Wednesday, July 15, 2009

अभिनय मुश्किल कला है: लीना झुंबानी

एकता कपूर के धारावाहिकों क्योंकि सास भी कभी बहू थी और कहानी घर घर की से प्रेरित होकर लीना झुंबानी अभिनय में आईं। लीना झुंबानी उत्साह के साथ बताती हैं, मैं बचपन में क्योंकि.. और कहानी घर घर की बहुत देखती थी और हमेशा स्वप्न में खुद को उन धारावाहिकों में देखती थी। मैंने उसी समय तय कर लिया था कि एक दिन पार्वती और तुलसी जैसी भूमिका करूंगी, लेकिन अफसोस कि जब मैं इस फील्ड में आई तो वैसे धारावाहिकों का दौर ही खत्म हो गया। मुझे दुख हुआ, पर खुशी इस बात की है कि मुझे उन्हीं धारावाहिकों की निर्मात्री एकता कपूर के देखरेख में अभिनय करने का मौका मिल रहा है। वैसे, उम्मीद है कि भविष्य में मुझे तुलसी जैसी भूमिका निभाने का मौका मिलेगा।
उन्नीस वर्षीय लीना एनडीटीवी इमैजिन पर प्रसारित धारावाहिक बंदिनी में खेमी की भूमिका निभा रही हैं। लीना बताती हैं, मैं अपनी दीदी के साथ शेयर बाजार के बिजनेस में काम करती थी। एक दिन उन्होंने बालाजी प्रोडक्शन हाउस की वेबसाइट पर उपलब्ध फार्म भरकर भेज दिया। हमें सकारात्मक रिस्पांस मिला। मैंने पहले भी बालाजी के कुछ धारावाहिकों के लिए ऑडिशन दिए थे, लेकिन पहला मौका बंदिनी में मिला। मैं खेमी की भूमिका को एंज्वॉय कर रही हूं। मैंने जब यह धारावाहिक साइन किया तभी मुझे पता चल गया था कि खेमी को लोग पसंद करेंगे। रोनित राय और आसिया काजी के साथ दर्शक मेरे काम की सराहना कर रहे हैं। यह मेरे लिए बड़ी बात है।
लीना झुंबानी अहमदाबाद की हैं। बंदिनी साइन करने से पहले वे तीन गुजराती फिल्मों और एक गुजराती धारावाहिक में मुख्य भूमिका निभा चुकी हैं। लीना बताती हैं, मैं पिछले दो सालों से अभिनय कर रही हूं। मैंने तीन गुजराती फिल्मों और एक गुजराती सीरियल में मुख्य भूमिका निभायी है, पर जब मुझे बंदिनी में सेकेंड लीड के लिए चुना गया तो मैं झिझकी नहीं। मेरी नजर में हर पात्र समान है। मैंने कुछ दिन पहले बालाजी के हॉरर शो कोई आने को है में मुख्य भूमिका निभायी थी।
लीना ने अभिनय में आने से पहले पन्द्रह दिन की एक्टिंग वर्कशाप की थी। वे अभिनय को मुश्किल कला मानती हैं। लीना कहती हैं, अभिनय में आने से पहले मुझे लगता था कि यह मुश्किल काम नहीं होगा, लेकिन अब मुझे अहसास हो रहा है कि जो आप नहीं हैं, उसे जीना कितना मुश्किल होता है। भावी योजनाओं के संदर्भ में वे कहती हैं, फिलहाल मैं अपना पूरा ध्यान बंदिनी पर लगा रही हूं। मैं अभी फिल्मों में काम नहीं करना चाहती। सोलह जुलाई को मैं बीस साल की होऊंगी। मेरे पास अभी काफी समय है। मेरा लक्ष्य अभिनय में ऊंचा मुकाम हासिल करना है। यकीन है, दर्शकों का प्यार और अपनों का सहयोग यूं ही मिलता रहा तो मैं अपनी मंजिल तक पहुंच जाऊंगी।
-रघुवेन्द्र

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