अभिनेता रेहान खान ने 2006 में रोमांटिक फिल्म जाना -लेट्स फॉल इन लव से ऐक्टिंग वर्ल्ड में रखा था। उसके बाद वे फिल्म आवारापन में मेहमान भूमिका में दिखे। अब रेहान की अंजुम रिजवी निर्मित फिल्म फास्ट फारवर्ड आएगी। वे इसमें मुख्य भूमिका निभा रहे हैं। लेखक-निर्देशक शाहरुख मिर्जा के बेटे हैं रेहान, जिन्होंने कसमें वादे और धनवान जैसी लोकप्रिय फिल्में लिखी थीं। पिछले दिनों रेहान से बातचीत हुई। प्रस्तुत हैं, उसके अंश..
फास्ट फारवर्ड किस तरह की फिल्म है?
यह डांस की लोकप्रिय विधा हिप-हॉप पर आधारित है। कहानी दो डांस ग्रुप की है। एक अमीर लड़कों का सिद एन ग्रुप है और दूसरा गरीब लड़कों का ऋषि एन है। अलग फेम अक्षय कपूर इसमें सिद्धार्थ की भूमिका में हैं। मैं इसमें मुंबई के नाला सोपारा इलाके में रहने वाले युवक ऋषि की भूमिका निभा रहा हूं, जो गरीब है। ऋषि गुमनामी के अंधेरे से कैसे चमकती दुनिया का हिस्सा बनता है, यह एक दिलचस्प किस्सा है। फिल्म का खास आकर्षण हिप-हॉप डांस है। इसमें विनोद खन्ना और महेश मांजरेकर भी हैं। इसमें मेरे अॅपोजिट कोई हीरोइन नहीं है। बस कुछ पल के लिए मुझे अंजना सुखानी का साथ मिला है।
हिप-हॉप डांस की मुश्किल विधा है। क्या आपने इसका प्रशिक्षण लिया था?
हमारी ट्रेनिंग के लिए अमेरिका से डांस टीचर बुलाए गए थे। वाकई हिप-हॉप बहुत मुश्किल डांस है। ट्रेनिंग के दौरान मुझे बहुत परेशानी हुई। मैंने श्यामक डावर से डांस सीखा है। उनसे डांस सीखने का मेरा अनुभव सुखद रहा। हिप-हॉप हमारे लिए चुनौती थी।
इस फिल्म को अपने करियर के लिए कितना महत्वपूर्ण मानते हैं?
यह फिल्म मेरी पहली फिल्म की तरह बेहद खास है। वैसे, मैं हर फिल्म को दिल के करीब रखता हूं, लेकिन इन दिनों छोटी-छोटी फिल्में करके आगे बढ़ने की कोशिश कर रहा हूं। मेरे पास ज्यादा विकल्प नहीं हैं। मेरे पिता आज होते, तो मुझे आगे बढ़ते देख कर बहुत खुश होते। वे चाहते थे कि मैं बड़ा ऐक्टर बनूं। सच तो यह है कि यदि फिल्म सफल होती है, तो निश्चित ही मेरे करियर को लाभ मिलेगा।
आप संगीत सिवन की क्लिक और कबीर सदाना की फिल्म तुम मिलो तो सही भी कर रहे हैं?
हां। संगीत की फिल्म में मैं मेहमान भूमिका में हूं। उसमें श्रेयस तलपड़े मुख्य भूमिका में हैं। संगीत मेरे मित्र हैं, इसलिए मैंने उनकी फिल्म की। कबीर की तुम मिलो तो सही में मैं मुख्य भूमिका में हूं। यह एक रोमांटिक फिल्म है। उसमें नाना पाटेकर, डिंपल कपाडि़या, सुनील शेट्टी, विद्या मालवदे और अंजना सुखानी भी अहम भूमिकाओं में नजर आएंगे।
फास्ट फारवर्ड में विनोद खन्ना और कबीर की फिल्म में नाना पाटेकर, डिंपल कपाडि़या और सुनील शेट्टी जैसे सीनियर कलाकारों के साथ काम करने का अनुभव कैसा रहा?
सब में एक बात समान थी कि ये जैसे दिखते हैं, हकीकत में वैसे हैं नहीं। नाना गुस्सैल दिखते हैं, लेकिन वे नरमदिल इनसान हैं। सीनियर कलाकारों में बड़प्पन साफ झलकता है। सभी ने मुझे प्रोत्साहित किया। मैं लकी हूं कि मुझे करियर के शुरुआती दिनों में ही इन कलाकारों के साथ काम करने का अवसर मिला।
इनके अलावा कोई और फिल्म भी कर रहे हैं?
