छोटे पर्दे की रानी मानी जाने वाली एकता कपूर ने हाल ही में जुहू स्थित अपने कृष्णा निवास पर दो नए धारावाहिक बंदिनी और कितनी मोहब्बत है को लॉन्च किया। इन धारावाहिकों का प्रसारण एनडीटीवी इमेजिन पर हो रहा है। बंदिनी में जहां रोनित रॉय और आसिया काजी केंद्रीय भूमिका में हैं, वहीं कितनी मोहब्बत है में नए चेहरे करण कुंद्रा के साथ कृतिका कामरा और हितेन तेजवानी, नीना गुप्ता, सुधा शिवपुरी आदि नजर आ रहे हैं। प्रस्तुत है, एकता कपूर से इन धारावाहिकों को लेकर बातचीत..।
बंदिनी और कितनी मोहब्बत है की क्या खासियत है?
ये दोनों बालाजी टेलीफिल्म्स के अब तक के सभी धारावाहिकों से अलग हैं। बंदिनी जहां छोटे-छोटे गांव में होने वाली बेमेल शादियों की समस्या पर आधारित है, वहीं कितनी मोहब्बत है एक सीधी-सादी प्रेम कहानी है। इन धारावाहिकों में न तो एक्स्ट्रा मैरिटल अफेयर और न ही साजिशों का जंजाल दिखाया गया है। इस धारावाहिक के माध्यम से मैंने यह बताने की कोशिश की है कि प्यार किसी भी व्यक्ति को अविश्वसनीय रूप से बदल सकता है। मैंने कोशिश की है कि दर्शकों को कुछ नया दे सकूं। मुझे उम्मीद ही नहीं, बल्कि विश्वास है कि ये दोनों शो मेरे पहले के धारावाहिकों की तरह ही टीवी जगत में फिर से इतिहास जरूर रचेंगे। मेरी समझ से इस तरह के धारावाहिक छोटे पर्दे पर अभी तक नहीं आए हैं।
एनडीटीवी इमेजिन के साथ कैसे जुड़ना हुआ?
इसके सीईओ समीर नायर को मैं पहले से जानती हूं। उन्हीं की वजह से मैं इस चैनल से जुड़ी। उन्होंने जब मुझसे नए धारावाहिक के निर्माण के लिए संपर्क किया, तो मुझे खुशी हुई और मैंने तय किया कि उनके लिए ऐसे धारावाहिक का निर्माण करूंगी, जो अब तक छोटे पर्दे पर नहीं आए हों। मैं एनडीटीवी के साथ जुड़कर बहुत खुश हूं। उम्मीद है कि मेरे धारावाहिक उनके चैनल के लिए फायदेमंद साबित होंगे।
बीते साल आपके सभी लोकप्रिय शो बंद हो गए। अब कहा जाने लगा है कि टीवी पर आपका राज खत्म हो चुका है?
यदि लोग ऐसा कह रहे हैं, तो मैं क्या कर सकती हूं। मुझे भी यह स्वीकारने में कोई हर्ज नहीं है कि मेरा राज अब खत्म हो चुका है, लेकिन हां, मैंने अभी हार नहीं मानी है। मैं अच्छी कहानियों को देख रही हूं। मैं पहले की तरह ही नए धारावाहिकों का निर्माण कर रही हूं और दर्शकों का दिल जीतने की कोशिश में लगी हूं।
बंदिनी और कितनी मोहब्बत है की क्या खासियत है?
ये दोनों बालाजी टेलीफिल्म्स के अब तक के सभी धारावाहिकों से अलग हैं। बंदिनी जहां छोटे-छोटे गांव में होने वाली बेमेल शादियों की समस्या पर आधारित है, वहीं कितनी मोहब्बत है एक सीधी-सादी प्रेम कहानी है। इन धारावाहिकों में न तो एक्स्ट्रा मैरिटल अफेयर और न ही साजिशों का जंजाल दिखाया गया है। इस धारावाहिक के माध्यम से मैंने यह बताने की कोशिश की है कि प्यार किसी भी व्यक्ति को अविश्वसनीय रूप से बदल सकता है। मैंने कोशिश की है कि दर्शकों को कुछ नया दे सकूं। मुझे उम्मीद ही नहीं, बल्कि विश्वास है कि ये दोनों शो मेरे पहले के धारावाहिकों की तरह ही टीवी जगत में फिर से इतिहास जरूर रचेंगे। मेरी समझ से इस तरह के धारावाहिक छोटे पर्दे पर अभी तक नहीं आए हैं।
एनडीटीवी इमेजिन के साथ कैसे जुड़ना हुआ?
इसके सीईओ समीर नायर को मैं पहले से जानती हूं। उन्हीं की वजह से मैं इस चैनल से जुड़ी। उन्होंने जब मुझसे नए धारावाहिक के निर्माण के लिए संपर्क किया, तो मुझे खुशी हुई और मैंने तय किया कि उनके लिए ऐसे धारावाहिक का निर्माण करूंगी, जो अब तक छोटे पर्दे पर नहीं आए हों। मैं एनडीटीवी के साथ जुड़कर बहुत खुश हूं। उम्मीद है कि मेरे धारावाहिक उनके चैनल के लिए फायदेमंद साबित होंगे।
बीते साल आपके सभी लोकप्रिय शो बंद हो गए। अब कहा जाने लगा है कि टीवी पर आपका राज खत्म हो चुका है?
यदि लोग ऐसा कह रहे हैं, तो मैं क्या कर सकती हूं। मुझे भी यह स्वीकारने में कोई हर्ज नहीं है कि मेरा राज अब खत्म हो चुका है, लेकिन हां, मैंने अभी हार नहीं मानी है। मैं अच्छी कहानियों को देख रही हूं। मैं पहले की तरह ही नए धारावाहिकों का निर्माण कर रही हूं और दर्शकों का दिल जीतने की कोशिश में लगी हूं।
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