक और हवाई दादा फिल्मों में संगीत दिया है। उम्मीद करता हूं, इन फिल्मों के गीतों को भी लोग पसंद करेंगे।
-raghuvendra singh
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