Thursday, June 19, 2008

और बढ़ेगा एनिमेशन फिल्मों का बाजार


सन 2005 में आई वी.जी. सामंत की फिल्म हनुमान की जबरदस्त बॉक्स-ऑफिस सफलता के बाद एनिमेशन फिल्मों के निर्माण में हिंदी फिल्मों के निर्माता-निर्देशक जमकर दिलचस्पी ले रहे हैं। यही वजह है कि यदा-कदा थिएटरों में दिखने वाली एनिमेशन फिल्मों की अब लाइन लगी हुई है।
एनिमेशन फिल्मों का आगमन
वी.जी. सामंत ने सन 2005 में पूरी तरह से एनिमेटेड फिल्म हनुमान बनाई। हनुमान हिट हुई। उसके बाद एक के बाद एक निर्माता एनिमेशन फिल्मों के निर्माण की घोषणा करने लगे। निर्माता रवि चोपड़ा कहते हैं, यह सिने विधा अभी भारतीय दर्शकों के लिए नई है। लोग इनके प्रति सकारात्मक उत्साह दिखा रहे हैं। यही वजह है कि इनके निर्माण में तेजी से वृद्धि हो रही है। उल्लेखनीय है गत तीन सालों में कृष्णा, माई फ्रेंड गणेशा, बाल गणेश, रिटर्न ऑफ हनुमान प्रदर्शित हो चुकी हैं।
आए बड़े-बड़े निर्माता
आगामी कुछ सालों में यशराज, एडलैब्स, यूटीवी, परसेप्ट पिक्चर कंपनी, पिरामिड साइमिरा जैसे नामी बैनरों की बड़ी एनिमेशन फिल्में रिलीज होंगी। हाल-फिलहाल रिलीज होने वाली फिल्म की बात करें, तो सबसे पहले शेमारू एंटरटेनमेंट की फिल्म घटोत्कच आएगी। उसके बाद विमल शाह की दशावतार और फिर यशराज कैंप की कई बड़े सितारों के आवाज से सजी फिल्म रोडसाइड रोमियो रिलीज होगी। दिलचस्प बात यह है कि इन फिल्मों में सामान्य हिंदी फिल्मों की तरह ही महंगे गीत-संगीत, आकर्षक नृत्य और बड़े कलाकार जुड़ रहे हैं। जुगल हंसराज निर्देशित रोडसाइड रोमियो इसका ताजा उदाहरण है, जिसमें करीना कपूर और सैफ अली खान सरीखे सितारों की आवाज गूंजेगी। उसके बाद रायजादा रोहित जयसिंह वैद्य की महायोद्धा राम, कुमार मंगत की टूनपुर का सुपरहीरो, करण जौहर की कुछ-कुछ होता है, एल्कॉम एंटरटेनमेंट की चीटी-चीटी बैंग बैंग, गोविंद निहलानी की कमलू, मनमोहन शेट्टी की रजनीकांत के प्रोडक्शन हाउस के साथ निर्मित सुल्तान-द वारिअॅर, रवि चोपड़ा की हम पांच आदि फिल्में प्रदर्शित होंगी। करण जौहर की तरह ही फिरोज नाडियाडवाला अपनी फिल्मों हेरा-फेरी और फिर हेरा-फेरी का एनिमेशन वर्जन और रामायण व महाभारत फिल्मों का निर्माण कर रहे हैं। प्रीतीश नंदी अपनी रिलीज हो चुकी फिल्मों खाकी, एक खिलाड़ी एक हसीना, चमेली, प्यार के साइड इफेक्ट्स का एनिमेशन वर्जन बनाने में जुटे हुए हैं। इस बाबत पूछने पर प्रीतीश नंदी कहते हैं, मुझे लगता है कि दर्शक इन फिल्मों के एनिमेशन वर्जन का आनंद उठाएंगे। एनिमेशन एक मजेदार सिने विधा है। बाकी तो दर्शक ही तय करेंगे कि हम लोग भविष्य में ऐसा कदम उठाएं या नहीं! यू टीवी मोशन पिक्चर्स आगामी महीनों में अलीबाबा, अर्जुन और ड्रीमब्लैंकेट नाम की एनिमेशन फिल्में बनाने की योजना बना रहा है। इसके अतिरिक्त अनुभव सिन्हा श्लोक नाम की एनिमेशन फिल्म, परसेप्ट पिक्चर कंपनी जंबो और द इंडियन फिल्म कंपनी तीन हॉरर फिल्मों की घोषणा करने वाला है। इन फिल्मों का बजट दस-पन्द्रह करोड़ रुपये बताए जा रहे हैं।
एनिमेशन फिल्मों का सिक्वल
हिंदी फिल्मों का सिक्वल बनाने का साहस जुटाने में निर्माताओं को सालों लग गए, लेकिन एनिमेशन फिल्मों का सिक्वल अभी से बनने लगा है। वी.जी. सामंत की फिल्म हनुमान का सिक्वल रिटर्न ऑफ हनुमान रिलीज भी हो चुका है। माई फ्रेंड गणेशा के निर्माता अपूर्व शाह आजकल गणेश रॉक्स न्यूयॉर्क बना रहे हैं।
बाजार और भविष्य
विशेषज्ञों की मानें, तो सन 2009 तक भारतीय एनिमेशन फिल्म बाजार नौ सौ मिलियन डॉलर का हो जाएगा। निर्माता रवि चोपड़ा कहते हैं, एनिमेशन फिल्में अभी धीमी गति से आगे बढ़ रही हैं। आने वाले समय में ये फिल्में अच्छा बिजनेस करेंगी। ट्रेड विश्लेषक तरण आदर्श कहते हैं, एनिमेशन फिल्मों का बाजार भविष्य में बहुत फलेगा-फूलेगा और पैसा भी खूब कमा कर देगा।
-रघुवेंद्र सिंह

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