-रघुवेंद्र सिंह
गायक-संगीतकार हिमेश रेशमिया के अॅपोजिट फिल्म आपका सुरूर में रिया का लीड रोल निभाकर हंसिका मोटवानी ने लोगों को हैरत में डाल दिया था। उस वक्त किसी को यह विश्वास ही नहीं हुआ था कि यह वही हंसिका हैं, जो कई धारावाहिक और फिल्मों में बाल कलाकार के रूप में नजर आ चुकी हैं। दरअसल, अब हंसिका अपनी दूसरी फिल्म मनी है तो हनी है में एक बार फिर अपने से लगभग तीन गुने उम्र के अभिनेता गोविंदा के साथ सबको चौंकाने आ रही हैं। गणेश आचार्य के निर्देशन में बनी इस फिल्म में वे गोविंदा की नायिका हैं। लोग यह जानने को उत्सुक हैं कि गोविंदा और हंसिका की जोड़ी बड़े पर्दे पर कितनी फिट दिखेगी! गोविंदा, फिल्म, करियर और व्यक्तित्व को लेकर हंसिका से पिछले दिनों बातचीत हुई। प्रस्तुत हैं उसके अंश..
गोविंदा के अॅपोजिट जब फिल्म मनी है तो हनी है ऑफर हुई, तो आपकी पहली प्रतिक्रिया क्या हुई थी?
मैं बहुत खुश इसलिए हुई, क्योंकि गोविंदा जैसे सीनियर कलाकार के साथ काम करने का अवसर मिलना मेरे लिए बहुत बड़ी बात है। मैं लकी हूं कि अपनी दूसरी फिल्म में मुझे उनकी नायिका बनने का मौका मिला है।
गोविंदा से आप उम्र में बहुत छोटी हैं। वे सेट पर आपके साथ बच्चे की तरह बर्ताव करते थे या फिर साथी कलाकार की तरह बराबरी का दर्जा देते थे?
उन्होंने मुझे को-आर्टिस्ट जैसा दर्जा दिया, यानी पूरा सम्मान दिया। कभी मेरे साथ ऐसे पेश नहीं आए कि मुझे इस बात का अहसास हो कि मैं उनसे उम्र में काफी छोटी हूं। अच्छा शॉट देने पर वे तारीफ कर मेरा उत्साह बढ़ाते थे और गलती होने पर समझाते भी थे। उनके साथ काम करके मुझे ऐसा लगा, मानो मैंने पांच साल किसी ऐक्टिंग स्कूल में ट्रेनिंग ली हो।
फिल्म मनी है तो हनी है की कहानी और उसमें आपका किरदार क्या है?
यह एक कॉमेडी फिल्म है। इसकी कहानी छह लोगों के इर्द-गिर्द घूमती है। सभी की अपनी-अपनी और अलग कहानी है। उन सबको एक एसएमएस जोड़ता है। अचानक उन्हें खूब ढेर सारा रुपया मिल जाता है। उन्होंने अपनी जिंदगी में कभी उतना पैसा नहीं देखा होता है। उन पैसों को लेकर वे किस तरह उलझ जाते हैं। यही फिल्म की कहानी है। यह फिल्म बताएगी कि एकता में कितनी शक्ति है! मैं इसमें टेलीविजन ऐक्ट्रेस आशिमा कपूर का किरदार निभा रही हूं। वह टीवी की बड़ी ऐक्ट्रेस है और फिल्मों में काम करने की इच्छुक है।
फिल्म में कई बड़े सितारे हैं। आपको उनके बीच खोने का डर नहीं लगा?
बिल्कुल नहीं, क्योंकि फिल्म में हर कलाकार का अपना अलग किरदार है और उसका अलग व्यक्तित्व है। मैंने स्क्रिप्ट में अपने किरदार के बारे में अच्छी तरह जानकारी ले ली थी। मुझे पता था कि मेरा रोल कितना बड़ा और फिल्म में कितना महत्वपूर्ण है। इसलिए मेरे मन में असुरक्षा की कोई भावना नहीं है।
गणेश आचार्य के निर्देशन में काम करने का अनुभव कैसा रहा?
वे बेहतरीन कोरियोग्राफर होने के साथ ही बहुत अच्छे निर्देशक भी हैं। उनकी पहली फिल्म स्वामी से यह फिल्म बिल्कुल अलग है। इस फिल्म को देखकर दर्शक दंग रह जाएंगे। मुझे उनके निर्देशन में काम करके बहुत मजा आया।
आप अभी पढ़ाई कर रही हैं। दिन-रात शूटिंग के बाद पढ़ाई के लिए कितना वक्त निकाल पाती हैं?
मैंने हाल ही में ग्यारहवीं की परीक्षा दी है और रिजल्ट का इंतजार कर रही हूं। जब मेरे एग्जाम हो रहे होते हैं, तब ज्यादा पढ़ाई करती हूं। वैसे, मैं प्रतिदिन शूटिंग के बाद एक घंटा बैठकर जरूर पढ़ती हूं। यह मेरी दिनचर्या का हिस्सा है। जब घर पर होती हूं, तो किताबों से और बाहर होती हूं, तो नेट पर पढ़ाई करती हूं।
यदि आप ऐक्ट्रेस न होतीं, तो क्या होतीं?
मैंने ऐक्टिंग के अलावा, आज तक किसी अन्य प्रोफेशन के बारे में कभी नहीं सोचा है। ऐसे में मेरे लिए यह बता पाना मुश्किल होगा कि मैं ऐक्ट्रेस न होती तो क्या होती!
आपका ड्रीम रोल कौन-सा है?
कोई नहीं। मैं खुद एक दिन कोई ऐसा रोल निभाऊंगी, जो औरों का ड्रीम रोल बन जाएगा।
आपकी आने वाली अन्य फिल्में कौन-कौन-सी हैं?
इस समय मैं एम.एस. राजू की एक तेलुगू फिल्म की शूटिंग कर रही हूं। यह अभी अनाम है। इसके अलावा, अभी मेरी अन्य फिल्मों के बारे में कुछ तय नहीं है, इसलिए उनके बारे में मैं कोई बात नहीं कर सकती।
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