कबीर सदाना से बात चल रही है। उनकी अगली फिल्म में मैं नजर आऊंगा। इस साल एक के बाद एक मेरी सभी फिल्में प्रदर्शित होंगी। यदि उनमें मेरे काम की सराहना हुई, तो निश्चित ही कुछ और फिल्में साइन करूंगा।
-रघुवेंद्र सिंह
फास्ट फारवर्ड किस तरह की फिल्म है?
यह डांस की लोकप्रिय विधा हिप-हॉप पर आधारित है। कहानी दो डांस ग्रुप की है। एक अमीर लड़कों का सिद एन ग्रुप है और दूसरा गरीब लड़कों का ऋषि एन है। अलग फेम अक्षय कपूर इसमें सिद्धार्थ की भूमिका में हैं। मैं इसमें मुंबई के नाला सोपारा इलाके में रहने वाले युवक ऋषि की भूमिका निभा रहा हूं, जो गरीब है। ऋषि गुमनामी के अंधेरे से कैसे चमकती दुनिया का हिस्सा बनता है, यह एक दिलचस्प किस्सा है। फिल्म का खास आकर्षण हिप-हॉप डांस है। इसमें विनोद खन्ना और महेश मांजरेकर भी हैं। इसमें मेरे अॅपोजिट कोई हीरोइन नहीं है। बस कुछ पल के लिए मुझे अंजना सुखानी का साथ मिला है।
हिप-हॉप डांस की मुश्किल विधा है। क्या आपने इसका प्रशिक्षण लिया था?
हमारी ट्रेनिंग के लिए अमेरिका से डांस टीचर बुलाए गए थे। वाकई हिप-हॉप बहुत मुश्किल डांस है। ट्रेनिंग के दौरान मुझे बहुत परेशानी हुई। मैंने श्यामक डावर से डांस सीखा है। उनसे डांस सीखने का मेरा अनुभव सुखद रहा। हिप-हॉप हमारे लिए चुनौती थी।
इस फिल्म को अपने करियर के लिए कितना महत्वपूर्ण मानते हैं?
यह फिल्म मेरी पहली फिल्म की तरह बेहद खास है। वैसे, मैं हर फिल्म को दिल के करीब रखता हूं, लेकिन इन दिनों छोटी-छोटी फिल्में करके आगे बढ़ने की कोशिश कर रहा हूं। मेरे पास ज्यादा विकल्प नहीं हैं। मेरे पिता आज होते, तो मुझे आगे बढ़ते देख कर बहुत खुश होते। वे चाहते थे कि मैं बड़ा ऐक्टर बनूं। सच तो यह है कि यदि फिल्म सफल होती है, तो निश्चित ही मेरे करियर को लाभ मिलेगा।
आप संगीत सिवन की क्लिक और कबीर सदाना की फिल्म तुम मिलो तो सही भी कर रहे हैं?
हां। संगीत की फिल्म में मैं मेहमान भूमिका में हूं। उसमें श्रेयस तलपड़े मुख्य भूमिका में हैं। संगीत मेरे मित्र हैं, इसलिए मैंने उनकी फिल्म की। कबीर की तुम मिलो तो सही में मैं मुख्य भूमिका में हूं। यह एक रोमांटिक फिल्म है। उसमें नाना पाटेकर, डिंपल कपाडि़या, सुनील शेट्टी, विद्या मालवदे और अंजना सुखानी भी अहम भूमिकाओं में नजर आएंगे।
फास्ट फारवर्ड में विनोद खन्ना और कबीर की फिल्म में नाना पाटेकर, डिंपल कपाडि़या और सुनील शेट्टी जैसे सीनियर कलाकारों के साथ काम करने का अनुभव कैसा रहा?
सब में एक बात समान थी कि ये जैसे दिखते हैं, हकीकत में वैसे हैं नहीं। नाना गुस्सैल दिखते हैं, लेकिन वे नरमदिल इनसान हैं। सीनियर कलाकारों में बड़प्पन साफ झलकता है। सभी ने मुझे प्रोत्साहित किया। मैं लकी हूं कि मुझे करियर के शुरुआती दिनों में ही इन कलाकारों के साथ काम करने का अवसर मिला।
इनके अलावा कोई और फिल्म भी कर रहे हैं?
कबीर सदाना से बात चल रही है। उनकी अगली फिल्म में मैं नजर आऊंगा। इस साल एक के बाद एक मेरी सभी फिल्में प्रदर्शित होंगी। यदि उनमें मेरे काम की सराहना हुई, तो निश्चित ही कुछ और फिल्में साइन करूंगा।
-रघुवेंद्र सिंह
No comments:
Post a Comment