Monday, June 8, 2009

मेरे किरदार की कोई सीमा नहीं है-अमृता राव

शार्टकट को अमृता राव अपने करियर की अत्यंत खास फिल्म मानती हैं। इसमें उन्होंने अपने लुक एवं ड्रेस पर जमकर प्रयोग किए हैं। अमृता उत्साह से कहती हैं, अब तक मैंने जो किरदार निभाए हैं, चाहे वह विवाह की पूनम हो या वेलकम टू सज्जनपुर की कमला, उनकी अपनी सीमाएं थीं। उन किरदारों का खास पहनावा और शारीरिक हावभाव था, लेकिन शार्टकट में मेरे किरदार की कोई सीमा नहीं है। इस फिल्म में मैंने ग्लैमर व‌र्ल्ड की लड़की मानसी का किरदार निभाया है। वह आधुनिक है। वह हर तरीके के कपड़े पहनती है और बंधनमुक्त जीवन जीती है। अनिल कपूर ने जब मुझे फिल्म के बारे में बताया तो मैं खुशी से उछल पड़ी। इस किरदार के साथ मैंने खूब प्रयोग किए हैं। मैं फिल्म के हर दूसरे दृश्य एवं गीत में नए अंदाज में नजर आऊंगी। मैं शार्टकट में पहली बार बेहद ग्लैमरस अंदाज में दिखाई दूंगी। इसमें मेरे परिधान मनीष मलहोत्रा ने तैयार किए हैं, पर फिल्म में मैंने एक भी आपत्तिजनक परिधान नहीं पहने हैं। मेरी दादी हमेशा कहती हैं कि कभी ऐसा कपड़ा मत पहनना, जिससे शर्म महसूस हो।
लंबे समय के बाद शार्टकट में अमृता अक्षय खन्ना के साथ स्क्रीन पर नजर आएंगी। उनके साथ अरशद वारसी भी प्रमुख किरदार में हैं। फिल्म का निर्देशन नीरज वोरा ने किया है। शार्टकट की कहानी एवं सह-कलाकारों के साथ अनुभव के बारे में अमृता कहती हैं, इसकी कहानी मजेदार और प्रेरणादायक है। कुछ लोग जीवन में शार्टकट अपनाकर आगे बढ़ते हैं और कुछ लोग कड़ी मेहनत, ईमानदारी और धैर्य के साथ सफलता पाने की कोशिश करते हैं। अक्षय इसमें ऐसे शख्स का किरदार निभा रहे हैं, जो कभी शार्टकट नहीं लेता और अरशद वारसी का किरदार शार्टकट की बदौलत ही आगे बढ़ते हैं। मुझे दोनों के साथ काम करने में मजा आया। अक्षय के साथ मैंने काफी समय पहले दीवार फिल्म में काम किया था। वे सेंसिबल एवं प्रोफेशनल एक्टर हैं।
अमृता की आने वाली फिल्मों में शार्टकट के अतिरिक्त डॉ चन्द्र प्रकाश द्विवेद्वी की लीजेंड आफ कुणाल और टिप्स की केन घोष निर्देशित एक फिल्म है। वे मिलाप झावेरी की जाने कहां से आयी है में एलियन के छोटे से किरदार में दिखाई देंगी। अमृता कहती हैं, मेरी अब तक जो फिल्में प्रदर्शित हो चुकी हैं और जो प्रदर्शन के लिए तैयार हैं, उनमें मैंने सराहनीय काम किया है, लेकिन अभी मेरा बेस्ट काम आना बाकी है। मैं हालीवुड की फिल्मों में वहां के कलाकारों को परफार्म करते देखती हूं, तो सोचती हूं कि वैसा मौका हमें कब मिलेगा? मैं ऐसा किरदार करना चाहती हूं जो टाइमलेस हो।
-रघुवेन्द्र सिंह

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