
अदिति सजवान खुश हैं कि अब मीरा सीरियल में उन्हें अपनी उम्र का किरदार निभाने का मौका मिला है। अदिति कहती हैं, इस वक्त सीरियल में मीरा के किशोरावस्था की कहानी दिखायी जा रही है, लेकिन चूंकि वे विधवा हैं इसलिए अधिक धीर गंभीर नजर आ रही हैं। अदिति बताती हैं कि मीरा के किरदार के लिए उन्हें किसी प्रकार की तैयारी नहीं करनी पड़ी। वे कहती हैं, मैं सेट पर जैसे ही मीरा का ड्रेस पहनती हूं, अपने आप उस चरित्र के करीब पहुंच जाती हूं। उसके बाद मैं मीरा के दुख को महसूस करती हूं और शॉट दे देती हूं। अदिति यह बात जोड़ती हैं कि यशोदा की तरह मीरा के किरदार ने अप्रत्यक्ष रूप से उनकी सोच एवं व्यक्तित्व को प्रभावित किया है। वे कहती हैं, इन दोनों किरदारों ने मुझे उन्नीस साल की उम्र में मेच्योर बना दिया है। मुझे अच्छे-बुरे लोगों की परख हो गई है।
साढ़े तीन साल पहले अदिति देहरादून से मुंबई पढ़ाई करने आयी थीं। वे मुंबई में बैचलर ऑफ मॉस मीडिया की पढ़ाई कर रही थीं कि उन्हें जी टीवी के सीरियल मेरी डोली तेरे अंगना में ब्रेक मिल गया। उसके बाद वे एक्टिंग में आ गईं। अदिति बताती हैं, बचपन से एक्टिंग में कॅरियर बनाने का मेरा इरादा था और शायद मेरी किस्मत में भी इसी फील्ड में आना लिखा था। तभी तो बिना स्ट्रगल किए मुझे मेरी डोली तेरे अंगना और फिर जय श्री कृष्ण में काम मिल गया। खुशी की बात यह है कि मुझे दर्शकों की स्वीकृति भी मिल गई। अदिति बताती हैं कि उन्होंने एक्टिंग की फॉर्मल ट्रेनिंग नहीं ली है। वे बचपन से कला से जुड़ी हैं। अदिति की जुबानी, जब लोग एक्टिंग की ट्रेनिंग की बात करते हैं तो मुझे अजीब लगता है। एक्टिंग ट्रेनिंग से नहीं आती। यह आपके अंदर होती है।
अदिति सजवान का लक्ष्य एक्टिंग में बुलंदी पर पहुंचना है। वे बताती हैं, मम्मी पापा से मुझे सीख मिली है कि हमेशा लीक से हटकर काम करना चाहिए। अपनी अलग पहचान बनानी चाहिए। मेरे पास रेग्युलर सास-बहू सीरियल के ऑफर आते हैं, लेकिन मैं उनमें काम करने से मना कर देती हूं। मैं सीरियल में काम करूं या फिल्मों में हमेशा नए और चैलेंजिंग किरदार मेरी प्राथमिकता होंगे। मैं ऑडियंस से गुजारिश करूंगी कि जैसे उन्होंने अब तक मुझे प्यार दिया है, वैसे ही भविष्य में भी अपना प्यार दें। उनका प्यार ही मुझे बुलंदी पर ले जाएगा।
-रघुवेन्द्र सिंह
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