लोकप्रिय संगीतकार-गायक हिमेश रेशमिया अब फिल्म इंडस्ट्री के व्यस्त कलाकार हो चुके हैं। इस साल उन्होंने पांच फिल्मों रेडियो, कजरारे, इश्क अनप्लग्ड, ए न्यू लव स्टोरी और मुड़ मुड़ के ना देख मुड़ मुड़ के की शूटिंग खत्म की है, जिनमें से फिल्म रेडियो रिलीज होने वाली है। बातचीत होती है हिमेश से तो उनसे पहला सवाल होता है कि फिल्म आपका सुरूर और कर्ज की तरह आपने रेडियो के लिए भी विशेष लुक अपनाया है? वे कहते हैं, हां, मैं रेडियो में आरजे विवान शाह का रोल कर रहा हूं। इसके लिए मैंने बाल छोटे करवाए। विवान छोटे शहर का लड़का है। उसकी पृष्ठभूमि को ध्यान में रखकर मैंने ऐसा किया। फिल्म में लोगों को लुक के साथ मेरी परफॉर्मेस का भी नया रंग देखने को मिलेगा। मैंने फिल्म के लिए पहली बार एक्टिंग की वर्कशॉप अटेंड की। मैं एक तरह के लुक, एक्टिंग और संगीत से लोगों को बोर नहीं करना चाहता। हर फिल्म में दर्शकों के सामने नए अंदाज में आऊंगा।
उनसे अगला सवाल होता है कि रेडियो की कहानी क्या है? वे बताते हैं, यह छोटे शहर के मध्य वर्गीय लड़के विवान की कहानी है। वह मुंबई में आरजे की नौकरी करता है। विवान लोगों की प्यार की समस्याएं हल करता है, जबकि निजी जिंदगी में प्यार की समस्या के कारण पत्नी से उसका तलाक हो चुका है। जब उसकी जिंदगी में दूसरी लड़की शान्या आती है, तो उसकी खुशियां वापस लौटने लगती हैं। इसी बीच उसकी पत्नी दोस्त बनकर उसके पास वापस आती है और फिर लव ट्रेंगल शुरू हो जाता है। यह एक रोमांटिक कॉमेडी है। इस फिल्म से महानगर और छोटे शहर के दर्शक जुड़ाव महसूस करेंगे।
रेडियो के प्रदर्शित होने से पहले हिमेश से इसे हिट घोषित कर दिया है। क्या यह पब्लिक को आकर्षित करने का नया तरीका है? वे इस बारे में कहते हैं, मेरे बोलने से फिल्म हिट या फ्लॉप नहीं हो सकती। मैं इतना कह रहा हूं कि इसकी लागत छह करोड़ रुपये है और वह पैसा फिल्म के म्यूजिक, वीडियो राइट और डिस्ट्रीब्यूशन से वापस आ गया है। अब थिएटर से जो पैसा आएगा, वह मुनाफा होगा। रेडियो प्राइस वाइज हिट है।
हिमेश कहते हैं कि रेडियो से खुद को ऐक्टर के रूप में साबित करेंगे। क्या मानते हैं कि पब्लिक ने अभी तक आपको ऐक्टर के रूप में स्वीकार नहीं किया है? उनका कहना है, पब्लिक मुझे म्यूजिक डायरेक्टर, सिंगर और ऐक्टर के रूप में स्वीकार कर चुकी है। ऐक्टर के लिए उसकी हर फिल्म चुनौती होती है। इस फिल्म में मैंने नेचुरल एक्टिंग की है, जो बहुत मुश्किल होता है। मुझे उम्मीद है, रेडियो के प्रदर्शन के बाद मेरी गिनती मंझे हुए कलाकारों में होने लगेगी।
क्या सच है कि रेडियो की मेकिंग में आपका हस्तक्षेप रहा? हिमेश इस सवाल पर कहते हैं, फिल्म के निर्देशक ईशान त्रिवेदी हैं। मैं शूटिंग के दौरान फिल्म से जुड़ी हर चीज के बारे में ईशान से डिस्कस करता था। मैं फिल्म का हीरो हूं और जब तक सारी चीजों को समझूंगा नहीं, अपने काम को अछी तरह कैसे करूंगा? मैंने फिल्म के निर्देशन में हस्तक्षेप नहीं किया और न ही भविष्य में कभी ऐसा करूंगा।
