Monday, June 15, 2009

लक्ष्य बहुत है दूर, लेकिन मुश्किल नहीं: मेघन जाधव

गत चार वर्षो से अभिनय में सक्रिय मेघन जाधव जय श्रीकृष्ण के अनुभव, निजी जीवन एवं आने वाली फिल्मों जोर लगा के हैय्या और रामा द सेवियर के बारे में बता रहे हैं-
[पापा और भाई हैं प्रेरणा]
मेरे पापा सुभाष जाधव अस्सी एवं नब्बे के दशक में सीरियल एवं फिल्मों में अभिनय करते थे। मेरे बड़े भाई मंदार भी इसी क्षेत्र में हैं। पिछले दिनों उन्होंने जी टीवी के सीरियल अलादीन में अलादीन की केंद्रीय भूमिका निभायी थी। पापा और भाई से प्रेरित होकर मैं अभिनय में आया। मैं मुंबई में पला-बढ़ा हूं। इस वक्त केसी कालेज से बारहवीं की पढ़ाई कर रहा हूं। अब मैंने तय कर लिया है कि अभिनय को ही अपना प्रोफेशन बनाऊंगा।
[जीते हैं पुरस्कार]
मैंने बारह वर्ष की उम्र में फिल्म सलाम-द सैल्यूट से डेब्यू किया। उस फिल्म के लिए मुझे महाराष्ट्र का प्रतिष्ठित मता सम्मान एवं कला दर्पण पुरस्कार मिला। साथ ही, स्टार स्क्रीन अवॉर्ड में मुझे बेस्ट चाइल्ड एक्टर के पुरस्कार के लिए नामांकित किया गया था। उसके बाद मैंने चिल्ड्रेन फिल्म सोसायटी की फिल्म बंटू बॉक्सर और सलाम बच्चे में काम किया। सलाम बच्चे माजिद मजीदी की चर्चित फिल्म चिल्ड्रेन ऑफ हेवेन का हिंदी रीमेक थी। सभी फिल्मों में मैंने केंद्रीय भूमिकाएं निभायीं। कुछ समय पहले मैंने रावण सीरियल में विभीषण के बचपन की भूमिका और मेरे बड़े भाई मंदार ने उसी सीरियल में युवा विभीषण की भूमिका निभायी।
[राधा की तलाश है]
मैं कृष्ण की भूमिका को एंज्वॉय कर रहा हूं। वैसे तो कृष्ण भगवान से खुद की तुलना करना गलत बात होगी, लेकिन उनमें और मुझमें कुछ समानताएं हैं। उनकी तरह मेरे जीवन में भी बहुत सारी गोपियां हैं। कॉलेज में बहुत सारी लड़कियां मेरी दोस्त हैं, लेकिन अभी तक मुझे राधा नहीं मिली है। मैं राधा की तलाश कर रहा हूं। दिलचस्प बात यह है कि सीरियल के लिए भी अभी तक राधा के लिए किसी लड़की का चयन नहीं हो सका है।
[समाज सेवा करता हूं]
फिल्म जोर लगा के हैय्या में काम करने के बाद मैं समाज सेवी कार्यो में दिलचस्पी लेने लगा हूं। मैं पर्यावरण प्रदूषण की रोकथाम करने वाली मुंबई की कुछ समाज सेवी संस्थाओं से जुड़ गया हूं। जल्द ही मेरी फिल्म रामा द सेवियर प्रदर्शित होगी। उसमें मैंने रोहन की भूमिका निभायी है। मेरे साथ उस फिल्म में तनुश्री दत्ता, साहिल खान और द ग्रेट खली प्रमुख भूमिका में हैं।
[कृष्ण बनकर खुश हूं]
बड़े भाई मंदार मोती सागर के प्रोडक्शन हाउस में काम कर चुके हैं। अलादीन उसी प्रोडक्शन हाउस का सीरियल था। बड़े भाई के जरिए वे मुझे जानते थे। वे कृष्ण की भूमिका के लिए नए चेहरे की तलाश कर रहे थे। भाई ने मेरा नाम उन्हें सुझाया। उन्होंने मुझे ऑडिशन के लिए बुलाया। पांच बार ऑडिशन देने के बाद मेरा चयन हुआ। मुझे जब बताया गया कि मैं कृष्ण के लिए चुन लिया गया हूं तो मेरी खुशी का ठिकाना न रहा। मैंने कृष्ण की भूमिका के लिए काफी तैयारी की। मैं सात महीने से अपने केश बढ़ा रहा था। मैंने कृष्ण से संबंधित कई किताबों का अध्ययन भी किया।
[राज करना चाहता हूं]
मैं अभिनय की दुनिया में राज करना चाहता हूं। मैं अमिताभ बच्चन, शाहरुख खान, आमिर खान और रितिक रोशन का मिश्रण बनना चाहता हूं। मैं अपने करियर की गति से खुश हूं, लेकिन अभी मेरा लक्ष्य बहुत दूर है। मुझे निर्देशन में भी रूचि है। मैंने दो शार्ट फिल्में बनायी हैं। जल्द ही, उसे यू ट्यूब पर लोड करूंगा।

-रघुवेन्द्र सिंह

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