Monday, May 4, 2009

मैंने सोचना बंद कर दिया है : करन वाही/ मुलाकात

रीमिक्स सीरियल से जवां दिलों की धड़कन बने करन वाही को आजकल कलर्स के सीरियल मेरे घर आई एक नन्हीं परी में देखा जा सकता है। वे पिछले एक वर्ष से छोटे पर्दे से गायब थे। इस संदर्भ में करन कहते हैं, मैंने दो वर्ष पहले यूटीवी की एक फिल्म साइन की थी। मैं उसकी शूटिंग की तैयारी में व्यस्त था। उस वजह से मैं टीवी शो नहीं कर रहा था। लोग सोचने लगे कि अब मैं टीवी शो नहीं करूंगा। अचानक मेरी फिल्म की शूटिंग कुछ कारणों से शिफ्ट हो गयी। मुझे खाली बैठना अच्छा नहीं लगता है। मैं सोच रहा था कि क्या करूं? तभी मेरे पास मेरे घर आई एक नन्हीं परी का आफर आया। मुझे सीरियल और भूमिका अच्छी लगी। मैंने फैसला किया कि मैं इसमें काम करूंगा।
मेरे घर आई एक नन्हीं परी में करन की एन्ट्री के बाद रोचक बदलाव आया है। अपनी भूमिका एवं सीरियल के मजबूत पक्षों पर करन प्रकाश डालते हैं, मैं इसमें राजवीर की भूमिका निभा रहा हूं। राजवीर बिंदास एवं दिलफेंक किस्म का युवक है। वह अपनी नानी के करीब है। राजवीर सीरियल की केंद्रीय पात्र चांदनी से प्रेम करने लगता है। मेरे घर आई एक नन्हीं परी को लेकर करन का कहना है कि यह एक डिफरेंट सीरियल है। अधिकतर लोग लड़कियों के पैदा होने पर दुखी हो जाते हैं। यह सीरियल अहसास कराता है कि लड़कियों से घर की खुशियां बरकरार रहती हैं। मैं इसका हिस्सा बनकर गर्व महसूस कर रहा हूं।
करन वाही खुद को भाग्यशाली मानते हैं कि उन्हें पहले सीरियल से लोकप्रियता मिल गयी। वे उम्मीद प्रकट करते हैं कि नए सीरियल से उनकी लोकप्रियता और बढ़ेगी। करन की जुबानी, मैंने सोचा नहीं था कि रीमिक्स मुझे सबका चहेता बना देगा। मैं भाग्यशाली हूं, लेकिन दूसरी तरफ उस सीरियल से मुझे नुकसान भी हुआ। रनवीर की भूमिका के बाद मेरे सामने उससे अलग और बेहतर भूमिका निभाने की चुनौती आ गयी। उस वजह से मैं कोई सीरियल नहीं कर सका। बीच में मैंने मिस्टर एंड मिसेज रिएलिटी शो में काम किया, लेकिन अब मैंने सोचना बंद कर दिया है। नन्हीं परी.. में मेरी राजवीर की भूमिका रीमिक्स के रनवीर से एकदम अलग है। मुझे उम्मीद है कि राजवीर सबको पसंद आएगा।
करन वाही गृहनगर दिल्ली से मुंबई क्रिकेटर बनने का सपना संजोये आए थे, लेकिन किस्मत एक्टिंग में ले आयी। करन अफसोस जाहिर करते हैं, क्रिकेटर बनना मेरा बचपन का सपना था। कभी-कभी बुरा लगता है कि मैं अपना सपना पूरा न कर सका, लेकिन साथ ही जब अपने दोस्त शिखर को क्रिकेट खेलते हुए देखता हूं तो खुशी होती है। वे आईपीएल में मुंबई इंडियंस के लिए खेल रहे हैं। मैं आज भी वक्त निकालकर क्रिकेट जरूर खेलता हूं। मेरे एक्टर मित्रों ने मिलकर क्रिकेट की टीम बनायी है। मैं उनके साथ खेलता हूं। क्रिकेट से मेरा नाता कभी नहीं टूटेगा।
-रघुवेन्द्र सिंह

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