फिल्म के गीत मन का रेडियो.. से हिमेश ने पांच सौ गीतों का सफर पूरा किया है। अभी तक के अपने सुरीले सफर को कैसे बयां करेंगे? वे बताते हैं, मैंने इस फील्ड में जो भी किया है, सभी को लोगों ने पसंद किया है। रेडियो के सभी गाने लोग खूब सुन रहे हैं। मैं अपने संगीत की वजह से ही आज इस मुकाम पर हूं। मैं लोगों का शुक्रिया कहना चाहूंगा और गुजारिश करूंगा कि लोग आगे भी मुझे प्यार देते रहें। हिमेश अपनी नई फिल्मों के बारे में बताते हैं, फिल्म कजरारे, ए न्यू लव स्टोरी, इश्क अनप्लग्ड और मुड़ मुड़ के ना देख.. की शूटिंग पूरी हो चुकी है। अगले साल फरवरी में कजरारे आएगी और उसके बाद इश्क अनप्लग्ड। मेरी तीन नई फिल्म भी शुरू होने जा रही है।
उनसे अगला सवाल होता है कि रेडियो की कहानी क्या है? वे बताते हैं, यह छोटे शहर के मध्य वर्गीय लड़के विवान की कहानी है। वह मुंबई में आरजे की नौकरी करता है। विवान लोगों की प्यार की समस्याएं हल करता है, जबकि निजी जिंदगी में प्यार की समस्या के कारण पत्नी से उसका तलाक हो चुका है। जब उसकी जिंदगी में दूसरी लड़की शान्या आती है, तो उसकी खुशियां वापस लौटने लगती हैं। इसी बीच उसकी पत्नी दोस्त बनकर उसके पास वापस आती है और फिर लव ट्रेंगल शुरू हो जाता है। यह एक रोमांटिक कॉमेडी है। इस फिल्म से महानगर और छोटे शहर के दर्शक जुड़ाव महसूस करेंगे।
रेडियो के प्रदर्शित होने से पहले हिमेश से इसे हिट घोषित कर दिया है। क्या यह पब्लिक को आकर्षित करने का नया तरीका है? वे इस बारे में कहते हैं, मेरे बोलने से फिल्म हिट या फ्लॉप नहीं हो सकती। मैं इतना कह रहा हूं कि इसकी लागत छह करोड़ रुपये है और वह पैसा फिल्म के म्यूजिक, वीडियो राइट और डिस्ट्रीब्यूशन से वापस आ गया है। अब थिएटर से जो पैसा आएगा, वह मुनाफा होगा। रेडियो प्राइस वाइज हिट है।
हिमेश कहते हैं कि रेडियो से खुद को ऐक्टर के रूप में साबित करेंगे। क्या मानते हैं कि पब्लिक ने अभी तक आपको ऐक्टर के रूप में स्वीकार नहीं किया है? उनका कहना है, पब्लिक मुझे म्यूजिक डायरेक्टर, सिंगर और ऐक्टर के रूप में स्वीकार कर चुकी है। ऐक्टर के लिए उसकी हर फिल्म चुनौती होती है। इस फिल्म में मैंने नेचुरल एक्टिंग की है, जो बहुत मुश्किल होता है। मुझे उम्मीद है, रेडियो के प्रदर्शन के बाद मेरी गिनती मंझे हुए कलाकारों में होने लगेगी।
क्या सच है कि रेडियो की मेकिंग में आपका हस्तक्षेप रहा? हिमेश इस सवाल पर कहते हैं, फिल्म के निर्देशक ईशान त्रिवेदी हैं। मैं शूटिंग के दौरान फिल्म से जुड़ी हर चीज के बारे में ईशान से डिस्कस करता था। मैं फिल्म का हीरो हूं और जब तक सारी चीजों को समझूंगा नहीं, अपने काम को अछी तरह कैसे करूंगा? मैंने फिल्म के निर्देशन में हस्तक्षेप नहीं किया और न ही भविष्य में कभी ऐसा करूंगा।
फिल्म के गीत मन का रेडियो.. से हिमेश ने पांच सौ गीतों का सफर पूरा किया है। अभी तक के अपने सुरीले सफर को कैसे बयां करेंगे? वे बताते हैं, मैंने इस फील्ड में जो भी किया है, सभी को लोगों ने पसंद किया है। रेडियो के सभी गाने लोग खूब सुन रहे हैं। मैं अपने संगीत की वजह से ही आज इस मुकाम पर हूं। मैं लोगों का शुक्रिया कहना चाहूंगा और गुजारिश करूंगा कि लोग आगे भी मुझे प्यार देते रहें। हिमेश अपनी नई फिल्मों के बारे में बताते हैं, फिल्म कजरारे, ए न्यू लव स्टोरी, इश्क अनप्लग्ड और मुड़ मुड़ के ना देख.. की शूटिंग पूरी हो चुकी है। अगले साल फरवरी में कजरारे आएगी और उसके बाद इश्क अनप्लग्ड। मेरी तीन नई फिल्म भी शुरू होने जा रही है।
-raghuvendra Singh
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