अभिमन्यु सिंह पिछले आठ वर्षो से अभिनय में सक्रिय हैं, लेकिन उन्हें पहचान फिल्म गुलाल से मिली है। इसमें उन्होंने रनसा की भूमिका से सिने प्रेमियों के दिल में अपनी जगह बनाई। थिएटर के बाद अक्स और लक्ष्य फिल्मों में काम किया था। पिछले दिनों हुई मुलाकात में अभिमन्यु ने अपनी पृष्ठभूमि, संघर्ष के दिनों, करियर और नई फिल्म एक्सीडेंट ऑन हिल रोड के बारे में बताया।
अपने बारे में बताएंगे?
मैं पटना में पला-बढ़ा हूं। मेरे दिल में बचपन से अभिनय करने की चाह थी, लेकिन पटना से मुंबई की दूरी तय करना मेरे लिए मुश्किल काम था। मम्मी मेरे दिल की इस ख्वाहिश को जानती थीं, लेकिन पापा चाहते थे कि मैं आईएएस बनूं। मम्मी की सिफारिश पर पापा ने दिल्ली में ग्रेजुएशन करने के लिए परमीशन दे दी। मैंने दिल्ली के सेंट स्टीफन कॉलेज में एडमीशन लिया और साथ ही अपने सपने को पूरा करने में जुट गया।
मुंबई कैसे आना हुआ?
मेरी हाइट अच्छी थी और मैं गुड लुकिंग भी था, इसलिए मुझे मॉडलिंग के असाइनमेंट मिलने लगे। उसी सिलसिले में मुंबई आना-जाना शुरू हुआ। बीच में मुझे सुरेश वाडेकर के म्यूजिक वीडियो में काम करने का अवसर भी मिला। ग्रेजुएशन खत्म करने के बाद मैं वर्ष 2000 में मुंबई शिफ्ट हो गया। मैंने अभिनय का प्रशिक्षण नहीं लिया है।
आपने टीवी से करियर की शुरुआत क्यों की?
मुंबई जैसे महंगे शहर में टिकने के लिए मुझे पैसों की जरूरत थी। मम्मी घर से खर्च के लिए पैसे भेजती थीं, लेकिन उन पैसों में मेरा महीना नहीं कटता था। इसलिए मैंने टीवी में काम करना शुरू कर दिया। मेरा पहला टीवी सीरियल ये नजदीकियां था। वह सोनी पर आया था। मैंने बालाजी के कुसुम और कहीं किसी रोज जैसे लोकप्रिय सीरियल में काम किया। गुलाल के बाद मेरी दुनिया बदल गई।
गुलाल की रिलीज के पहले और अब के माहौल में क्या फर्क महसूस करते हैं?
अब मैं लोगों के लिए महत्वपूर्ण हो गया हूं। मैं वही अभिमन्यु हूं और मैं अभिनय भी पहले जैसा ही कर रहा हूं, लेकिन लोगों की धारणा अब मेरे प्रति बदल गई है। मेरे अच्छे दिन शुरू हो गए हैं।
ऐक्सीडेंट ऑन हिल रोड के बारे में बताएंगे?
मैंने यह फिल्म गुलाल के बाद साइन की है। मुझे स्क्रिप्ट, रोल और टीम अच्छी लगी, इसलिए मैंने हां कह दिया। ऐक्सीडेंट.. आज की पीढ़ी की कहानी है। यह कॉमर्शिअल फिल्म है। मैं इसमें ड्रग पेडलर सिद की भूमिका निभा रहा हूं। सेलिना जेटली मेरी गर्लफ्रेंड हैं। सिद और उसकी गर्लफ्रेंड एक रात नशे में गाड़ी चला रहे होते हैं, तभी ऐक्सीडेंट हो जाता है। यह सस्पेंस थ्रिलर है।
अौर क्या कर रहे हैं?
