Saturday, August 2, 2008

परिवार से ज्यादा पैसे का महत्व नही: सेलिना जेटली

-रघुवेंद्र सिंह
अब तक सेलिना ने कुल दस फिल्मों में अभिनय किया है, लेकिन उन्हें सफलता सिर्फ कॉमेडी फिल्मों में ही मिली है। शायद सेलिना अब यह बात अच्छी तरह समझ चुकी हैं कि वे दर्शकों को हंसाने में ज्यादा माहिर हैं और इसीलिए वे अपना ध्यान अब कॉमेडी फिल्मों पर अधिक केंद्रित कर रही हैं। नो एंट्री, टॉम डिक ऐंड हैरी और अपना सपना मनी-मनी के बाद अब उनकी नई कॉमेडी फिल्म मनी है तो हनी है प्रदर्शन के लिए तैयार है। गणेश आचार्या निर्देशित इस फिल्म में सेलिना गोविंदा, आफताब शिवदासानी, रवि किशन, मनोज बाजपेयी, उपेन पटेल और हंसिका मोटवानी के साथ स्क्रीन पर दिखेंगी। प्रस्तुत हैं, सेलिना से पिछले दिनों हुई बातचीत के प्रमुख अंश..
आपने एकाएक कॉमेडी फिल्मों की ओर रुख कर लिया है। ऐसा क्यों?
दरअसल, मैं दर्शकों की पसंद को ज्यादा तरजीह देती हूं, क्योंकि दर्शकों ने मुझे कॉमेडी फिल्मों में अधिक पसंद किया है। इसीलिए अब मैं कॉमेडी फिल्में अधिक कर रही हूं। गणेश आचार्या निर्देशित फिल्म मनी है तो हनी है के बाद गोलमाल रिट‌र्न्स, सी कंपनी, पेइंग गेस्ट, चाय गरम जैसी एक के बाद एक मेरी कई दिलचस्प कॉमेडी फिल्में आएंगी।
मनी है तो हनी है के माध्यम से आप क्या कहना चाहती हैं?
यही कि यदि आपके पास पैसा हो, तो दुनिया के सारे सुखों को सहजता से भोग सकते हैं। वैसे, मेरे हिसाब से इस बात में पुरुष ज्यादा यकीन करते हैं।
क्या आप अपनी कही बात में यकीन करती हैं? पैसा आपकी जिंदगी में कितना मायने रखता है?
आज सच यही है। वैसे, पैसे के पीछे सारी दुनिया घूमती है। जिसके पास जितना पैसा है, वह उससे संतुष्ट नहीं है, बल्कि उससे अधिक पाने के प्रयास में दिन-रात जुटा रहता है। मैं अपनी बात ही बताती हूं। आज से सात साल पहले मेरी जेब में पचास रुपये भी नहीं होते थे। तब लगता था, काश, पचास रुपये मिल जाते! आज मैं काफी पैसा कमाने लगी हूं, तब भी मुझे कम लग रहा है। एक मिडिल क्लास फैमिली से होने के नाते मुझसे अधिक पैसे की कीमत भला कौन समझ सकता है! हां, मैं पैसे को जरूर महत्व देती हूं, लेकिन परिवार से ज्यादा नहीं।
हाल में आपका नाम गोविंदा के साथ जोड़ा गया। इस बात में कितनी सच्चाई है?
गोविंदा और मैं अच्छे दोस्त भर हैं। इससे ज्यादा कुछ नहीं। आज लोग किसी के बारे में कुछ कहने से पहले जरा भी नहीं सोचते कि उस बात से संबंधित व्यक्ति और उसकी फैमिली पर क्या असर पड़ेगा! गोविंदा शादीशुदा हैं। मैं मुंबई में मम्मी-पापा के साथ रहती हूं। लोग कहते हैं कि आप तो फिल्म स्टार हैं। इससे आपको क्या फर्क पड़ता है? लेकिन शायद लोग यह भूल जाते हैं कि हम भी इनसान ही हैं।
सुना है कि गोविंदा ने मनी है तो हनी है के सेट पर आपके जन्मदिन पर एक सरप्राइज पार्टी आयोजित की थी?
हां, उन्होंने और पूरी यूनिट ने मिलकर मेरे लिए वह बर्थडे सरप्राइज पार्टी आयोजित की थी, लेकिन आप उसे गलत अर्थ में न लें। मैं उस दिन को जिंदगी में कभी नहीं भूलूंगी। दरअसल, हुआ यह कि मेरे जन्मदिन के दिन सुबह से किसी ने मुझे विश नहीं किया। मैं हैरान थी कि ये कैसे लोग हैं? इन्हें मेरा बर्थडे तक नहीं पता है? लेकिन शाम को पैकअप के बाद का वक्त मेरे लिए ढेर सारी खुशियां लेकर आया। उस शाम सभी ने मेरे लिए एक-एक गाना भी गाया था।
फिल्म मनी है तो हनी है में आप किसके अॅपोजिट हैं? इसमें आपकी भूमिका क्या है?
मैं इसमें आफताब के अॅपोजिट हूं। दिलचस्प बात यह है कि आफताब के साथ यह मेरी दूसरी फिल्म है, लेकिन उनके साथ मेरा नाम नहीं जोड़ा जा रहा है (हंसते हुए)! मैं इस फिल्म में स्ट्रगलिंग फैशन डिजाइनर श्रुति का किरदार निभा रही हूं। अब तक मैंने जितने भी किरदार निभाए हैं, उनसे यह एकदम हटकर और नॉन ग्लैमरस है। श्रुति खादी के कपड़े पहनती है और एक झोला लेकर घूमती है। वह अपने तैयार किए वस्त्र खुद ही पहनकर लोगों को दिखाती है। कोई उसका वस्त्र खरीदता भी है, तो उस पर अपना टैग लगाकर बेचता है।
आप फैशन जगत को करीब से जानती हैं। क्या हकीकत में ऐसा होता है कि डिजाइनर दूसरों के वस्त्र खरीदकर उस पर अपना टैग लगाकर बेचते हैं?
बिल्कुल ऐसा होता है। मैं फैशन इंडस्ट्री में ऐसे कई लोगों को जानती हूं, लेकिन उनका नाम मीडिया में उछालना ठीक नहीं होगा। वह एक अलग बात है।
आपने फिल्म सी कंपनी में एक आइटम सॉन्ग किया है?
मुझे आइटम डांसर के टैग से सख्त नफरत है। वैसे, मैं उसे आइटम सॉन्ग की बजाय अपना स्पेशल अपियरेंस कहना ज्यादा पसंद करूंगी।
आपने रिअॅलिटी शो फीयर फैक्टर का हिस्सा बनने से क्यों मना कर दिया?
मैं उस शो की होस्ट बनना चाहती थी, न की प्रतियोगी। यही वजह है कि मैंने उस शो के लिए मना कर दिया।
आजकल आप फिल्मों को लेकर बिजी हो गई हैं?
जी हां। मेरा करियर का ग्राफ तेजी से ऊपर की तरफ बढ़ रहा है। मैं मनी है तो हनी है के बाद गोलमाल रिट‌र्न्स, हैलो डार्लिग, चाय गरम, मुक्ता आ‌र्ट्स की तीन फिल्में, तिग्मांशु धूलिया की एक अनाम फिल्म और सुनील दर्शन की एक फिल्म भी कर रही हूं। इनके अलावा, मैंने दो अंग्रेजी फिल्में लव हैज नो लैंग्वेज और दि क्वेस्ट ऑफ शेजवुड साइन की हैं। अब मेरा अच्छा दौर शुरू हो चुका है।

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