Thursday, May 5, 2011

दिल की सुनती हूं-श्रद्धा कपूर


शक्ति कपूर की बेटी श्रद्धा कपूर की पहली फिल्म 'तीन पत्ती' के प्रदर्शन के बाद यशराज ने अपने नए बैनर वाई फिल्म्स में श्रद्धा के साथ तीन फिल्मों का काट्रैक्ट साइन किया था। वाई फिल्म्स में श्रद्धा की पहली फिल्म है 'लव का द एंड'

'लव का द एंड' से जुड़ने की खास वजह क्या रही?
मैं ऐसी लड़की का रोल नहीं करूंगी जो उम्र में मुझसे बड़ी होगी। वैसे किरदार से मैं रिलेट नहीं कर पाती। मैं खुश हूं कि यशराज ने वाई फिल्म्स जैसा बैनर शुरू किया, जिसमें मेरे जैसे यग कलाकारों को उनके उम्र के अनुकूल किरदार करने का मौका मिल रहा है। मैं इसमें 18 साल की लड़की रिया का रोल कर रही हूं।
रिया की कहानी है यह फिल्म। क्या खास बात है रिया में?
रिया सिपल और ट्रेडीशनल है। वह गर्ल नेक्स्ट डोर है। लव उसका पहला प्यार है। यह फिल्म एक दिन की कहानी है। लव रिया के साथ कुछ ऐसा करता है कि रिया का दिल टूट जाता है। बाद में उसे रियलाइज होता है कि वह आठवें दशक की लड़की नहीं हैं। वह लव का बैंड बजाने का फैसला करती है।
लव से प्यार करने वाली या लव का बैंड बजाने वाली, आप किस रिया से रिलेट करती हैं?
मैं लव से प्यार करने वाली रिया से ज्यादा रिलेट करती हूं क्योंकि मैं बहुत इमोशनल हूं। रिया की तरह अपने दिल की सुनती हूं। मैं लव का बैंड बजाने वाली रिया से भी थोड़ा रिलेट करती हूं क्योंकि मैं एक लड़के का बैंड बजा चुकी हूं। लव से बदला लेने के लिए रिया हर लिमिट क्रास करती है, मैं वैसा नहीं कर सकती।
आज के यूथ को कैसे परिभाषित करेंगी?
यूथ इंडीपेंडेंट है। यूथ अगर किसी कॉज में बिलीव करता है तो उसे पुश करने के लिए हर कदम उठाता है। आज का यूथ किसी से डरता नहीं है। यूथ अपने पैरेंट्स से खुलकर कहते हैं कि वे लाइफ में क्या करना चाहते हैं।
'लव का द एंड' क्या छोटे शहर के दर्शकों को आकर्षित करेगी?
मुझे ऐसा लगता है। यह फिल्म यूथ के लिए बनाई गई है। अगर यह मेट्रो सिटी की ऑडियस के दिल को छू ले तो भी मैं बहुत खुश हूं। मैं बहुत छोटी हूं। छोटे शहरों की ऑडियस तक भी एक दिन पहुंच जाऊंगी।
-रघुवेंद्र सिंह 

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