मैं डॉ. चन्द्रप्रकाश द्विवेदी का टीवी सीरियल उपनिषद गंगा कर रहा हूं। उसमें मैंने पच्चीस अलग-अलग किरदार निभाए हैं। उसका प्रसारण जल्द ही शुरू होगा। कुछ अन्य फिल्मों के लिए बात चल रही है, लेकिन मैं अभी उनके बारे में कुछ नहीं बता सकता।
अपने बारे में बताएंगे?
मैं पटना में पला-बढ़ा हूं। मेरे दिल में बचपन से अभिनय करने की चाह थी, लेकिन पटना से मुंबई की दूरी तय करना मेरे लिए मुश्किल काम था। मम्मी मेरे दिल की इस ख्वाहिश को जानती थीं, लेकिन पापा चाहते थे कि मैं आईएएस बनूं। मम्मी की सिफारिश पर पापा ने दिल्ली में ग्रेजुएशन करने के लिए परमीशन दे दी। मैंने दिल्ली के सेंट स्टीफन कॉलेज में एडमीशन लिया और साथ ही अपने सपने को पूरा करने में जुट गया।
मुंबई कैसे आना हुआ?
मेरी हाइट अच्छी थी और मैं गुड लुकिंग भी था, इसलिए मुझे मॉडलिंग के असाइनमेंट मिलने लगे। उसी सिलसिले में मुंबई आना-जाना शुरू हुआ। बीच में मुझे सुरेश वाडेकर के म्यूजिक वीडियो में काम करने का अवसर भी मिला। ग्रेजुएशन खत्म करने के बाद मैं वर्ष 2000 में मुंबई शिफ्ट हो गया। मैंने अभिनय का प्रशिक्षण नहीं लिया है।
आपने टीवी से करियर की शुरुआत क्यों की?
मुंबई जैसे महंगे शहर में टिकने के लिए मुझे पैसों की जरूरत थी। मम्मी घर से खर्च के लिए पैसे भेजती थीं, लेकिन उन पैसों में मेरा महीना नहीं कटता था। इसलिए मैंने टीवी में काम करना शुरू कर दिया। मेरा पहला टीवी सीरियल ये नजदीकियां था। वह सोनी पर आया था। मैंने बालाजी के कुसुम और कहीं किसी रोज जैसे लोकप्रिय सीरियल में काम किया। गुलाल के बाद मेरी दुनिया बदल गई।
गुलाल की रिलीज के पहले और अब के माहौल में क्या फर्क महसूस करते हैं?
अब मैं लोगों के लिए महत्वपूर्ण हो गया हूं। मैं वही अभिमन्यु हूं और मैं अभिनय भी पहले जैसा ही कर रहा हूं, लेकिन लोगों की धारणा अब मेरे प्रति बदल गई है। मेरे अच्छे दिन शुरू हो गए हैं।
ऐक्सीडेंट ऑन हिल रोड के बारे में बताएंगे?
मैंने यह फिल्म गुलाल के बाद साइन की है। मुझे स्क्रिप्ट, रोल और टीम अच्छी लगी, इसलिए मैंने हां कह दिया। ऐक्सीडेंट.. आज की पीढ़ी की कहानी है। यह कॉमर्शिअल फिल्म है। मैं इसमें ड्रग पेडलर सिद की भूमिका निभा रहा हूं। सेलिना जेटली मेरी गर्लफ्रेंड हैं। सिद और उसकी गर्लफ्रेंड एक रात नशे में गाड़ी चला रहे होते हैं, तभी ऐक्सीडेंट हो जाता है। यह सस्पेंस थ्रिलर है।
अौर क्या कर रहे हैं?
मैं डॉ. चन्द्रप्रकाश द्विवेदी का टीवी सीरियल उपनिषद गंगा कर रहा हूं। उसमें मैंने पच्चीस अलग-अलग किरदार निभाए हैं। उसका प्रसारण जल्द ही शुरू होगा। कुछ अन्य फिल्मों के लिए बात चल रही है, लेकिन मैं अभी उनके बारे में कुछ नहीं बता सकता।
-रघुवेन्द्र सिंह
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