आशुतोष राणा छोटे पर्दे से खास लगाव रखते हैं। यही वजह है कि वे फिल्मों में व्यस्त होने के बावजूद छोटे पर्दे के लिए किसी न किसी तरह वक्त निकाल ही लेते हैं। अभी वे रिअॅल चैनल के शो सरकार की दुनिया में सरकार की भूमिका में दिख रहे हैं। उनके लिए शो का अनुभव रोचक है। उनके शब्दों में, यह सही मायने में रिअॅलिटी शो है। इससे जुड़े प्रतियोगी रिअॅल यानी सच्चे हैं। इसका सेट द्वीप पर तैयार किया गया है। ऐसा शो मैं पहली बार देख रहा हूं। मैं खुश हूं इससे जुड़कर।
सरकार की दुनिया के बारे में आशुतोष कहते हैं, मैं हर काम अपने आनंद के लिए करता हूं। सच तो यह है कि मैंने जब शो का कॉन्सेप्ट सुना, तभी मुझे अहसास हो गया था कि इसमें काम करने में बहुत आनंद आएगा। यकीन मानिए, मुझे इसकी शूटिंग करने में असीम सुख मिल रहा है। आरंभ में सरकार की दुनिया में कुल अट्ठारह प्रतियोगी थे। प्रत्येक सप्ताह एक प्रतियोगी शो से बाहर हो रहा है। अंत में शो के विजेता को एक करोड़ रुपये का नकद पुरस्कार मिलेगा। यह शो जुलाई तक चलेगा। इसका एक खास आकर्षण आशुतोष राणा की बॉडी लैंग्वेज भी है। उनकी बॉडी लैंग्वेज और उनके ड्रेस की सराहना हो रही है। इस संदर्भ में वे कहते हैं, सरकार शब्द अपने आप में एक अलग व्यक्तित्व है। वह निर्भीक, निडर और निष्पक्ष होने का अहसास कराता है। उसकी बॉडी लैंग्वेज में इन गुणों की झलक मिलनी ही चाहिए। मैंने सरकार की भूमिका निभाने से पहले खास तैयारी की। कोशिश की कि मैं सरकार की भूमिका में लोगों के सामने आऊं, तो उन्हें सरकार की शक्ति का आभास हो। पिछले दिनों रिलीज फिल्म कॉफी हाउस में आशुतोष राणा केंद्रीय भूमिका में दिखे। जल्द ही वे सुशील भटनागर की फिल्म मोनिका में दिखेंगे। वे खुशी प्रकट करते हैं, इस वक्त हिंदी सिनेमा बदलाव के दौर से गुजर रहा है। अब सिर्फ स्टार कलाकारों के लिए फिल्में नहीं बन रही हैं! आज रिअॅलिस्टिक फिल्में खूब बन रही हैं। अब हमारे किस्म का सिनेमा बन रहा है। मैं मोनिका के अलावा, हुक या कु्रक फिल्म भी कर रहा हूं।
आशुतोष की पत्नी रेणुका निर्देशन में कदम रख चुकी हैं। क्या वे भी निर्देशन में आने की सोच रहे हैं? वे कहते हैं, मैं मजदूर अच्छा हूं। मुझे जो काम दिया जाएगा, वह मैं अच्छी तरह कर सकता हूं, लेकिन मैं इंजीनियर अच्छा नहीं हूं। मुझमें निर्देशन की क्षमता नहीं है। रेणुका मुझे निर्देशित करना चाहती हैं। आजकल मुझे ध्यान में रख कर वे फिल्म की स्क्रिप्ट लिख रही हैं।
सरकार की दुनिया के बारे में आशुतोष कहते हैं, मैं हर काम अपने आनंद के लिए करता हूं। सच तो यह है कि मैंने जब शो का कॉन्सेप्ट सुना, तभी मुझे अहसास हो गया था कि इसमें काम करने में बहुत आनंद आएगा। यकीन मानिए, मुझे इसकी शूटिंग करने में असीम सुख मिल रहा है। आरंभ में सरकार की दुनिया में कुल अट्ठारह प्रतियोगी थे। प्रत्येक सप्ताह एक प्रतियोगी शो से बाहर हो रहा है। अंत में शो के विजेता को एक करोड़ रुपये का नकद पुरस्कार मिलेगा। यह शो जुलाई तक चलेगा। इसका एक खास आकर्षण आशुतोष राणा की बॉडी लैंग्वेज भी है। उनकी बॉडी लैंग्वेज और उनके ड्रेस की सराहना हो रही है। इस संदर्भ में वे कहते हैं, सरकार शब्द अपने आप में एक अलग व्यक्तित्व है। वह निर्भीक, निडर और निष्पक्ष होने का अहसास कराता है। उसकी बॉडी लैंग्वेज में इन गुणों की झलक मिलनी ही चाहिए। मैंने सरकार की भूमिका निभाने से पहले खास तैयारी की। कोशिश की कि मैं सरकार की भूमिका में लोगों के सामने आऊं, तो उन्हें सरकार की शक्ति का आभास हो। पिछले दिनों रिलीज फिल्म कॉफी हाउस में आशुतोष राणा केंद्रीय भूमिका में दिखे। जल्द ही वे सुशील भटनागर की फिल्म मोनिका में दिखेंगे। वे खुशी प्रकट करते हैं, इस वक्त हिंदी सिनेमा बदलाव के दौर से गुजर रहा है। अब सिर्फ स्टार कलाकारों के लिए फिल्में नहीं बन रही हैं! आज रिअॅलिस्टिक फिल्में खूब बन रही हैं। अब हमारे किस्म का सिनेमा बन रहा है। मैं मोनिका के अलावा, हुक या कु्रक फिल्म भी कर रहा हूं।
आशुतोष की पत्नी रेणुका निर्देशन में कदम रख चुकी हैं। क्या वे भी निर्देशन में आने की सोच रहे हैं? वे कहते हैं, मैं मजदूर अच्छा हूं। मुझे जो काम दिया जाएगा, वह मैं अच्छी तरह कर सकता हूं, लेकिन मैं इंजीनियर अच्छा नहीं हूं। मुझमें निर्देशन की क्षमता नहीं है। रेणुका मुझे निर्देशित करना चाहती हैं। आजकल मुझे ध्यान में रख कर वे फिल्म की स्क्रिप्ट लिख रही हैं।
-रघुवेन्द्र सिंह
No comments:
Post a Comment