Wednesday, July 30, 2008

मैं जॉनी नहीं हूं: नील

-रघुवेंद्र सिंह
अभिनेता नील नितिन मुकेश इन दिनों मधुर भंडारकर की फिल्म जेल के कारण चर्चा में हैं। बेहद खुश हैं वे अपने करियर से। इसीलिए वे कहते हैं, मैं वाकई खुद को लकी मानता हूं। अब मेरी कोशिश यही होगी कि अपने निर्देशकों के विश्वास पर खुद को सही साबित करूं।
फिल्म जेल में नील की क्या भूमिका है, इस सवाल पर वे बताते हैं, मधुर की पिछली फिल्मों की तरह जेल भी सच बयां करेगी। मैं इसमें एक सामान्य युवक पराग का किरदार निभा रहा हूं। पराग नौकरी करता है और अपने परिवार और दोस्तों के साथ खुशी-खुशी जीवन जी रहा है। अचानक उसकी जिंदगी में एक घटना घटती है और वह जेल में आ जाता है। उसके बाद जेल के अंदर उसके साथ क्या होता है? यही फिल्म में है।
नील इंडस्ट्री के उन खुशकिस्मत कलाकारों में से एक हैं, जिन्होंने अपनी पहली फिल्म से लोकप्रियता की बुलंदियां छू लीं। इस वक्त उनके पास सुधीर मिश्रा, कबीर खान, मधुर भंडारकर, केन घोष और जहांगीर सुरती की फिल्में हैं। क्या यह सब उनकी खुद की सूझ-बूझ से संभव हुआ या पापा का मार्गदर्शन काम आ रहा है? नील भावविभोर हो जाते हैं, पापा बहुत ही साधारण इनसान हैं। सच तो यह है कि उन्होंने कभी मुझ पर अपनी सोच नहीं थोपी और न ही कभी प्रेशर डाला। मैं खुद बहुत सोच-विचार कर फिल्मों का चयन करता हूं। सबसे पहले देखता हूं कि निर्देशक कौन हैं, क्योंकि निर्देशक ही फिल्म का कैप्टन होता है। अभी मेरा करियर आरंभ हुआ है, इसलिए अछे निर्देशकों की फिल्में करना जरूरी है, क्योंकि उसी हिसाब से मेरा करियर मोल्ड होगा। उसके बाद मैं अपना कैरेक्टर देखता हूं। मेरा कैरेक्टर छोटा है या बड़ा, इससे मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता। दरअसल, फिल्म में मेरे किरदार की कितनी अहमियत है, यह मेरे लिए ज्यादा मायने रखता है! नील की सुधीर मिश्रा निर्देशित फिल्म तेरा क्या होगा जॉनी बनकर तैयार है। इसमें उनके साथ हैं सोहा अली खान। फिल्म के बारे में नील कहते हैं, इसमें मैं जॉनी नहीं हूं। इसमें मेरे किरदार का नाम है परवेज। यह छोटा, लेकिन बहुत मजेदार किरदार है। यह फिल्म मेरे लिए बेहद खास है। जल्द ही इसके रिलीज होने की संभावना है। फिल्म में सुधीर जी ने मुंबई को एक अलग ही अंदाज में दर्शाया है।
हाल में नील ने फिल्म फ्रीज के लिए अपनी आवाज में एक गाना रिकॉर्ड कराया है। यानी नील ने अभिनय के बाद अब गायकी में भी कदम रख दिया है। वे कहते हैं, गायकी मेरे खून में है यह दुनिया जानती है। भला मैं कब तक उससे दूर रहता! मैंने फ्रीज में प्रीतम की धुन पर गीत गाये हैं।

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